आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राजधानी शिमला के नावर युकां अध्यक्ष अर्पित सिंह राठौर ने अपने संयुक्त बयान में कहा है कि इस हफ्ते सेब के दामों में लगभग 500 से 1000 रुपए की भारी गिरावट देखने को मिली है। उन्होनें आरोप लगाया हैं कि लोडर और कमीशन एजेंट की मनमानी की वजह से जबरन सेब मंडियों में यह माहौल देखने को मिल रहा है जिससे सेब के दामों में एकदम से ही भारी गिरावट आई है। अर्पित सिंह राठौर ने कहा कि यदि दूसरी ओर ध्यान दिया जाए तो पूरे देश में बाहर से आने वाला सेब(आयात 0)अभी तक नहीं आया है और न ही कहीं हाल में नई बाड़ आई हैं।
यहां तक कि जहां सितम्बर महीने तक लगभग 1.5 करोड़ पेटियां बाजार में उतर जाती थी तो वहीं अभी तक 40.50 लाख पेटियां ही उतरी है और कश्मीर में भी सेब सीजन शुरू नही हुआ। उन्होनें कहा कि बेवजह किसानों तथा बागवानों को बेवकूफ बनाने का काम किया जा रहा है। पूरे साल बागवान खेत में मेहनत से अपनी फसल तैयार करता है लेकिन उसके बावजूद भी बागवानों को सेब के सही दाम नहीं मिल रहे है। राठौर ने कहा कि कोरोना महामारी ने पहले से ही किसानों और बागवानों की बूरी तरह से नुकसान पहुंचाया हैं तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार की ओर से भी कोई खास प्रावधान नहीं किया गया है।
उन्होनें कहा कि भाजपा ने किसान मोर्चा के नाम पर बड़ी.बड़ी कार्यकारिणी बना रखी है जिनमें से एक भी पदाधिकारी आगे आकर किसानों और बागवानों के हित में बोलने को तैयार नहीं होता। उन्होनें सरकार को चेतावनी देते हुए कहा हैं कि यदि सरकार और प्रशासन व एपीएमसी इस मामले में तुरंत संज्ञान नहीं लेती तो तो नावर युवा कांग्रेस किसान और बागवानों सम्मान में उन्हें उनकी फसल के उचित मूल्य दिलाने के लिए उग्र आदोंलन करने से पीछे नहीं हटेगी।