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सरकार व सांसद की नींद टूटी है तो अब एनआईटी मामले की सीबीआई से हो जांच-राणा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

हमीरपुर। राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि एनआईटी हमीरपुर पर कथित भर्ती भ्रष्टाचार के गंभीर मसले पर अब सांसद और सरकार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। लंबे अरसे तक इस मामले पर खामोश चल रहे सांसद अनुराग ठाकुर को लगातार बढ़ते आरोपों के दबाव के कारण आखिर सामने आना पड़ा है। राणा ने कहा कि अनुराग ठाकुर की स्टेटमेंट के मुताबिक केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को इस मामले पर जांच करवाने के लिए कहा गया है। अब देखना यह है कि इस गंभीर भ्रष्टाचार के मामले की जांच कितनी पारदर्शिता व कितनी जल्दी होती है।
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राणा ने कहा कि एनआईटी हमीरपुर में मची धांधली व कथित लूट के कारण छात्रों के भविष्य का विकास बाधित हुआ है। राणा ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि आखिर सरकार और सांसद की ऐसी कौन सी मजबूरी रही कि वह लगातार मिली सूचनाओं के बावजूद लंबे अरसे तक इस मामले पर रहस्यमयी चुप्पी साधे रहे। राणा ने कहा कि एनआईटी में फैले कथित भ्रष्टाचार से जहां एक ओर भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले सरकार की कारगुजारी कटघरे में खड़ी हुई है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्र स्तरीय संस्थान की शाख पर भी बट्टा लगा है।
राणा ने कहा कि एनआईटी हमीरपुर से आ रही सूचनाओं पर भरोसा करें तो 2018 के बाद एनआईटी में सिर्फ नेपोटिज्म के आधार पर की गई भर्तियों के सिवा शिक्षण कार्य के विकास के लिए कोई काम नहीं हुआ है। राणा ने सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि एनआईटी के डायरेक्टर खुद को सरकार व सिस्टम से सर्वोच्च मानते हुए अभी तक भी एनआईटी में हुई भर्तियों की सूची न जारी करने की जिद्द पर अड़े हुए हैं। जाहिर तौर पर साफ है कि नियुक्तियों के मामले में भारी गोलमाल हुआ है। जिसमें डायरेक्टर द्वारा अपनी पॉवर का मिसयूज करने का संदेह चर्चा में है। राणा ने कहा कि अगर एनआईटी हमीरपुर के मामले की पारदर्शी उच्चस्तरीय जांच होती है तो यह एनआईटी के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा घोटाल साबित होगा।
राणा ने कहा कि चलो देर से ही सही जन भावनाओं के दबाव में सांसद की नींद टूटी तो है। उन्होंने कहा कि ऐसे में जब राष्ट्र स्तर का शिक्षण संस्थान सांसद के गृह जिला में मौजूद हो तो उनकी जिम्मेदारी और जवाबदेही और भी बढ़ जाती है, लेकिन इस मामले पर सांसद का लंबे अरसे तक खमोश रहना शक संदेह के साथ कई चर्चाओं को जन्म दे गया है। उन्होंने मांग की है कि सांसद इस मामले की जांच सीबीआई के माध्यम से करवाए ताकि कथित भ्रष्टाचार का सच जनता के सामने आ सके। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने के कथित आरोपों में इस मामले पर हर उस शख्स की जवाबदेही व जिम्मेदारी फिक्स की जाए जो कि मनमाने तौर-तरीकों से एनआईटी जैसे संस्थान को बेखौफ व्यक्तिगत एजेंडे पर चलाता हुआ खुद को सिस्टम से बड़ा मानता आया है।

जिला चंबा में गाड़ियों की पासिंग का शैड्यूल जारी, इतने बजे तक रहेगा समय

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

चंबा। जिला चम्बा में गाड़ियों की पासिंग व निरीक्षण के लिए परिवहन विभाग चम्बा द्वारा जुलाई माह का शैड्यूल निर्धारित कर दिया गया है। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी चम्बा ओंकार सिंह ने बताया कि चम्बा में 7 जुलाई, 14 जुलाई, 21 जुलाई, 24 जुलाई और 28 जुलाई को वाहनों की पासिंग की जाएगी। जबकि 16 जुलाई को बनीखेत और 17 जुलाई को चुवाड़ी में वाहनों की पासिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि वाहनों की पासिंग व निरीक्षण का कार्य मोटर वाहन निरीक्षक चम्बा अनुराग धीमान द्वारा किया जाएगा।

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वाहनों की पासिंग व निरीक्षण का समय दोपहर तीन बजे तक रहेगा। उन्होंने कहा कि जारी शैड्यूल में बदलाव भी किया जा सकता है ऐसे में पासिंग करवाने के लिए आने से पूर्व आरटीओ कार्यालय चम्बा में अवश्य संपर्क करें।
गाड़ियों की पासिंग व निरीक्षण के समय कोविड- 19 महामारी से बचाव के लिए भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना व आदेशों की कड़ाई से पालना करना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का भी  ध्यान रखना होगा। प्रत्येक व्यक्ति मास्क लगाकर और वाहनों को सैनिटाइज करके ही पासिंग स्थल पर पहुंचें। चालक व परिचालक के अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति को पासिंग स्थल पर प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।

प्रदेश सरकार जिला शिमला और धर्मशाला में 1.52 लाख स्मार्ट बिजली मीटर करेगीं स्थापित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लेते हुए  मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर.के. सिंह से हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लि. को 540 करोड़ रुपये के ऋण पीएफसी/आरईसी के माध्यम से प्रदान करने का आग्रह किया ताकि मार्च और अप्रैल माह की देनदारियां पूरी की जा सके। मुख्यमंत्री ने इसके अतिरिक्त उनसे 350 करोड़ रुपये अनुदान के रूप मेें दिए जाने का आग्रह किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आरईसी/पीएफसी के माध्यम से होने वाले ऋणों पर ब्याज दरों को भी कम करने का आग्रह किया।
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डिस्काॅम की नकदी समस्याओं का संज्ञान लेते हुए 90 हजार करोड़ रुपये की नकदी डालने का निर्णय लेने के लिए केंद्रीय ऊर्जा मंत्री का धन्यवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकोस व ट्रांसकोज के 31 मार्च, 2020 तक के देय भुगतान पर ही डिस्काॅम्स वित्तीय सहायता के लिए पात्र होगा। उन्होंने कहा कि राज्य बिजली बोर्ड और डिस्काॅम ने मार्च 2020 तक अपनी देनदारियों का भुगतान कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब मार्च और अप्रैल 2020 तक 540 करोड़ रुपये की देनदारियां लंबित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान हुए लाॅकडाउन से प्रभावित ओद्यौगिक ईकाइयों, आर्थिक प्रतिष्ठानों, होटलों और रेस्तरां को राहत पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने छूट और डिमांड चार्जिज को टालने के माध्यम से 47 करोड़ रुपये की राहत दी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए बिजली के बिल जमा करने की तिथि को कई बार बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के कारण बिजली की मांग में 40-45 प्रतिशत की कमी आई है जिससे हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड को लगभग 319 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार निकट भविष्य में शिमला और धर्मशाला में 1.52 लाख स्मार्ट बिजली मीटर स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि यद्यपि केंद्र सरकार ने विशेष श्रेणी के राज्य हिमाचल प्रदेश को निश्चित अनुदान प्रदान करने का भी प्रावधान किया है, परन्तु इसे वास्तविक लागत के माध्यम से निश्चित किया जाना चाहिए ताकि 22 लाख उपभोक्ताओं, जिसमंे 20 लाख घरेलु उपभोक्ता पर कम से कम भार पड़े। 
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक उर्जा राज्य के रुप में जाना जाता है, तथा यहां देश में कुल उपलब्ध 45,000 मेगावाट जल विद्युत क्षमता में से 10,500 मेगावाट जल विद्युत का उत्पादन होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष राज्य सरकार ने 778 मेगवाट की परियोजनाएं सतलुज जल निगम, 499 मेगावाट की परियोजनाएं एनटीपीसी और 520 मेगावाट की परियोजनाएं चिनाब घाटी में क्रियान्वयन के लिए  एनटीपीसी को आबंटित की हैं। उन्होंने कहा कि यह घाटी जनजातीय और दूरदराज के क्षेत्र में है, इसलिए ऊर्जा निकासी के लिए प्रभावी और दीर्घकालीन नीति बनाने की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल तथा राज्य सरकार द्वारा काज़ा में 1000 मेगावाट सौर ऊर्जा मेगा पार्क का निर्माण प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा निकासी के लिए प्रभावशाली व्यवस्था बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस संदर्भ में केन्द्रीय ऊर्जा सचिव को पहले ही एक पत्र लिखा है।
केन्द्रीय राज्य ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण विभिन्न क्षेत्र प्रभावित हुए हैं और ऊर्जा क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र को हुई क्षति से उभारने के लिए प्रभावी कदम लेने और नवीन पहल की आवश्यकता है।
केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को आशवस्त किया कि केंद्र सरकार राज्य सरकार की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि दूरदराज क्षेत्रों में ऊर्जा निकासी प्रणाली तैयार करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

कोरोना संक्रमण से बचाव एवं लोगों की सुरक्षा के लिए करवाया गया हवन

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज न्यू शिमला सामुदायिक भवन में भाजपा महिला मोर्चा शिमला द्वारा समाज से कोरोना संक्रमण से बचाव एवं लोगों की सुरक्षा के लिए आयोजित हवन कार्यक्रम में भाग लिया।
उन्होंने बताया कि भाजपा महिला मोर्चा शिमला इकाई द्वारा कोरोना वैश्विक महामारी से देश व प्रदेश को सुरक्षित रखने के लिए पाठ का आयोजन किया गया, जो एक सराहनीय कार्य है।
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उन्होंने बताया कि प्रत्येक व्यक्ति ने इस महामारी से निपटने के लिए व्यक्तिगत स्तर पर हर संभव प्रयास किए हैं। लाॅकडाउन की स्थिति में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आहवान पर पूरे देश भर में कार्यकर्ताओं द्वारा पका भोजन, राशन, मास्क, सैनिटाइजर एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं को जरूरतमंदों में वितरित किए गए।
न्होंने बताया कि आज देश आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अग्रसर है जिसमें अब सभी प्रकार के मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर का निर्माण देश में किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि कोरोना शुरू होने पर इन सब चीजों का निर्माण देश में नहीं किया जाता था। लेकिन अब इन सब वस्तुओं का निर्माण कर दूसरे देशों में भी निर्यात किया जा रहा है जिसमें प्रतिदिन 50 लाख पीपीई किट दूसरे देशों में निर्यात कर रहा है।
उन्होंने बताया कि इस महामारी के दौर में हिमाचल प्रदेश महिला मोर्चा द्वारा विभिन्न कार्य किए गए हैं, जिसमें महिला मोर्चा द्वारा 30 लाख मास्क बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, इस कार्य में हिमाचल प्रदेश महिला मोर्चा द्वारा 29 लाख 50 हजार मास्क बनाकर लोगों में वितरित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इन सब नेक कार्यों में आज महिला मोर्चा द्वारा समाज की सुरक्षा के लिए हवन का आयोजन किया गया है। जिसके लिए उन्होंने सभी पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया 53 कोरोना योद्धाओं को सम्मानित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। नेशनल डवलपमेंट सोसायटी हिमाचल प्रदेश द्वारा न्यू शिमला में आयोजित कार्यक्रम के तहत आज शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कोरोना संकटकाल में निरंतर सेवाएं प्रदान करने वाले 53 कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान समाज की सेवा व आमजन की सहायता के लिए इन लोगों द्वारा प्रदान किया गया योगदान सराहनीय है। संकटकाल की स्थिति में समाज में निरंतरता बनाए रखने के लिए इनके द्वारा विभिन्न स्तरों पर किए गए कार्यों ने समाज को मजबूती प्रदान की है।
कफ्र्यू एवं लाॅकडाउन के दौरान इन सभी कोरोना योद्धाओं ने समन्वित भाव को प्रदर्शित करते हुए परोक्ष रूप से देश सेवा का कार्य किया है।
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उन्होंने कहा कि अनलाॅक की स्थिति में हमें कोरोना संक्रमण के संकट को देखते हुए सभी हिदायतों का पालन करना आवश्यक है। चेहरे को मास्क अथवा गमछे से ढकने को हमें अपने जीवन का अनिवार्य अंग बनाना होगा। दो गज की दूरी तथा अन्य मानकों को अमल में लाना अनिवार्य है।
इस अवसर पर उन्होंने संस्था की स्मारिका ‘समाज कल्याण’ का विमोचन भी किया।
संस्था के अध्यक्ष डाॅ. ओपी शर्मा ने बताया कि इन योद्धाओं का सम्मान कर संस्था ने अपने दायित्व की पूर्ति की है। उन्होंने बताया कि इसके तहत न्यू शिमला के थाना प्रभारी तथा उनके अन्य कर्मचारी, क्षेत्र के पार्षद, चिकित्सक, पटवारी, आशा वर्कर, आंगनबाड़ी वर्कर, स्वच्छता कर्मचारी, सामाजिक कार्यकर्ता, समाचार विक्रेता, डाकघर प्रभारी, डाक पाल, जलापूर्ति व्यवस्थापक, निरंकारी मिशन के सदस्य, निजी क्लीनिक व केमेस्टि मेडिसन न्यू शिमला, पत्रकारों को कोविड संकटकाल के दौरान किए गए उनके कार्यों के प्रति सम्मानित किया गया।
उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त संस्था द्वारा शोघी, ढली तथा कुसुम्पटी में भी कोरोना योद्धाओं का सम्मान कर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा प्रकाशित स्मारिका में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए कार्यों का उल्लेख किया गया है। इसके अतिरिक्त विभिन्न कल्याणकारी कार्यों के प्रति जागृति प्रदान करने के साथ-साथ स्वच्छता, नशा निवारण, समाज सेवा तथा अन्य विषयों पर प्रकाश डाला गया है।

कोरोना से जंग जीत चुके पांच और लोगों को भेजा गया घर, रहेगें होम क्वारंटीन

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

हमीरपुर यहां एनआईटी परिसर स्थित समर्पित कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन 5 लोगों की फॉलोअप रिपोर्ट गत देर सायं नेगेटिव आने के बाद इन्हें आज शुक्रवार को डिस्चार्ज करके गृह संगरोध में भेज दिया गया। इसके साथ ही जिला में अब कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या 166 तक पहुंच गई है

उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कोरोना की जंग जीतने वाले इन लोगों को शुभकामनाएं दी तथा इनकी देख-रेख कर रहे चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयासों से ही जिला में कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने एवं संक्रमित व्यक्तियों के सफल उपचार में सफलता प्राप्त हो रही है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि शुक्रवार दोपहर तक प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार हमीरपुर जिला में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 253 हो गई है। इनमें से 166 ठीक होकर घर जा चुके हैं। शुक्रवार दोपहर तक जिला में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केसों की संख्या 85 रह गई है। इनमें 76 लोग एनआईटी स्थित समर्पित कोविड केयर सेंटर, 7 समर्पित कोविड-19 स्वास्थ्य केंद्र भोटा में और 2 लोग मेडिकल कॉलेज नेरचौक (मंडी) रेफर किए गए थे।

डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि अभी तक जिला से कुल 11,806 सैंपल लिए जा चुके हैं। वीरवार को भी 286 नमूने लिए गए, जिन्हें शुक्रवार को जांच के लिए आईएचबीटी पालमपुर भेजा गया है। इनमें से 20 सैंपल फॉलोअप रिपोर्ट के लिए डीसीसीसी, हमीरपुर से लिए गए हैं, जबकि भोरंज ब्लॉक से 90, टौणी देवी से 47, सुजानपुर 41, नादौन 39, बड़सर 31, गलोड़ 12 और मेडिकल कॉलेज अस्पताल हमीरपुर से 6 सैंपल भेजे गए हैं।

सेब का समर्थन मूल्य पचास पैसे से बढ़ाकर किया जाए दस रूपये – दीक्षित भारद्वाज

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साथ ही मंहगाई के दौर में बढ़ रहे हैं सेब पैकिंग सामग्री और पेट्रोल-डीजल के भी दाम

 
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। पांच हजार की आर्थिकी वाले सेब उद्योग को सरकार का झटका पचास पैसे समर्थन मूल्य बढ़ाकर ष्ऊंट के मुँह में जीराष् भद्दा मजाक किया है। यह बात दीक्षित भारद्वाज जुब्बल कोटखाई ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सोशल मीडिया प्रभारी ने कही है। उन्होनें कहा कि जहाँ देश की जनता व गाँव के किसान- बागवान कोरोना महामारी के कारण बेरोजगारी व आर्थिकी सकंट से बुरी तरह जूझ रहा है। वहाँ सेब सीजन शुरू होते ही महंगाई के दौर में पेटी, ट्रे, सेब पैकिंग सामग्री,पेट्रोल डीज़ल व अन्य समान के दाम बढ़ रहे हैं।
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इधर सरकार ने पचास पैसे सेब का समर्थन मूल्य बड़ा कर पांच हजार करोड के सेब उद्योग से जुड़े आठ जिलों के लाखों परिवार को तोहफा दिया हैं। इधर कुदरत का कहर अधिकतर जगह पर ओले ने भारी नुकसान किया है और साथ में इस साल सेब की फसल भी बहुत कम है। जहाँ सरकार ने अभी तक पिछली साल के समर्थन मूल्य के पैसे की अदायगी नहीं की है। वहाँ आढती ने भी अभी तक बागवानों के सेब का पैसा नहीं दिया हैं। इस तरह बागवानों का शोषण कर कमर तोड़ दी है।
दीक्षित ने कहा कि भाजपा सरकार में मंत्री, विधायक व स्वयं सरकार के मुख्या सेब बहुल क्षेत्र से बागवान है। जोकि बागवानों की हर परिस्थितियों व समस्याएं से अवगत होने के बावजूद भी अनदेखी व भद्दा मजाक किया जा रहा है और बागवानों के जख्मो में नमक छिडका जा रहा है। जो कि बहुत ही दुखद व चिन्ता जनक है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस निर्णय को बदल कर पूर्ण विचार करके सेब का समर्थन मूल्य 10 रूपए किया जाये।

जमा दो में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले संजौली स्कूल के छात्र को प्रधानाचार्य की ओर से किया गया सम्मानित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। राजधानी शिमला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संजौली में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र अनमोल रेहाईक को प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया गया। अनमोल रेहाईक ने जमा दो में 93% अंक लेकर न केवल स्कूल का नाम रोशन किया हैं बल्कि अपने माता – पिता का नाम भी रोशन किया है। प्रधानाचार्य डॉ केसी शर्मा की ओर से छात्र को 2100 रूपये की राशि प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।
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इस अवसर पर स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रकाश शंडिल व स्कूल प्रवक्ता अजय वशिष्ठ व छात्र के पिता सुनील रेहाइक भी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि दसवीं कक्षा में इस वर्ष प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रूशल चौहान 95.8% अंक प्राप्त करने वाले छात्र को भी प्रोत्साहित राशि देकर सम्मानित किया था । इस अवसर पर प्रधानाचार्य व स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष ने छात्र व उनके साथ आए अभिभावक व स्कूल के सभी अध्यापकों को हार्दिक बधाई दी।

अनलॉक-2 को सामान्य स्थिति समझने की भूल ना करें, इससे भी ज्यादा सावधानी और अधिक अनुशासित होने की आवश्यकता- अजय वशिष्ट

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। एनएसएस राज्य सलाहकार समिति शिक्षा निदेशालय के सदस्य अजय वशिष्ट ने कहा कि अनलॉक दो का मतलब ज्यादा छूट, ज्यादा स्वतंत्रता और ज्यादा लापरवाही नहीं है बल्कि अधिक सतर्कता, अधिक सावधानी और अधिक अनुशासित होने की आवश्यकता है। करोना महामारी ने जहां मानव जाति के लिए एक बड़ा संकट पैदा किया है वहीं इसका प्रभाव प्रत्यक्ष रूप से अर्थव्यवस्था पर भी साफ दिखाई दे रहा ह। इस महामारी से विश्व के 1 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं और इनमें से पांच लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। विश्व में कोरोना का कहर सबसे अधिक अमेरिका, ब्राजील, रूस, ब्रिटेन, स्पेन, पीरु में देखने को मिला है अमेरिका में बाजार खुलने के बाद हालात फिर खराब हुए हैं । देश के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फोसी ने कहा कि यदि स्वास्थ्य नियमों का पालन नहीं हुआ तो अमेरिका में 1 दिन के भीतर एक लाख मामले सामने आ सकते हैं इस चेतावनी को बड़ी गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। भारत में महाराष्ट्र,  दिल्ली,  तमिलनाडु,  गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कोरोना का कहर दिखाई दे रहा है और इन राज्यों में करोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है इसमें कोई संदेह नहीं कि दूसरे देशों की तुलना में भारत में स्थिति फिर भी नियंत्रित तो है लेकिन अधिक सतर्कता अपनाने की अति आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस गेब्रिसिस ने चेताया है एकि अभी संक्रमण का इससे भी बुरा दौर आना बाकी है। भारत में कोरोना वायरस आने के 6 महीने के बाद सबसे ज्यादा असर जून में देखने को मिले है। विशेषज्ञों का मानना है कि जून की तरह जुलाई माह में भी स्थिति अति संवेदनशील हो सकती है।
डाटा विशेषज्ञ दीपेन्द्र राय के अनुसार जून में संक्रमित मरीजों की संख्या और मौतों की संख्या दोनों ही में ही बढ़ोतरी हुई है । केरल के वरिष्ठ डाटा एक्सपर्ट जेम्स विल्सन का मानना है कि जुलाई में पांच से छह लाख संक्रमित मरीजों की संख्या हो सकती है । करोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी चाहे विश्व में हो या भारत में हो वास्तव में चिंता का विषय है । अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की रिपोर्ट के अनुसार यदि 2020 की दूसरी छमाही में कोरोना महामारी की दूसरी लहर से 34 करोड नौकरियों पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं । यह तो सर्वविदित है कि अनलॉक एक के बाद संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है एइसके दो प्रमुख कारण हैं अनलॉक व जांच में तेजी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिएए लोगों को रोजगार बना रहे यह अनलॉक समय की मांग भी है ।
इस संकट के समय सतर्कता ही बचाव है और लापरवाही हम सभी पर महंगी पड़ सकती है ।हिमाचल प्रदेश में लोगों की सुविधा के लिए 60% सवारियों के साथ अनलॉक एक में बसें चलाई जा रही थीए लेकिन अब अनलॉक दो में 100% सवारियों के साथ भी आने वाले समय में बसें चलेंगी तो भी इस माहौल में अपनी और औरों की सुरक्षा के लिए हमें स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देशों की पालना कड़ाई से करनी होगी । हिमाचल प्रदेश में अब रात 9:00 बजे तक कर्फ्यू में ढील का तात्पर्य यह नहीं ए कि घरों से बाहर घूमने का समय बढ़। है एअधिक छूट मिली हए बल्कि केवल आपातकाल स्थिति में ही इस छूट में बाहर निकले । हिमाचल प्रदेश में इस नियंत्रित स्थिति में यदि करोना महामारी से निपटने के नियमों में हम अनुशासित नहीं रहे एनियमों की अनुपालन। नहीं की एसतर्कता व एतिहात हमने नहीं अपनाई तो हिमाचल को करोना से ग्रस्त मुंबई और दिल्ली जैसी स्थिति होने में भी देर नहीं लगेगी । अतः घरों में रहें एसुरक्षित रहें ।
सामाजिक दूरी बनाए रखें एघरों से बाहर निकलने पर मास्क का अवश्य प्रयोग करेंए भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचेए बार बार साबुन स व जल से हाथ साफ करते रहेंएकिसी भी सतह को छूने के बाद सैनिटाइजर का प्रयोग भी किया जा सकता हैए सार्वजनिक जगहों पर ना थूके। इन सावधानियों को अपनाने के बाद हम काफी हद तक इस महामारी से अपना व औरों का बचाव कर सकते हैं

गरीब व जरूरतमंद मरीजों को आयुष्मान और हिमकेयर का मिला सहारा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

हमीरपुर। एक तो गरीबी और उस पर बीमारी की मार। ऐसे में कोई जरूरतमंद एवं असहाय मरीज करे भी तो क्या करे? जी हां, एक ऐसा भी दौर था कि जब गरीब परिवार का कोई सदस्य किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ जाता था तो वह परिवार आर्थिक और मानसिक रूप से पूरी तरह टूट जाता था। इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती और कई बार पैसे की कमी के कारण मरीज का इलाज ही नहीं हो पाता था।

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अब ऐसे गरीब मरीजों के इलाज में पैसे की कमी कभी आड़े ही नहीं आ सकती है। बीमारी के संकट के समय ऐेसे लोगों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना और हिमाचल प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना आरंभ की है। इन योजनाओं का लाभ उठाकर गरीब व अन्य पात्र लोग अपना मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।  जिला हमीरपुर में भी हजारों लोग इन योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। गरीब और अन्य जरुरतमंद मरीजों के लिए ये योजनाएं बहुत बड़ा सहारा साबित हो रही हैं। अभी तक जिला में दस हजार से अधिक लोग आयुष्मान और हिमकेयर योजना का लाभ उठाकर अपना मुफ्त इलाज करवा चुके हैं। इनके इलाज पर लगभग सवा चार करोड़ की धनराशि खर्च की गई है।

   मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत जिला में 52,646 लोगों के कार्ड बनाए गए हैं। इनमें से अभी तक 1986 लोग मुफ्त इलाज की सुविधा प्राप्त कर चुके हैं और इनका क्लेम लगभग 80 लाख रुपये है। इसी प्रकार हिमकेयर योजना के अंतर्गत जिला में 41,462 कार्ड बनाए जा चुके हैं, जिनमें से 8,663 लोगों ने मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है और इनकी क्लेम राशि तीन करोड़ 44 लाख रुपये से अधिक है। इनमें से कई लोग बहुत ही गंभीर बीमारियों के शिकार थे और इन बीमारियों का इलाज बहुत ही महंगा था, लेकिन संकट के समय आयुष्मान भारत और हिमकेयर योजना इन लोगों के लिए बहुत मददगार साबित हुई।

  बीपीएल वर्ग के लोग आयुष्मान भारत योजना में अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। इस योजना में सालाना पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज का प्रावधान है। इसके लिए लाभार्थी से कोई भी प्रीमियम नहीं लिया जाता है। हिमाचल में अगर कोई जरुरतमंद परिवार आयुष्मान भारत योजना से छूट जाता है तो उसे भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे छूटे लोगों के लिए ही प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना आरंभ की है।

    आयुष्मान भारत की तरह ही हिमकेयर योजना भी काफी कारगर साबित हो रही है। एकल नारियां, 40 प्रतिशत से अधिक विकलांगता के शिकार व्यक्ति, 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, आंगनबाड़ी कर्मचारी, मिड डे मील कर्मचारी, आशा वर्कर्स, दैनिक वेतनभोगी सरकारी कर्मचारी, पार्ट टाइम वर्कर्स, संविदा कर्मचारी, आउटसोर्स कर्मचारी और अन्य पात्र लोग सालाना मात्र 365 रुपये प्रीमियम देकर हिमकेयर योजना का लाभ उठा सकते हैं। बीपीएल वर्ग, मनरेगा वर्करों और पंजीकृत रेहड़ी-फहड़ी विक्रेताओं से कोई भी प्रीमियम नहीं लिया जाता है।

इन श्रेणियों से छूटे लोगों को भी हिमकेयर योजना में कवर करने की व्यवस्था की गई है। उनके लिए सालाना प्रीमियम राशि एक हजार रुपये निर्धारित की गई है। हिमकेयर योजना में चयनित परिवार के अधिकतम पांच सदस्य सालाना पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।  

Shoolini University

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मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटना में तीन लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया

आदर्श हिमाचल ब्यूरों  शिमला । मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने जिला शिमला के चिड़गांव क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया है,...

परिवहन सेवाओं का हो रहा आधुनिकीकरण, प्रदेश सरकार जनता को दे रही विश्वसनीय परिवहन...

आदर्श हिमाचल ब्यूरों शिमला । प्रदेश सरकार लोगों को गुणवत्तायुक्त, समयबद्ध और आधुनिक परिवहन सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हिमाचल पथ परिवहन...

मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में   जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्यों ने राजभवन...

आदर्श हिमाचल ब्यूरों   शिमला । राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जनशिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी की अध्यक्षता में   जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्यों...