हमीरपुर में स्थापित होगा ट्रांसपोर्ट नगर, परिवहन निगम के बेड़े में शामिल होंगी 250 नई बसेंः मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के लाभार्थियों को प्रतिमाह दिए जा रहे तीन हजार रूपये
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के लाभार्थियों से बात करते हुए कहा कि 6 जनवरी को आरम्भ की गई यह योजना पारम्परिक हस्तकलाए हस्तशिल्पए स्थानीय कलाकृतियोंए लकड़ी व धातु शिल्प कलाओं को पुनर्जीवित करने के अतिरिक्त युवाओं को लाभप्रद रोजगार प्रदान करने के लिए है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रशिक्षकों को 7500 रुपये तथा प्रशिक्षणार्थियों को तीन हजार रुपये प्रतिमाह प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण अवधि का समय तीन माह से एक वर्ष तक निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बैच में अधिकतम पांच प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रदान करने की अनुमति प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल न हमारी परम्परागत कलाएं, शिल्प और संस्कृति का पुनरुद्धार होगा, बल्कि युवाओं को स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने बीते अढ़ाई वर्ष के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए विभिन्न योजनाएं आरम्भ की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एक बीघा योजना कामयाब योजना साबित हुई हैए क्योंकि इस योजना के तहत लाभ उठाने के लिए 3500 परिवारों ने अपना पंजीकरण करवाया है। उन्होनें ई-पंचायत में भी प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने के लिए विभाग को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रारम्भ में मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना राज्य के चार जिलों के 18 खण्डों में आरम्भ की गई है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत निर्धारित पाठ्यक्रम में काश्तकला, धातु शिल्प, मण्डी कलम, पत्थर शिल्प, बांस शिल्प, लकडी का शिल्प, चीड़ की पत्तियों के उत्पाद और मिट्टी के बर्तन बनाने का शिल्प आदि शामिल किए गए है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान केवल ग्रामीण आर्थिकी ही अपने आप को बचा पाई हैए जिससे इस तथ्य पर पहुंचा जा सकता है कि हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में ही किसी भी प्रकार की परिस्थिति से निपटने के लिए मजबूत आधार उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि युवाओं को लाभान्वित करने के लिए ग्राम विकासोन्मुखी योजनाएं आरम्भ करने के प्रयास किए जाने चाहिए ताकि ग्रामीण युवाओं को रोजगार की तलाश में शहरों की ओर न जाना पड़े। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर योजना से सम्बन्धित पोस्टर और सूचना पुस्तिका भी जारी की।
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ठेकेदारी व दुकानदारी के नाम पर नेतागिरी करने वाले किस हैसियत से राणा पर उठा रहे हैं सवाल – कांग्रेस
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सुजानपुर। कांग्रेस ने बीजेपी की बयानबाजी पर पलटवार करते हुए जोरदार हमला बोला है। जिला कांग्रेस महासचिव जोगिंद्र ठाकुर, सुजानपुर कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश, सुजानपुर कांग्रेस के महासचिव डॉ. अशोक राणा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष वीना धीमान, बीडीसी अध्यक्ष सपना कुमारी आदि कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने कहा है कि छोटे मुंह बड़ी बात करने वाले बीजेपी के नेता सवाल उठाने से पहले अपनी जमीनी हकीकत को समझ लें। बेतुके कुतर्क और बेतुकी बयानबाजी से नेतागिरी नहीं चमचागिरी होती है। जो कि सिर्फ व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए सही हो सकती है, जनता हित में नहीं।
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उक्त नेताओं ने कहा है कि ठेकेदारी व दुकानदारी के नाम पर नेतागिरी करने वाले अड्डाबाज विधायक राणा के सेवा संकल्प पर सवाल न उठाएं। सुजानपुर का बच्चा-बच्चा जानता है कि जनता की दुख तकलीफ में सिर्फ राणा ही जनता के बीच मिलते हैं। जिन नेताओं की चमचागिरी बीजेपी के लोग कर रहे हैं वह नेता तो अब भी ढूंढे नहीं मिल रहे हैं, यह जनता भी जानती है और बेतुकी बयानबाजी करने वाले भी जानते हैं। लॉकडाउन व अचानक कफ्र्यू के बाद चंडीगढ़ में फंसे राजेंद्र राणा ने समूचे प्रदेश के लोगों की कितनी मदद की है इसका प्रमाण पत्र राणा को चमचागिरी करने वाले लोगों से नहीं लेना है।
पंजाब प्रांत की सरकार ने भी राणा की सेवा साधना का लोहा मानते हुए लॉकडाउन के दौरान लोगों की गई मदद को सरकार के रिकॉर्ड पर दर्ज कर प्रशंसा पत्र दिया है। उक्त नेताओं ने बीजेपी के लोगों को सलाह दी है कि वह बेतुके बयान देकर अपने नेताओं की फजीहत न करवाएं। जहां तक कद का सवाल है तो सुजानपुर की जनता ने उनको और उनके नेताओं को अपना व राणा का कद पहले भी साबित कर दिखाया है और भविष्य में भी साबित कर दिखाएंगे।
उन्होंने सवाल पूछा है कि इधर-उधर की बेतुकी बयानबाजी करने की बजाय जनता को यह बताएं कि उनके हाई प्रोफाइल सांसद अनुराग ठाकुर कोविड-19 संकट में जनता के बीच कितनी बार आए। राणा ने तो सुजानपुर के घर-घर में जाकर कोरोना महामारी के बचाव में लोगों की खैर खबर लेते हुए लगातार मास्क सेनेटाइजर व जूस तक बांटे हैं, लेकिन उनके हाई प्रोफाइल नेता तो उनको भी सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से ही दिखे हैं। ऐसे में सवाल करने से पहले अपनी व अपने नेताओं की जमीनी हकीकत देख कर बीजेपी के लोग बयान जारी किया करें।
कहां छिपे हैं बीजेपी के सांसद अनुराग- कांग्रेस
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
सुजानपुर। जिला कांग्रेस महासचिव जोगिंद्र ठाकर, सुजानपुर कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश, सुजानपुर कांग्रेस के महासचिव डॉ. अशोक राणा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष वीना धीमान, बीडीसी अध्यक्ष सपना कुमारी ने सुजानपुर बीजेपी नेताओं द्वारा विधायक राजेंद्र राणा को लेकर की गई बयानबाजी पर जवाबी हमला बोलते हुए कहा है कि राजेंद्र राणा के लिए अभद्र भाषा बोलने वाले नेता सवाल करने से पहले जनता को यह बता दें कि वह किस श्रेणी के नेताओं में आते हैं।
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बेतुके कुतर्क व बेतुकी बयानबाजी चमचागिरी के लिए तो ठीक है, लेकिन ऐसे बयानों से सिर्फ इन नेताओं का तो अपना उल्लु सीधा हो सकता है, लेकिन ऐसे बयानों से जनता का कोई भला नहीं हो सकता है। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि अपना कद देखने की उन लोगों को जरुरत है जो चमचागिरी करके अपनी ठेकेदारी व दुकानदारी को चमका रहे हैं, न कि सुजानपुर कांग्रेस के विधायक राजेंद्र राणा व उनकी टीम के नेताओं को जो अपनी सेवा साधना व संकल्प के लिए सुजानपुर में ही नहीं समूचे प्रदेश में जाने जाते हैं।
कांग्रेस महासचिव जोगिंद्र ठाकुर ने कहा है कि चंडीगढ़ के सवाल पर जवाब देते हुए कहा है कि लॉकडाउन के बाद रातों रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा लगाए गए कफ्र्यू के कारण अगर राजेंद्र राणा चंडीगढ़ में कुछ दिन के लिए रुके थे तो इस पर बेतुके सवाल किस हैसियत से किए जा रहे हैं। क्या सुजानपुर बीजेपी के नेता बताएंगे कि कफ्र्यू के दौरान राजेंद्र राणा को उनकी सरकार ने कोई स्पेशल पास इशू किया था? उन्होंने कहा कि सुजानपुर की जनता जानती है कि जैसे ही राजेंद्र राणा लॉकडाउन के बाद सुजानपुर पहुंचे तो अपने सेवा संकल्प को लेकर सुजानपुर के घर-घर में मास्क, सेनेटाइजर व जूस बांटते हुए कोरोना महामारी के बचाव में दिन-रात डटे रहे। सुजानुपर कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन ज्योति प्रकाश ने कहा है कि शर्म तो उन लोगों को आनी चाहिए जो अभी तक भी क्षेत्र में ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। विधायक राजेंद्र राणा तो लोगों के बीच हैं, लेकिन सांसद अनुराग ठाकुर से जनता तो क्या अब उनके कार्यकर्ता भी मिलने को तरस चुके हैं। जमीनी हकीकत जनता देख व समझ रही है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में रहते हुए लॉकडाउन में फंसे हुए लोगों की जो पैरवी व मदद विधायक राजेंद्र राणा ने की है, उसका प्रमाण पत्र बीजेपी के अड्डा बाजों से लेने की कांग्रेस को जरूरत नहीं है। पंजाब कांग्रेस के साथ प्रदेश की जनता ने इस मामले के लिखित प्रमाण राणा को देते हुए उनकी सराहना की है। सुजानपुर कांग्रेस ने बीजेपी नेताओं को सलाह दी है कि वह महज अपनी चमचागिरी के लिए अपने नेताओं की फजीहत न करवाएं, क्योंकि जनता सब जानती है।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के विरोध में प्रदेश सरकार के खिलाफ नावर युवा कांग्रेस ने किया टिक्कर में धरना प्रदर्शन
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। राजधानी शिमला के नावर में युवा कांग्रेस के सभी पदाधिकारियों ने बुधवार को नावर युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अर्पित राठौर की अध्यक्षता में पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के विरोध में भाजपा सरकार के खिलाफ टिक्कर में जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इसके साथ ही डीजल-पेट्रोल के बढ़े हुए दामों और क्षेत्र में सड़कों की दुर्दशा को लेकर भी तहसीलदार के माध्यम से राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को ज्ञापन सौंपा।
यह भी पढ़ेंः- कोरोना काल में भी निजी संस्थान छात्रों से फीस वसूलने से नहीं आ रहे बाज, स्टाफ को भी नहीं मिल रही तनख्वाह – विक्रमादित्य सिंह
इस मौके पर ब्लाॅक अध्यक्ष अर्पित राठौर ने कहा कि पेट्रोल डीजल के बढ़े हुए दामों को प्रदेश सरकार तुरंत वापस लें और यह सेब बहुल क्षेत्र हैं तथा इस समय नावर क्षेत्र में सड़कों की हालत काफी दयनीय बनी हुई हैं जिससे सेब सीजन के दौरान यहां लोगों को भारी दिक्कतें पेश आ सकती हैं। उन्होनें भाजपा सरकार को चेताते हुए कहा हैं कि जल्द से जल्द इन सड़कों की दशा को सुधारा जाएं नहीं तो आने वाले समय में युवा कांग्रेस उग्र आदोंलन करने से पीछे नहीं हटेगी।
इस मौके पर कांग्रेस पदाधिकारी रोनी पानेट,सचिन चौहान,अमन ,मनीष,भोपिंदर, देविंदर चौहान, देवराज चौहान,हेमराज क्रिप्टा, साहिल चौहान, राहुल बुशहरी,ऋषभ देष्टा,जगदीश कुमार,भूपेष पानेट,संदीप चौहान,अतुल चौहान,वेद सुनता, धर्मेंद्र बचटा, मुन्नी लाल,सौरव डारट्ठा,संजू डास्ता,देविंदर मिष्टा,पवन चौहान,नवीन धानटा, निशु चौहान विशेष रूप से मौजूद रहे।
कोरोना काल में भी निजी संस्थान छात्रों से फीस वसूलने से नहीं आ रहे बाज, स्टाफ को भी नहीं मिल रही तनख्वाह – विक्रमादित्य सिंह
प्रदेश में सेब बागवानों को कार्टन और ट्रे जल्द उपलब्ध करवाने की भी मुख्यमंत्री से की मांग
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। कांग्रेस ग्रामीण विधायक विक्रमादित्य सिंह ने प्रदेश ने शिक्षा के नाम पर निजी स्कूलों और विश्विद्यालय की कथित मनमर्ज़ी पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा हैं कि भाजपा को ऐसा लगता है कि प्रदेश में इन निजी शिक्षण संस्थानों को लोगों को लूटने की खुली छूट है। एक तरफ यह शिक्षण संस्थान मोटी फ़ीस छात्रों से वसूल रहें है तो दूसरी तरफ अपने स्टाफ को पूरी तनख्वाह भी नही दे रहें है। प्रदेश में फर्जी डिग्री मामले सामने आने के बाद तो इनकी विश्वसनीयता पर ही प्रश्न चिन्ह लग गया है।
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विक्रमादित्य सिंह ने पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि देश में कोरोना संकट के चलते पूरा देश अस्तव्यस्त हो गया है। शिक्षण संस्थान बंद पड़े है। कामकाज ठप पड़े है और बेरोजगारी बढ़ गई है। देश की अर्थव्यवस्था निम्म स्तर पर पहुंच गई है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि इस सकंट के दौर में प्रदेश सरकार देश के बड़े उद्योगपतियों और प्राइवेट शिक्षा संस्थानों के हाथों कठपुतली बन कर खेल रही है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों से यह संस्थान पूरी तरह बंद पड़े है। ऐसा नही है कि इनमें पड़ने वाले छात्रों ने इनकी फीस न दी हो। उ
न्होंने कहा है कि यह संस्थान पहले ही एडवांस में फीस बसूल लेते है। इस समय जबकि प्रदेश सरकार एक तरफ इन संस्थानों से लॉक डाउन समय की फीस न लेने की बात कर रही है तो दूसरी ओर यह संस्थान अभिभावकों से यह फ़ीस के नोटिस भेज रहें है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस बारे में स्पष्ट निर्देश जारी करने चाहिए कि उन्हें फीस देनी है या नहीए और अगर देनी भी है तो किस हिसाब से।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि फर्जी डिग्री मामले में शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल का नाम बदनाम हुआ है।उन्होंने कहा है कि पूर्व भाजपा शाशनकाल में प्रदेश में निजी शिक्षण संस्थानों की एक बाढ़ सी आई।सम्भतः यही कारण रहा है कि तत्कालीन सरकार ने ऐसे ऐसे संस्थानों को अनुमति के साथ साथ करोड़ों रुपए की कीमती जमीनें इन उद्योगपतियों को कौड़ियों के भाव बेच दी। आज यह संस्थान अपने कर्मचारियोंए शिक्षकों के साथ साथ इसमें पड़ने वाले छात्रों का भी डट कर शोषण कर रहें है।सरकार है कि वह अपनी आंखें मूंदे बैठी है।प्रदेश में निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग भी मौन धारण किये हुए है। उनका भी इन संस्थानों पर कोई नियंत्रण नही लगता।
विक्रमादित्य सिंह ने सरकार से मांग की है कि वह प्रदेश के लोगों को इस लूट से बचाए। उनका कहना है कि फर्जी डिग्री मामलें की भी पूरी जांच की जानी चाहिए दोषी अधिकारियों के साथ साथ उन विश्विद्यालय पर भी कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए जो इस मामलें में संलिप्त पाए जाते हैं। विक्रमादित्य सिंह ने मुख्यमंत्री से प्रदेश में सेब सीजन को देखते हुए बागवानों के लिए कार्टन, ट्रे जल्द उपलब्ध करवाने की मांग करते हुए इसके विपणन की पूरी व सही व्यवस्था करनी चाहिए जिससे प्रदेश की मुख्य आर्थिकी पर कोई कुप्रभाव न पड़े।
उपायुक्त ने जारी किए आदेश, उखली और बिझड़ी पंचायत के गांव कंटेनमेंट जोन से बाहर
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
हमीरपुर। कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने पर कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हमीरपुर उपमंडल की ग्राम पंचायत उखली और बड़सर उपमंडल की ग्राम पंचायत बिझड़ी के गांवों में संक्रमण का कोई अन्य मामला न मिलने पर इन गांवों को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया गया है। जिला दण्डाधिकारी हरिकेश मीणा ने आदेश जारी किए हैं।
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आदेशों के अनुसार ग्राम पंचायत उखली के वार्ड नंबर-06 (गांव सनेड़), वार्ड नंबर-07 (गांव फाफन) और ग्राम पंचायत बिझड़ी के वार्ड नंबर-05 (बिझड़ी) को 18 जून को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इन सभी गांवों में कोरोना संक्रमण के अन्य संभावित मामलों का पता लगाने के लिए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान भी चलाया गया था।
इस अभियान के दौरान तथा उक्त अवधि में उपरोक्त गांवों में संक्रमण का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है। स्थिति की पूर्ण समीक्षा के बाद उखली और बिझड़ी पंचायत के तीनों गांवों में कंटेनमेंट जोन की पाबंदियां हटाई जा रही हैं। अब इन गांवों में भी अन्य क्षेत्रों की तरह रोजाना कर्फ्यू में ढील दी जाएगी।
कोरोना संक्रमित मामला सामने आने के बाद बधानी पंचायत का एक वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित…..
वहीं भोरंज उपमंडल की ग्राम पंचायत बधानी के वार्ड नंबर-7 गांव दलालड़ में कोरोना संक्रमण के तीन पाजीटिव मामले सामने आने के बाद इस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। कंटेनमेंट जोन के नियमों के अनुसार यह क्षेत्र पूरी तरह सील रहेगा। ड्यूटी पर तैनात सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के अलावा इस क्षेत्र में अन्य किसी भी व्यक्ति या वाहन की आवाजाही पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। कंटेनमेंट जोन में किसी भी व्यक्ति के घर से बाहर पैदल या वाहन से निकलने या सार्वजनिक स्थान पर इकट्ठे होने पर प्रतिबंध रहेगा। आगामी आदेशों तक इस इलाके में कर्फ्यू में कोई ढील भी नहीं दी जाएगी।
आदेशों के अनुसार कंटेनमेंट जोन में लोगों की सुविधा के लिए दूध, राशन, फल-सब्जी, दवाईयां, गैस व अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति घर-द्वार पर ही विभिन्न अधिकृत विक्रेताओं के माध्यम से की जाएगी। इन विक्रेताओं को परमिट जारी किए जा रहे हैं। उन्होंने दलालड़ गांव के सभी निवासियों से इन आदेशों की पालना करने तथा प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है।
चाइनीज ऐप पर बैन लगाने के बाद अब कृषि उपकरण और मशीनरी की खरीद पर भी रोक
आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। केंद्र सरकार ने जहां टिक टाॅक सहित 59 चाइनीज ऐप पर बैन लगा दिया है तो वहीं अब प्रदेश सरकार ने फैसला लेते हुए अब किसानों को दिए जाने वाले चीन निर्मित कृषि उपकरण और मशीनरी नहीं खरीदेगी। कृषि मंत्री डॉक्टर रामलाल मारकंडा ने यह आदेश दिए हैं।
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कृषि मंत्री की ओर से जारी आदेश के बाद अब कृषि विभाग में कोई भी मेड इन चाइना उपकरण या मशीनरी नहीं खरीदी जाएगी। कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया और कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में जिस तरह पाकिस्तान को सबक सिखाया गया हैए उसी तरह चीन को भी घर में घुसकर मारने की क्षमता भारत रखता है।
मुख्यमंत्री ने किया प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को नवंबर तक विस्तार का स्वागत
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