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कैलाश मानसरोवर यात्रा शिपकी-ला से शुरू करने का मामला केंद्र सरकार से उठाएंगेः मुख्यमंत्री

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

किन्नौर । सीमावर्ती क्षेत्र शिपकी-ला में सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा पर्यटन गतिविधियों के आरम्भ होने से पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आर्थिकी भी सशक्त होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने रक्षा मंत्रालय से सीमावर्ती क्षेत्र लेपचा, शिपकी-ला, गिऊ और रानी कंडा में पर्यटन गतिविधियों को अनुमति प्रदान करने का आग्रह किया था। स्वीकृति प्राप्त होने के उपरांत सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारम्भ किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कैलाश मानसरोवर यात्रा शिपकी-ला के रास्ते से शुरू करने का मामला केन्द्र सरकार के समक्ष उठाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्वयं प्रधानमंत्री से भेंट कर यह विषय उनके सामने प्रस्तुत करेंगे। शिपकी-ला से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए सबसे सुगम मार्ग उपलब्ध होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 से भारत चीन व्यापार शिपकी-ला के माध्यम से बंद है। इस दर्रे के माध्यम से व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की असीम संभावनाएं हैं। इसे पुनः आरम्भ करने का मामला भी केन्द्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने केन्द्र से हिमाचल स्काउट बटालियन की स्थापना का आग्रह किया है, जिसमें राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों के लिए विशेष कोटा होगा।
सीमावर्ती क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हवाई अड्डा स्थापित करने का मामला भी केन्द्र के समक्ष उठाया जाएगा । राज्य सरकार केन्द्र सरकार से सैन्य और अर्ध सैनिक बलों की इनर लाइन चेक पोस्ट को समाप्त करने का आग्रह करेगी, जिससे वर्तमान में पर्यटकों के लिए परमिट संबंधी बाधा उत्पन्न होती है।

 

 

यात्रा को सरल और पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसके तहत भारतीय सेना और अर्ध सैनिक बलों के साथ सहयोग पर बल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इन कदमों से पर्यटन को प्रोत्साहन मिलेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था भी सुदृढ़ होगी।
उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति जिला से किन्नौर को जोड़ने वाली वांगतू-अटरगू-मुद-भावा दर्रा मार्ग को राष्ट्रीय वन्य जीव बोर्ड से मंजूरी मिली है। जिससे इसके निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस सड़क के बनने से शिमला और काजा के बीच दूरी लगभग 100 किलोमीटर कम हो जाएगी।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती सड़कों का केवल सामरिक महत्त्व नहीं है, बल्कि इनका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में सम्पर्क सुविधा बढ़ाकर लोगों को लाभ प्रदान  करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने की कार्य योजना के बारे में उन्होंने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आई.टी.बी.पी.) से चर्चा की है। आई.टी.बी.पी. के स्वास्थ्य संस्थानों के माध्यम से लोगों को चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के बारे में विस्तृत चर्चा की गई है। आई.टी.बी.पी. के विभिन्न हेलीपैड को दूर-दराज क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उपयोग में लाए जाने पर भी चर्चा की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सेना और अर्ध सैनिक बलों के शौर्य पर नाज है। मुख्यमंत्री ने शिपकी-ला में सरहद वन उद्यान का शुभारम्भ भी किया। उन्होंने इंदिरा गांधी प्वाइंट भी विजिट किया।

 

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया और सीमा पर्यटन गतिविधियों का शुभारम्भ करने के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि शिपकी-ला में पर्यटन संबंधी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। उन्होंने क्षेत्र में हिमाचल पथ परिवहन निगम का ऑन डिमांड बस रूट आरम्भ करने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेेतृत्व में क्षेत्र में विकास की गति प्रदान की गई है।
उन्होंने क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की।
ग्राम पंचायत नमग्या के प्रधान बलदेव नेगी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

 

इस अवसर पर स्थानीय महिला मंडलों ने आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेन्द्र श्याम, किनफेड के अध्यक्ष चन्द्र गोपाल नेगी, कमांडिग आफिसर 19, बिहार रेजीमेंट कर्नल नितिन शंकर, कमांडिंग आफिसर ।।, महार कर्नल जी.के. गुंडे, कमांडेंट 43, आई.टी.बी.पी. सुरेन्द्र पंवार उपायुक्त अमित कुमार, पुलिस अधीक्षक अभिषेक एस, सेना, आई.टी.बी.पी., व जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य गणमान्य इस अवसर पर उपस्थित

एक छात्र, एक पेटेंट’ विजन पर फोकस के साथ मनाया गया शूलिनी इनोवेशन डे 4.0

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों
सोलन  । शूलिनी विश्वविद्यालय के बौद्धिक संपदा अधिकार कार्यालय (एसआईपीआरओ) ने मंगलवार को नवाचार, रचनात्मकता और बौद्धिक संपदा पर  शूलिनी इनोवेशन डे के चौथे संस्करण का आयोजन किया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की पेटेंट फाइलिंग की बढ़ती संस्कृति और इसके साहसिक विजन – एक छात्र, एक पेटेंट पर प्रकाश डाला गया।
कार्यक्रम की शुरुआत एसआईपीआरओ के निदेशक डॉ. दिनेश कुमार  के स्वागत भाषण से हुई, जिन्होंने विश्वविद्यालयों में अच्छी तरह से स्थापित आईपीआर सेल के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि शूलिनी के पास इन-हाउस पेटेंट फाइलिंग सुविधाएं हैं और वह छात्रों को नवाचार करने के लिए सक्रिय रूप से प्रोत्साहित कर रहा है।
अपने मुख्य भाषण में, शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अतुल खोसला ने दर्शकों को यह कहकर प्रेरित किया, “नवाचार के लिए विचारों की जरूरत होती है, पैसे की नहीं। महान नवाचार महान विचारों से पैदा होते हैं।” उन्होंने वैश्विक सहयोग, प्रयोग और निडर नवाचार के महत्व पर जोर दिया।
शूलिनी विश्वविद्यालय के प्रो चांसलर  विशाल आनंद ने शोध को सीखने और सामाजिक प्रभाव के साथ जोड़ने के बारे में बात की। उन्होंने कहा, “हम उन छात्रों और शोधकर्ताओं को फंड देने के लिए तैयार हैं जो नवाचार करना चाहते हैं और पेटेंट दाखिल करना चाहते हैं।” चांसलर प्रो. पी.के. खोसला ने प्रति वर्ष एक शिक्षक, एक पेटेंट की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होंने संकाय सदस्यों को अपने विचारों को पेटेंट में बदलने और नवाचार की संस्कृति का समर्थन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि विभाग के प्रोफेसर संजय संधू ने युवा नवप्रवर्तकों से साहसिक कदम उठाने और अपने विचारों पर विश्वास करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “हर महान आविष्कार एक सरल विचार से शुरू होता है। उस विचार पर काम करने का साहस ही सच्चे नवप्रवर्तकों को अलग करता है।”
अतिथि वक्ता प्रो. (डॉ.) मनु शर्मा, समन्वयक, टीईसी, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने आईपीआर और उद्योग सहयोग पर अंतर्दृष्टि साझा की। प्रो. (डॉ.) रूपिंदर तिवारी, मेंटर, टीईसी, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने जमीनी स्तर के नवाचार का समर्थन करने के लिए प्रौद्योगिकी सक्षम केंद्रों और मजबूत उद्योग-अकादमिक भागीदारी की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) सी. रमन सूरी, अध्यक्ष, टीईसी, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की प्रबंधन समिति ने वैदिक युग से लेकर आधुनिक समय तक भारत की नवाचार की समृद्ध विरासत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “आज के युग में, यदि आप अपने विचारों को जुनून के साथ आगे बढ़ाते हैं तो कुछ भी असंभव नहीं है।” उन्होंने समाज द्वारा संचालित नवाचार का भी आह्वान किया।
कार्यक्रम का समापन पुरस्कार वितरण समारोह और SIPRO के वरिष्ठ प्रबंधक  हिमांशु शर्मा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने SIPRO की पूरी टीम के समर्पित प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनकी सफलता टीम वर्क पर निर्भर करती है। कार्क्रम का मंच सञ्चालन आईपीआर में अस्सिस्टेंट प्रोफ ऋचीका द्वारा किया गया।
SIPRO, जिसकी स्थापना 2015 में हुई थी और जिसे 2021 में इन-हाउस संरचना में परिवर्तित कर दिया गया, के पास नौ पेशेवरों की एक समर्पित टीम है जो पेटेंट, ट्रेडमार्क, कॉपीराइट और डिज़ाइन सहित विश्वविद्यालय की IP आवश्यकताओं का प्रबंधन करती है। उनके मिशन में आंतरिक क्षमताओं का निर्माण, व्यावसायीकरण को बढ़ावा देना, ग्रीष्मकालीन पेटेंट स्कूल चलाना और युवा शोधकर्ताओं को शामिल करना शामिल है।

महापुरूष थे संत कबीर दास – कुलदीप पठानियां।

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने संत कबीर दास जयन्ती की प्रदेश व देशवासियों को बधाई दी है। पठानियां ने अपने बधाई सन्देश में कहा कि आज भी पूरे देश में संत कबीर दास के करोड़ों अनुयायी मौजूद है। उन्होने कहा कि संत कबीर दास सभी धर्मों का सम्मान करते थे तथा बाल्यकाल से ही उन्होने अध्यात्म की ओर रूख किया और उन्होने खुद को अल्लाह के साथ- साथ भगवान राम के बच्चे के रूप में संदर्भित किया। उन्होने सभी धर्मों को स्वीकार किया तथा किसी भी धार्मिक भेदभाव में विश्वास नहीं किया।

 

वह 15वीं शताब्दी के एक अत्यधिक प्रशंसित कवि थे तथा उके लेखन ने भक्ति आन्दोलन को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया था। पठानियां ने कहा कि कबीर दास भारत के एक बहुत प्रसिद्व कवि, संत और समाज सुधारक थे। यह भारत के साथ – साथ विदेशों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाने वाला दिन है। संत कबीर दास एक पवित्र व्यक्ति थे और उनके कार्य सर्वोच्च होने के महत्व और एकता का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इस अवसर पर विधान सभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने भी संत कबीर जयन्ती की सभी को बधाई दी है।

आस्था, अस्मिता, आजीविका और अर्थव्यवस्था का उत्कर्ष है मोदी का सेवाकाल

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरी दुनिया में ब्रांड मोदी की चर्चा है। यह चर्चा उनकी अनवरत तपस्या के कारण है। असंभव को संभव कर दिखाने की क्षमता के कारण है। आर्थिक, सामरिक, वैज्ञानिक और कूटनीतिक उपलब्धियों के लिहाज से यह कार्यकाल अभूतपूर्व है। विकास, गरीब कल्याण, नारी सशक्तिकरण, आत्म निर्भर भारत के लिए मोदी का यह सेवाकाल अद्वितीय है। जो पहले कभी नहीं हुआ वह आज संभव हुआ है। यह प्रधानमंत्री का विजन और दृढ़ इच्छा शक्ति का परिणाम है।प्रधानमंत्री के स्वर्णिम 11 साल का सेवाकाल इस बात का प्रमाण है कि सेवा से प्रेरित शासन व्यवस्था के द्वारा आम नागरिक के जीवन में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है। संकल्प, साधना और राष्ट्रभक्ति से ही विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का सफल नेतृत्व किया जा सकता है।

 

 

जयराम ठाकुर ने कहा कि 11 साल के कार्यकाल में वह चीजें भी संभव हुई जिसके बारे में कभी कल्पना नहीं की जा सकती थी। आज कश्मीर से धारा 370 खत्म है। एक निशान, एक संविधान और एक प्रधान का सपना साकार हुआ है। दुनिया के सबसे उंचे चिनाब रेल ब्रिज से होकर वन्दे भारत गुजरती है तो कश्मीर से कन्या कुमारी को जोड़ने का एक सदी पहले देखा गया सपना पूरा होता है। राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के साथ करोड़ों सनातनियों के पांच सौ साल पुराना सपना साकार हुआ। दुनिया के सबसे बड़े जीवन बीमा से 60 करोड़ से ज्यादा भारतीय लोगों को फ्री इलाज का सपना पूरा हुआ। रक्षा के क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता, रक्षा उपकरणों का निर्यात किसी सपने के पूरा होने से कम नहीं है। भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में अद्वितीय सफलता हासिल कर रहा है और अपने ही नहीं दुनिया के सक्षम देशों के अंतरिक्ष मिशन को अंजाम दे रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन को गति प्रदान करतीं प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, जन धन योजना और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना जैसी अनेक लोक-कल्याणकारी पहलें आमजन के जीवन को सुगम, वंचित को सशक्त और व्यवस्था को परिणाम दायक बनाने के प्रति प्रधानमंत्री के लोकहित की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करती हैं।

 

 

जयराम ठाकुर ने कहा कि मोदी का सेवाकाल आस्था, अस्मिता, आजीविका और अर्थव्यवस्था के उत्कर्ष को सुनिश्चित करने का सेवा काल है। अमृतकाल के सारथी प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘नए भारत’ ने नारी सशक्तिकरण, आर्थिक विकास, कृषक उत्थान, नवोन्मेष, विरासत के संरक्षण, विकास की गति, सांस्कृतिक पुनरूत्थान, राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक प्रतिष्ठा नित नए आया स्थापित किए हैं ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ की भावना के अनुरूप जन-जन को विकास के साथ जोड़ा गया है। उनके कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि आर्थिक क्षेत्र से लेकर अंतरिक्ष तक, भारत हर क्षेत्र में महाशक्ति बन रहा है।

विक्रमादित्य सिंह ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

दिल्ली /शिमला  लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार सायं दिल्ली में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की। उन्होंने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण घटासनी-शिल्हा-बधानी-भूभूजोत-कुल्लू सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का आग्रह किया।

 

उन्होंने कहा कि पठानकोट-मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए एक वैकल्पिक मार्ग की अत्यंत आवश्यकता है। इससे लगभग 55 किलोमीटर की दूरी भी कम हो जाएगी। यह सड़क एक स्थाई राजमार्ग के रूप में कार्य करेगी जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में भी सहायता मिलेगी।

 

उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से इस परियोजना को मंजूरी देने का आग्रह किया।
राजनाथ सिंह ने राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

हरचंद सिंह बरसट ने ‘आप’ उम्मीदवार संजीव अरोड़ा के पक्ष में किया प्रचार

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप)पंजाब के प्रदेश महासचिव और पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचंद सिंह बरसट ने कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रति लोगों के प्यार को देखकर यह यकीन हो गया है कि विधानसभा क्षेत्र लुधियाना पश्चिम के उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा की जीत तय है।

स. हरचंद सिंह बरसट की ओर से विधानसभा क्षेत्र लुधियाना पश्चिम के उपचुनाव के चलते आप’ उम्मीदवार संजीव अरोड़ा के पक्ष में पी.ए.यू. कैंपस के रिहायशी कांपलैक्स में डोर-टू-डोर प्रचार किया गया और लोगों को आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया गया। इस अवसर पर स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह और एमएलए इंदरजीत कौर मान विशेष रूप से उपस्थित रहे।

 

इस दौरान स. बरसट ने कहा कि आप’ उम्मीदवार संजीव अरोड़ा राज्यसभा सदस्य रहते हुए लुधियाना के सर्वपक्षीय विकास के लिए लगातार कार्य करते आए हैं और लुधियाना तथा पंजाब के लोगों के लिये हमेशा आवाज़ उठाते आ रहे हैं। संजीव अरोड़ा का लोगों से इतना जुड़ा होना और जमीनी स्तर पर उनका सरगर्म होना बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने कहा कि संजीव अरोड़ा के प्रति लोगों का प्यार और विश्वास देखकर यह तय है कि लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में आम आदमी पार्टी बड़े अंतर से जीत प्राप्त करेगी।

 

उन्होंने कहा कि पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने अपने तीन साल के कार्यकाल के दौरान राज्य में मिसाली कार्य किए हैं। स्वास्थ्यशिक्षारोजगार, लोगों को बुनियादी सुविधाएं देने सहित हर क्षेत्र में आम आदमी पार्टी की सरकार ने बड़े स्तर पर विकास कार्य किए हैं।

 

राज्य महासचिव ने मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की नीतियों और लोक भलाई के कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने हर क्षेत्र में बहुत सुधार किए हैं। लोगों को 600 यूनिट मुफ्त बिजली दी जा रही है। खेतों को नहरों का पानी मिल रहा है। नौजवानों को बिना किसी रिश्वत या सिफारिश के सरकारी नौकरियां दी जा रही हैं। इसके साथ ही सड़क सुरक्षा फोर्स, स्कूल आफ एमिनेंस, स्वास्थ्यप्रशासनिक सुधार सहित हर क्षेत्र में काम किये गए हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा नशे के खात्मे के लिए विशेष मुहिम युद्ध नशे के विरुद्ध चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा विकास की बात करती है और प्रदेश को रंगला और खुशहाल पंजाब बनाने के लिए लगातार कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे आम आदमी पार्टी को वोट देकर बड़े अंतर से विजयी बनाएं।

मुख्यमंत्री ने किन्नौर जिला में शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना का किया दौरा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

किंनौर ।मुख्यमंत्री  सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने किन्नौर जिला के शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने परियोजना के विद्युत गृह स्थल कड़छम तथा बैराज स्थल पोवारी का भी निरीक्षण किया। परियोजना के बैराज स्थल में चल रही विभिन्न निर्माण गतिविधियों की भी जानकारी हासिल की।
मुख्यमंत्री ने शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना के इंजीनियरों व कामगारों के साथ परियोजना में चल रही निर्माण गतिविधियों को लेकर संवाद भी किया।

 

मुख्यमत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 450 मैगावॉट क्षमता की इस पनबिजली परियोजना को समयबद्ध तरीके से नवम्बर, 2026 तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के क्रियाशील हो जाने से प्रदेश को सालाना लगभग एक हजार करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति होगी।

 

उन्होंने कहा कि यह परियोजना विगत 13 वर्ष से निर्माणाधीन है, लेकिन वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल के दो वर्ष के दौरान इसके निर्माण कार्य में तेजी लाई है तथा इस परियोजना को तय समय अवधि में पूरा कर प्रदेश को समर्पित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी हिमाचल प्रदेश का बहता हुआ सोना है तथा हमारी सरकार इसका पूरा सदुयोग करेगें। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने प्रदेश की इस अमूल्य संपदा को लूटने दिया। वर्तमान सरकार प्रदेश की इस अमूल्य संपदा को प्रदेश हित में समुचित दोहन सुनिश्चित बनाने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है ताकि प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार धौलासिद्ध, लुहरी व सुन्नी पन बिजली परियोजनाओं को अपने अधीन लेने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं पर अब तक कुल कितनी राशि व्यय हो चुकी है जिसका मूल्यांकन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी शर्तों पर पनबिजली परियोजनाओं के निर्माण कार्यों को आगे बढ़ाएगी ताकि प्रदेश के हितों को सुरक्षित रखा जा सके।

 

सुक्खू ने कहा कि किन्नौर के टापरी में जियो थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट स्थापित करने की दिशा में भी प्रदेश सरकार आगे बढ़ रही है। राज्य में सोलर व ग्रीन हाइड्रोजन ऊर्जा उत्पादन कर प्रदेश को बिजली के क्षेत्र में और उन्नत बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सर्दियों में अक्तूबर से मार्च माह तक प्रदेश सरकार 5 से 6 रुपये प्रति यूनिट बिजली खरीद रही है, यह स्थिति तब है जब प्रदेश सरप्लस ऊर्जा राज्य है। इस दौरान सरकार को बिजली न खरीदनी पड़े इसके लिए प्रदेश में सौर उर्जा उत्पादन को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एचपीपीसीएल के माध्यम से प्रदेश में लगभग 626 मैगावॉट क्षमता की सौर परियोजनाएं निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। राज्य सरकार ने प्रदेश को वर्ष 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य, 2027 तक आत्मनिर्भर राज्य तथा 2032 तक देश का सबसे समृद्ध एवं सशक्त राज्य बनाने के संकल्प के साथ कार्य आरंभ कर दिया है।

 

इससे पहले मुख्यमंत्री का चोलिंग हेलीपैड में पहुंचने पर स्थानीय विधायक तथा राजस्व, बागवानी एवं जन जातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों एवं लोक संस्कृति के साथ गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।
इस दौरान हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के महाप्रबंधक आबिद हुसैन सादिक ने शोंगटोग कड़छम जलविद्युत परियोजना में चल रहे विभिन्न निर्माण कार्यों की विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य उपस्थित थे।

आधार का अनिवार्य बायोमेट्रिक अवश्य करवाए अपडेट : उपायुक्त  

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों
शिमला ।  आधार निगरानी समिति की समीक्षा बैठक का आयोजन आज उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में किया गया। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी, सीएससी के प्रतिनिधि एवं यूआईडीएआई के सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में आधार नामांकन एवं अद्यतन कार्य की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की गई। साथ ही जिला में आधार प्रमाणीकरण की सुगमता, बच्चों के आधार नामांकन, स्कूलों एवं आंगनबाड़ियों में आधार अद्यतन तथा मोबाइल नंबर अपडेट करने की उपलब्धता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।

उन्होंने कहा कि जिला में आधार संतृप्ति के तहत अनुमानित जनसंख्या एवं बनाये गए आधार में आ रहे अंतर को कम करने पर कार्य किया जाना आवश्यक है ताकि जिला में सभी लोगों का आधार से पंजीकरण सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि 
यूआईडीएआई द्वारा विभिन्न विभागों को आधार पंजीकरण कीटस उपलब्ध करवाई गई हैं जिसमें से कुछ कीटस गैर कार्यात्मक है।
उन्होंने यूआईडीएआई के अधिकारियों को इन कीटस को कार्यात्मक करने को कहा ताकि आधार पंजीकरण में वृद्धि हो सके।
अनुपम कश्यप ने कहा कि जिला के सभी नागरिक अपना आधार का अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट अवश्य करें ताकि सरकारी योजनाओं एवं विभिन्न्न परीक्षाओं के दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि यदि कोई नागरिक समय पर अपना आधार का अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट नहीं करवाता है तो उस स्थिति में आधार का निष्क्रिय होने की सम्भावना रहती है जिस वजह से छात्रों को विभिन्न परीक्षा में शामिल होने एवं नागरिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में मुश्किल हो सकती है।
स्कूलों में आधार के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट के लिए चलाया जाएगा विशेष अभियान
उपायुक्त ने कहा कि जिला के सभी स्कूलों में छात्रों के आधार के अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा ताकि सभी बच्चों का आधार अपडेट हो सके। उन्होंने जिला के सभी लोगों से अपना तथा अपने परिवारजनों का आधार बनवाने तथा उसको अपडेट करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नए पंजीकरण, आयु सीमा 5 से 7 वर्ष एवं 15 से 17 वर्ष के लिए आधार का अनिवार्य बायोमेट्रिक निशुल्क है। इसके साथ-साथ जनसांख्यिकी एवं दस्तावेज़ अपडेट के लिए 50 रुपये शुल्क तथा गैर अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट के लिए 100 रुपये शुल्क निर्धारित है।

बैठक में यह रहे उपस्थित
बैठक पुलिस विभाग से डीएसपी अमित ठाकुर, जिला नियंत्रक खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले नरेंद्र कुमार धीमान, राज्य परियोजना प्रबंधक यूआईडीएआई विजय सिंह, प्रबंधक सीएससी योगेश शर्मा, ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अखिल कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। 

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गांव की बेटियां, महिलाएं बन रहीं उद्यमी: हिम इरा शॉप से आत्मनिर्भरता और संस्कृति का नया अध्याय

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो  
मंडी । चुराग विकास खंड की ग्राम पंचायत सवा माहू के अंतर्गत दानवीर कर्ण श्री मूल माहूंनाग मंदिर के श्री चरणों में गाँव की महिलाओं द्वारा दो वर्ष पूर्व शुरू “हिम इरा शॉप” आज आत्मनिर्भरता का प्रतीक बन चुकी है। जहां कभी वे केवल घर की चारदीवारी तक सीमित थीं, वहीं इस शॉप के माध्यम से 100 से अधिक महिलाएं पारंपरिक शिल्प और उत्पादों को नए बाजारों तक पहुंचाकर सालाना एक निश्चित आय अर्जित कर रही हैं।
मंदिर के कदमों तले व्यापार
माहूंनाग मंदिर के ठीक पास स्थित इस शॉप में 20 विभिन्न उत्पाद—बांस की टोकरियाँ, ऊनी जैकेट, देशी घी, हल्दी, राजमाह, मोटे अनाज के बीज, हाथ से बनी सजावटी वस्तुएं, आचार–मसाले आदि उपलब्ध हैं। प्रतिमाह यहाँ 25–30 हजार रुपये का कारोबार होता है, जिससे पूरे समूह की सामूहिक आमदनी बढ़कर दो लाख रुपये के करीब पहुंच चुकी है।
संस्कृति का साक्षात् संगम
हिम इरा शॉप सिर्फ खरीद–फरोख्त का केंद्र नहीं, बल्कि ग्रामीण संस्कृति का जीवंत मंच बन चुका है। हर सजीव कला–उत्पाद के साथ पर्यटक गाँव की लोककहानियों, रीति–रिवाजों और हस्तशिल्प के पारंपरिक ज्ञान से रूबरू होते हैं, जो आने वाले पीढ़ी के लिए संरक्षण का काम करता है।
डिजिटल विश्व में कदम
आने वाले समय में हिम इरा समूह ऑनलाइन मार्केटप्लेस से भी जुड़ने के प्रयास कर रहा है। जिसके लिए समूह की महिलाओं को डिजिटल प्रशिक्षण, पैकेजिंग और ब्रांडिंग इत्यादि का वर्कशॉप के माध्यम से प्रशिक्षण देकर तैयार किया जा रहा है, ताकि हिम इरा उत्पाद प्रदेश की सीमाओं से परे, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों तक भी पहुँच सकें।
भविष्य की योजना 
समूह की प्रधान का कहना है कि समूह भविष्य की योजना पर भी कार्य कर रहा हैं। महिलाओं द्वारा बनाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग, उत्पादों को एकरूप लेबल और आकर्षक पैकेटिंग देना हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन विस्तार, ई–कॉमर्स पोर्टल पर स्टोर खोलना, सोशल मीडिया प्रचार और
गाँव में ही कारीगरों को नई तकनीक, डिज़ाइन एवं गुणवत्ता नियंत्रण की ट्रेनिंग देने आदि की योजना पर भी समूह कार्य कर रहा हैं।
बाहरी राज्यों से आकर्षण
पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और बंगाल से आने वाले श्रद्धालु यहाँ के ऊनी जैकेट और हस्तनिर्मित उत्पादों को विशेष रूप से महत्व देते हैं।
जिससे पता चलता है कि ग्रामीण शिल्प को सही मंच और गुणवत्ता मिले तो बड़े बाजारों में भी जमकर प्रतिस्पर्धा की जा सकती है।
पवना ठाकुर (सदस्य, स्वयं सहायता समूह):
“पहले हम घर की दहलीज भी नहीं पार करती थीं, आज खुद अपना उत्पाद बेचते हैं और स्वयं को सशक्त महसूस करते हैं। इससे हमें काफी अच्छा मुनाफा मिल रहा हैं। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू का धन्यवाद करना चाहती हूं जिन्होंने हमारे लिए आगे बढ़ने के लिए नए रास्ते खोले हैं।
त्वारकू देवी, प्रधान, गंगा स्वयं सहायता समूह (ग्राम संगठन) का कहना है कि “प्रारंभ में हमें उम्मीद भी नहीं थी कि हमारी मेहनत सफल होगी, लेकिन दानवीर कर्ण श्री मूल माहूंनाग के आशीर्वाद और कृपा दृष्टि से हम सभी महिलाएं सफल हो रही हैं। अब हम ‘हिम इरा’ नाम को ब्रांड बनाकर देशभर में पहुंचाना चाहती हैं। जिसके लिए प्रयास किए जा रहे है
“हिम इरा शॉप” न सिर्फ एक व्यावसायिक पहल है, बल्कि महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर भी है। यह मॉडल देशभर के अन्य ग्रामीण समुदायों के लिए प्रेरणा बनकर उभरेगा, जहाँ गांव की बेटियां और महिलाएं अपनी मेहनत व हुनर से आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्वावलंबन दोनों पा रही हैं।

अनुवर्ती कार्यक्रम के तहत पात्र युवतियों को बांटी सिलाई मशीनें, स्वरोजगार से आत्मनिर्भरता की दिखाई राह

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

मंडी ।हिमाचल प्रदेश सरकार वंचित वर्गों के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कल्याणकारी व प्रोत्साहन योजनाएं चला रही है।  इनमें से एक अनुवर्ती कार्यक्रम योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के पात्र लाभार्थियों को आजीविका कमाने के लिए सिलाई मशीन व उपकरण-औजार हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।

 

 

इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के लिए स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है, ताकि वे घर बैठे उपयोगी कार्य कर अपनी आय बढ़ा सकें और आत्मनिर्भर बन सकें।  यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं के लिए लाभकारी है, जो पारंपरिक कौशल जैसे सिलाई-कढ़ाई इत्यादि में निपुण हैं।

 

उपमंडल पधर के तहसील कल्याण कार्यालय के माध्यम से प्रदेश सरकार द्वारा अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की 12 महिलाओं को योजना के तहत हाल ही में सिलाई मशीनें बांटी गईं। इसमें प्रदेश सरकार द्वारा प्रति सिलाई मशीन पर 1800 रूपए की सब्सिडी दी जा रही है। सरकार के निरंतर प्रोत्साहन से युवतियां भी अब सिलाई-कढ़ाई के कार्य में रूचि दिखा रही हैं।

 

गांव कथोग की युवती सोनिया और बथेरी क्षेत्र की उपासना ने बताया कि उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा तहसील कल्याण कार्यालय में अनुवर्ती कार्यक्रम के तहत सिलाई मशीनें प्रदान की गई हैं। इससे अब वह घर में ही सिलाई-कढ़ाई का कार्य कर सकती हैं और अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगी। उन्होंने इसके लिए प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुख का आभार व्यक्त किया है। सेरी गांव के गुलाब सिंह ने बताया कि उनकी बेटी कृष्णा कुमारी को भी सिलाई मशीन प्राप्त हुई है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सरकार की यह एक बहुत अच्छी योजना है।

 

तहसील कल्याण अधिकारी पधर, चंदन वीर सिंह ने बताया कि उपमंडल में अनुवर्ती कार्यक्रम योजना के तहत प्रदेश सरकार द्वारा पात्र महिलाओं  को 12 सिलाई मशीनें बांटने पर प्रति सिलाई मशीन 1800 रूपए की दर से कुल 21,600 रुपए का उपदान लाभार्थी महिलाओं को प्रदान किया गया।

 

उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए प्रार्थी हिमाचल प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए। समस्त साधनों से उसके परिवार की वार्षिक आय 50 हजार रूपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। ऐसे आवेदकों को अपनी आजीविका कमाने के लिए 1800 रुपए सिलाई मशीन तथा व्यावसायिक कार्यों जैसे बढ़ई, कताई-बुनाई तथा चमड़े का कार्य करने के लिए 1300 रुपए तक की सहायता उपकरण-औजार खरीदने के लिए प्रदान की जाती है। अधिक जानकारी के लिए तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

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