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 शिमला मंडी जिले के आपदा प्रभावित परिवारों को 1317 खाद्य सामग्री किट वितरित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

 

शिमलामुख्यमंत्री  सुखविंदर सिंह ने जिला प्रशासन मंडी को जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य सुनिश्चित करने तथा जरूरतमंद लोगों तक राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रख रहे हैं तथा उन्होंने राज्य सरकार की ओर से सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया है।

 

प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनुपालना में मंडी प्रशासन ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में 4 जुलाई, 2025 तक प्रभावित परिवारों को 1317 खाद्य सामग्री किट वितरित की। इनमें 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, एक लीटर खाद्य तेल, एक किलो नमक, एक किलो चीनी, दो किलो दाल, 100 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम मिर्च पाउडर तथा 100 ग्राम चाय शामिल है।

 

उन्होंने बताया कि मंडी जिले के थुनाग में 197, जंजैहली में 69, बगस्याड़ में 1000, धर्मपुर में 40 तथा चौंतड़ा क्षेत्र में 11 खाद्य सामग्री किट उपलब्ध करवाई गई हैं। मंडी जिले के सराज विधानसभा क्षेत्र के जंजैहली क्षेत्र के लिए 160 तथा थुनाग क्षेत्र के लिए 176 खाद्य सामग्री किट आपदा प्रभावित परिवारों में वितरण के लिए आज भेजी गई हैं। उन्होंने बताया कि 665 किट अभी भी स्टॉक में हैं तथा आवश्यकतानुसार वितरित की जाएंगी।

खाई में गिरा टाइल-मार्बल से लदा ट्रक, चालक की मौके पर मौत

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

चंबा-पठानकोट । एनएच पर चनेड़ के समीप टाइलों और मार्बल से लदा एक ट्राला दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इससे ट्राला चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान स्वरूप पुत्र पैगा राम निवासी वार्ड नंबर तीन सनवातसर बीकानेर राजस्थान के रूप में हुई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया है। साथ ही मृतक के परिजनों को भी सूचित कर दिया है।

 

मेडिकल कॉलेज चम्बा में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। जानकारी के अनुसार ट्राला बाहरी राज्य से टाइल और मार्बल लेकर चंबा की ओर जा रहा था। चनेड़ के समीप पहुंचने पर अचानक अनियंत्रित होकर सडक़ से नीचे खाई में लुढक़ गया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मृतक चालक के शव को अपने कब्जे में लिया। एसपी चम्बा अभिषेक यादव ने बताया कि पुलिस थाना सदर में मामला दर्ज करके हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।

350 से अधिक भक्त शूलिनी विश्वविद्यालय में  हुए वाईएसएस आध्यात्मिक रिट्रीट में शामिल

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 
सोलन । शूलिनी विश्वविद्यालय का शांत परिसर दिव्य ऊर्जा से भर गया है, क्योंकि पूरे भारत से 350 से अधिक भक्त शूलिनी विश्वविद्यालय के सहयोग से योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया (वाईएसएस) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विशेष आध्यात्मिक रिट्रीट के लिए यहां एकत्रित हुए हैं।
3 दिवसीय कार्यक्रम विश्वविद्यालय में वाईएसएस द्वारा दूसरा आध्यात्मिक रिट्रीट है और चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति के बावजूद इसमें भारी भागीदारी देखी गई।
योगी की आत्मकथा के प्रसिद्ध लेखक परमहंस योगानंद द्वारा स्थापित, योगदा सत्संग सोसाइटी 1917 से आध्यात्मिक साधकों का मार्गदर्शन कर रही है और इसका मुख्यालय रांची में है। योगदा सत्संग ध्यान केंद्र, सोलन के सहयोग से आयोजित वर्तमान रिट्रीट ने आध्यात्मिक आकांक्षियों, जिनमें शूलिनी विश्वविद्यालय के संकाय, छात्र और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं, को एक समृद्ध अनुभव के लिए एक छत के नीचे एक साथ लाया है।
वाईएसएस के तीन पूज्य स्वामीजी स्वामी श्रद्धानंद स्वामी चैतन्यानंद  और स्वामी निश्चलानंद  रिट्रीट के दौरान आध्यात्मिक सत्रों का नेतृत्व कर रहे हैं। व्यापक कार्यक्रम में निर्देशित ध्यान, प्राचीन ध्यान तकनीकों पर कक्षाएं, ऊर्जाकरण अभ्यास, आत्मा को झकझोर देने वाले भजन सत्र, प्रेरक वीडियो स्क्रीनिंग और भक्तों को दैनिक जीवन में आध्यात्मिक ज्ञान को एकीकृत करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हाउ टू लिव टॉक शामिल हैं। रिट्रीट का समापन रविवार, 6 जुलाई को क्रिया योग दीक्षा (दीक्षा) समारोह के साथ होगा, जो उन लोगों के लिए एक पवित्र मील का पत्थर है जो अपनी आध्यात्मिक साधना को गहरा करने के लिए तैयार हैं।
शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति और वाईएसएस के समर्पित अनुयायी प्रो. पी.के. खोसला ने इस आयोजन की सफलता और परिसर में बढ़ती आध्यात्मिक संस्कृति पर अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “शूलिनी विश्वविद्यालय में दूसरी बार योगदा सत्संग सोसाइटी की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है। खराब मौसम के बावजूद 350 से अधिक भक्तों की जबरदस्त प्रतिक्रिया पूरे भारत में साधकों की अटूट आस्था और समर्पण को दर्शाती है। हमारा विश्वविद्यालय न केवल अकादमिक उत्कृष्टता बल्कि आध्यात्मिक कल्याण को भी बढ़ावा देने में दृढ़ विश्वास रखता है और इस तरह के आयोजन उस दृष्टिकोण को मजबूत करते हैं।”
सोलन में योगदा सत्संग ध्यान केंद्र ने इस क्षेत्र में परमहंस योगानंद की शिक्षाओं को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हरि कृष्ण भारद्वाज द्वारा 1991 में स्थापित, ध्यान केंद्र को उस समय महत्वपूर्ण बढ़ावा मिला जब  प्रकाश वती सक्सेना ने 2006 में जवाहर पार्क, सोलन के पास अपनी हवेली को वाईएसएस को उदारतापूर्वक दान कर दिया, जिससे आध्यात्मिक साधकों के लिए एक समर्पित स्थान उपलब्ध हुआ

आपदा बहुत बड़ी है, बहुत बड़े पैमाने पर मदद की जरूरत है – जयराम ठाकुर

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

मंडीं । पूर्व मुख्यमंत्री ने  खनेरी में 25 और सुराह में 40 आपदा प्रभावितों को व्यापार मंडल चैलचौक के सौजन्य से राशन किटें वितरित की। वहीं उन्होंने इन प्रभावित गांवों के लोगों को आश्वासन दिया कि बहुत जल्द आप तक और जरूरी सामान पहुँचाया जाएगा। उन्होंने खनेरी में अपनी नानी के घर मोवीसेरी से आये नन्हे सेवंत गुलेरिया को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं दीं। जयराम ठाकुर ने आपदा की इस घड़ी में पीड़ितों की मदद के लिए आगे आ रहे लोगों और संस्थाओं का स्वागत किया और उनका आभार जताया।

 

पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मंडी जिला में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान को लेकर आज सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी से बात की। केंद्रीय मंत्री ने ताजा हालात और बचाव एवं राहत कार्यों को लेकर जानकारी ली। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि एनडीआरएफ के अलावा आज सेना के जवानों की एक टुकड़ी भी यहां पहुंच गई है और वो दुर्गम इलाकों में राशन और जरूरी सामान पहुंचाने में जुट गई है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी, जलशक्ति विभाग के लोग भी काम पर जुटे हैं। अपना प्रयास कर रहे हैं। कई परियोजनाओं को बहुत नुकसान हुआ है। उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और होमगार्ड जवानों द्वारा दी जा रही सेवाओं को सराहते हुए कहा कि सभी पूरी मुस्तैदी से दिये गए टास्क को पूरा कर रहे हैं। राहत और बचाव कार्य में लगे सभी लोगों कर्मियों का उन्होंने दिल की गहराइयों से आभार जताया।
उन्होंने कहा कि लापता लोगों की तलाश में भी टीमें जगह जगह पहुंच रही है और बाढ़ प्रभावित इलाकों में राशन पहुंचाने के अलावा फंसे हुए लोगों को निकालने में इनकी भूमिका सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से भी एनडीआरएफ के सेकण्ड कमांडेंट रजनीश, एसडीआरएफ के कमांडेंट अर्जित सेन और जिला पुलिस प्रमुख साक्षी वर्मा से संपर्क बनाए हुए हूँ। पूर्व मुख्यमंत्री ने सुबह ही बगस्याड़ पहुंच कर जलशक्ति, बिजली, और लोक निर्माण अधिकारियों से प्रोग्रेस रिपोर्ट बारे निर्देश दिये। उन्होंने संचार सेवाओं को दुरुस्त करने में जुटी कंपनियों के अधिकारियों से मौके पर बात कर जल्द दूरसंचार सेवाएं बहाल करने को कहा। उन्होंने कहा हमारी प्राथमिकता अभी फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने और लापता लोगों की तलाश है। सभी टीमें तालमेल से काम कर रही है और इन्हें स्थानीय लोगों के साथ लगातार फीडबैक लेकर काम करने को कहा है। उन्होंने हरनाल नाला में सड़क खोलने में जुटी मशीनों के पास भारी बारिश बीच भी काम कर रहे इन लोगों का हौंसला बढ़ाया।

उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश है आज शाम तक हम थुनाग पहुंच जाएं।
गृह मंत्री ने लिया हालात का जायज़ा
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नेता प्रतिपक्ष से फ़ोन कर हालात का जायजा लिया। जयराम ठाकुर ने उन्हें आपदा हुए जान-माल और राहत तथा बचाव कार्यों से अवगत करवाते हुए कहा कि इस बार की आपदा से मुख्यतया मंडी जिला सर्वाधिक प्रभावित है। उसमें भी सराज वैली और उसके आस पास के इलाकों में सर्वाधिक क्षति हुई है। इस बार बहुत नुकसान हुआ है। इसलिए बहुत बड़े सहयोग की आवश्यकता है। अमित शाह ने उन्हें हर प्रकार के सहयोग का भरोसा दिलाया। जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों के राहत और बचाव कार्यों में सहयोग देने के लिए उनका आभार जताया।

 

पूर्व मुख्यमंत्री थुनाग के रास्ते पैदल चल रहे थे तो बीच में शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर का भी फ़ोन आया और केंद्रीय उपक्रमों से किस तरह मदद की जा सकती है उस पर चर्चा की। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र और उनका मंत्रालय हरसंभव मदद आपदा की स्थिति में करेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह के वीडियोज उन्होंने टीवी रिपोर्ट्स में देखे वो विचलित करने वाले हैं। इससे हालत समझे जा सकते हैं। ऐसी आपदा की घड़ी में हम सब हिमाचल की जनता के साथ खड़े हैं।

 

जयराम ठाकुर ने कहा कि मीडिया के प्रतिनिधियों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में मैने वही कहा जो हुआ था। बीते कल जब मैने कहा उस समय तक मैंने उनसे बात करने के प्रयास किए। उनका फ़ोन नहीं उठा तो मैंने उनके आवास के लैंड लाइन नंबर पर कॉल किया और फ़ोन ऑपरेटर ने मुझसे साफ़ कहा कि ऊपर हम सीधे फ़ोन नहीं कनेक्ट कर सकते हैं। एक पूर्व मुख्यमंत्री का फ़ोन मुख्यमंत्री को सीधे कनेक्ट नहीं हो सकता वह भी जब प्रदेश ऐसी आपदा से गुज़र रहा हो।

 

 

मैंने इसकी कल्पना नहीं की थी। ऐसी भी स्थिति होती होगी मुझे यह बात पता नहीं थी। मुझे इस बात से बहुत दुःख हुआ। मेरी उनसे बात हुई है और मैंने उनसे थुनाग आने के लिए निवेदन किया है कि सब मिलकर बैठकर इस आपदा से निकलने का हल निकाले। कुछ इनपुट जनप्रतिनिधि के पास होता है और कुछ इनपुट अधिकारियों के पास। सब मिलकर बेहतर काम करें। राजनीति से निकलकर उन्हें काम करना चाहिए।

बादल फटने तथा भारी बारिश से प्रदेश में हुई तबाही पर गहरी चिंता प्रकट की-विधान सभा अध्यक्ष।

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमला: हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानियां ने पिछले तीन दिनों से प्रदेश के जिला मण्डी तथा अन्य कई जिलों में बादल फटने व भारी वर्षा से हुई तबाही पर गहरी चिंता प्रकट की है। पठानियां ने कहा कि यह अपूर्णीय क्षति है जिसकी भरपाई करना नामुमकिन है। उन्होने दु:ख प्रकट करते हुए कहा कि प्रकृति के कहर के आगे सब बेबस हैं लेकिन ऐसी स्थिती में खुद भी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।

 

पठानियां ने कहा कि वह विशेषकर सराज घाटी, थुनाग, करसोग, सरकाघाट तथा जिला कुल्लू के सैंज में हुई भारी तबाही से बेहद दु:खी हैं। उन्होने कहा कि इस तबाही के बीच बहुत से लोगों ने अपनी जानें गवांई हैं तथा उनके घर तथा जमीन भी तबाह हुए हैं जो अपूर्णीय क्षति है जिसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल है।

 

पठानियां ने प्रदेश के लोगों तथा बाहर से आए पर्यटकों से ऐसी स्थिती में पूरा ऐहतियात बरतने की अपील की है तथा नदी- नालों से दूर रहने की सलाह दी है। उन्होने कहा कि किसी को कोई पता नहीं कहाँ बादल फट जाए तथा काल बनकर आपके सामने आ जाए, इसलिए अपने आप को सुरक्षित जगह रखना जरूरी है।

 

उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार संवेदनशील है तथा लोगों के पुर्नवास तथा राहत पहुँचाने के लिए कटिबद्व है। सरकार सदैव जनता के साथ खड़ी है तथा लोगों के पुर्नवास तथा राहत पहुँचाने में दिन रात लगी है। उन्होने कहा कि ऐसी भयावह स्थिती में प्रशासन को भी काम में तेजी लानी चाहिए तथा स्वयं सहायता समूहों को भी लोगों की मदद के लिए प्रेरित करना चाहिए।

 

पठानियां ने इस प्रलयकारी दुर्घटना के दौरान मारे गए लोगों की आत्माओं की शांति की प्रार्थना की है तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है तथा इस तबाही में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

भारी बरसात के कारण हुए जान माल के नुकसान का जायजा लेने के लिए भाजपा की टीम निर्धारित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

मंडीं । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने अधिसूचना के माध्यम से तीन विधानसभा क्षेत्र नाचन सिराज और करसोग जहां पर भारी बारिश के कारण हुए जान माल के नुकसान का जायजा लेने व प्रभावित परिवारों से मिलने हेतु भाजपा के नेता दौरा करेंगे।

भारी बरसात के कारण हुए जान माल के नुकसान का जायजा लेने के लिए भाजपा की टीम निर्धारित
भारी बरसात के कारण हुए जान माल के नुकसान का जायजा लेने के लिए भाजपा की टीम निर्धारित

दो बिंदल ने बताया कि सिराज विधानसभा क्षेत्र में वह स्वयं द्वारा करेंगे और उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री गोविंद ठाकुर, विधायक इंदर सिंह गांधी, प्रदेश सचिव एवं पूर्व विधायक राजेश ठाकुर, प्रदेश सचिव डॉ संजय ठाकुर एवं प्रदेश सचिव सुमित शर्मा रहेंगे।

 

नाचन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक रणधीर शर्मा, विधायक राकेश जमवाल एवं त्रिलोक जमवाल द्वारा करेंगे और करसोग विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री सुरेश भारद्वाज, प्रदेश महामंत्री बिहारी लाल शर्मा, विधायक एवं प्रदेश प्रवक्ता बलबीर वर्मा और विधायक लोकेंद्र कुमार रहेंगे।

 

नाचन विधानसभा क्षेत्र की टीम के साथ विधायक विनोद कुमार, करसोग टीम के साथ विधायक दीपराज कपूर एवं जिला अध्यक्ष हीरालाल उपस्थित रहेंगे

लोक निर्माण मंत्री ने उच्च मार्गों के निर्माण से संबंधित विषयों पर समीक्षा बैठक की

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमला ।लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बुधवार को राष्ट्रीय उच्च मार्गों के निर्माण से संबंधित मामलों की समीक्षा के लिए विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की।बैठक में निर्णय लिया गया।
भारतीय राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण के शिमला स्थित क्षेत्रीय अधिकारी ढलान संरक्षण ऑडिट करवाएंगे, जिसमें आईआईटी को अधिमान दिया जा सकता है। यह भी निर्णय लिया गया कि 30 जून को शिमला के भट्टाकुफर में जो पांच मंजिला भवन ध्वस्त हो गया था, प्राधिकरण 8 जून, 2020 को  गठित समिति की सिफारिशों के अनुरूप भवन मालिकों को मुआवजा प्रदान करेगा।
इसके अलावा यह फैसला भी किया गया कि प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी, शिमला रियायत प्रदान करने वाला व्यक्ति द्वारा स्थानीय लोगों से सम्पर्क करने के लिए रखे गए व्यक्तियों की सूची उपायुक्त शिमला और उपमंडलाधिकारी, शिमला ग्रामीण को उपलब्ध करवाएगा। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि भारतीय राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण के कार्यों के निष्पादन के लिए प्राधिकरण को आवश्यक प्रशासनिक सहयोग प्रदान करेगा।
विशेष सचिव, लोक निर्माण हरबंस सिंह ब्रसकोन, प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी कर्नल अजय बरगोटी, उपमण्डलाधिकारी, शिमला ग्रामीण मंजीत शर्मा, प्राधिकरण के परियोजना निदेशक आनन्द कुमार, टीम लीडर, इंडिपेंडेंट इंजीनियर दीपक गुप्ता और गावर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के महा प्रबन्धक कुलदीप गुजराल बैठक में उपस्थित थे।

एसजेवीएन ने यूपीपीसीएल और एनडीएमसी के साथ विद्युत बिक्री और विद्युत क्रय समझौता हस्ताक्षरित किया

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 

शिमलाएसजेवीएन ने अपनी 900 मेगावाट अरुण-III जलविद्युत परियोजना से विद्युत की आपूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के साथ विद्युत बिक्री समझौते (पीएसए) पर हस्ताक्षर किए। इसके साथ ही, कंपनी ने यूपीपीसीएल के साथ अपनी आगामी 210 मेगावाट लूहरी स्टेज-I और 382 मेगावाट सुन्नी बांध जलविद्युत परियोजनाओं से विद्युत की आपूर्ति के लिए विद्युत क्रय समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए ।

एसजेवीएन संपर्क कार्यालय, नई दिल्ली में  भूपेंद्र गुप्ता , अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) तथा श्री सुशील शर्मा, निदेशक (परियोजनाएं) की गरिमामयी उपस्थिति में इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

इस अवसर पर,  भूपेंद्र गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) ने कहा कि ये समझौते स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन एवं शहरी उपभोक्ताओं के लिए विद्युत की बुनियादी संरचना को सुदृढ़ करने के लिए एसजेवीएन की प्रतिबद्धता को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

पीएसए पर  आर.के. गुप्ता, मुख्य महाप्रबंधक (विद्युत ट्रेडिंग), एसजेवीएन तथा  दीपक रायजादा, निदेशक (कारपोरेट योजना), यूपीपीसीएल द्वारा हस्ताक्षर किए गए तथा पीपीए पर  अशोक कुमार, महाप्रबंधक (सीएंडएसओ), एसजेवीएन तथा  दीपक रायजादा, निदेशक (कारपोरेट आयोजना), यूपीपीसीएल द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

900 मेगावाट की अरुण-III जलविद्युत परियोजना नेपाल के संखुवासभा जिले में एसजेवीएन द्वारा अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन अरुण-3 पावर डेवलपमेंट कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (एसएपीडीसी) के माध्यम से विकसित की जा रही है। कमीशनिंग होने पर यह परियोजना 900 मेगावाट स्वच्छ ऊर्जा उत्पादित करेगी और देश की बढ़ती विद्युत मांग को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस परियोजना की कमीशनिंग वित्तीय वर्ष 2027-28 तक पूर्ण होने की उम्मीद है।

 

हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी पर निर्माणाधीन 210 मेगावाट लूहरी स्टेज-I जलविद्युत परियोजना और 382 मेगावाट सुन्नी डैम जलविद्युत परियोजना किफायती एवं पर्यावरण हितैषी साधनों के माध्यम से देश की बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। इसके साथ  ही, ये परियोजनाएँ राष्ट्रीय ग्रिड में 592 मेगावाट हरित ऊर्जा की वृद्धि करेंगी। ये जलविद्युत परियोजनाएं प्रतिवर्ष 2140 मि.यू.  बिजली उत्पादित करेंगी। दोनों परियोजनाओं की दिसंबर, 2028 तक कमीशन होने की उम्मीद है।

इसके अतिरिक्त,  एसजेवीएन ने 382 मेगावाट सुन्नी बांध जलविद्युत परियोजना से बिजली की आपूर्ति हेतु एनडीएमसी मुख्यालय,  नई दिल्ली में नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के साथ एक विद्युत क्रय समझौते (पीपीए) पर भी हस्ताक्षर किए। पीपीए पर  अशोक कुमार,  महाप्रबंधक (सीएंडएसओ), एसजेवीएन एवं व्रिजेश कुमार यादव, अधीक्षण अभियंता (विद्युत), एनडीएमसी ने हस्ताक्षर किए।

धर्म मानकर जीवन में आगे बढ़ने की सीख देता है : चेयरमैन राजेश कुमार

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों 
शिमला ।  अवसर पर हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स हिमाचल के चेयरमैन राजेश कुमार ने बतौर मुख्यातिथि और हिमाचल स्टेट कमिश्नर धनेंद्र वशिष्ठ ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की ने शिरकत की। प्रशांत गुप्ता स्टेट संयुक्त कमिश्नर और सचिव शिवांश शुक्ला ने बतौर विशिष्ट अतिथि और स्काउट समन्वयक सीमा दलाल, रूबी और गौरी विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर स्कूल प्रधानाचार्य डॉ हरीश शर्मा ने आए हुए सभी स्काउट्स पदाधिकारियों टोपी पहना और शॉल पहनाकर स्वागत किया।
इस अवसर पर हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स हिमाचल के चेयरमैन राजेश कुमार ने कहा कि स्काउट गाइड सिर्फ संगठन नहीं बल्कि वह विचार है जिससे विद्यार्थियों में स्वयंसेवक के रूप में कार्य करने की भावना का प्रसार होता है। उन्होंने कहा कि स्काउट-गाइड से युवा पीढ़ी को जो संस्कार मिलते हैं, उनसे व्यक्ति जीवन में निरंतर आगे की ओर बढ़ता है। उन्होंने कहा कि अगर नई पीढ़ी को बचपन से ही अच्छे संस्कारों की शिक्षा मिलती है तो उससे विद्यार्थीयों का ही सर्वांगीण विकास नहीं होता बल्कि इससे राष्ट्र और समाज भी सुदृढ़ होता है। हिमाचल स्टेट कमिश्नर धनेंद्र वशिष्ठ स्वामी ने बताया कि स्काउट गाइड संगठन इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए विद्यार्थियों को वह प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है, जिससे वे कठिन परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए तैयार होते हैं।
इस अवसर मंच संचालन करते हुए स्काउट्स समन्यवक रूबी ने बच्चों को स्काउटिंग के बारे में विस्तार से बताया। स्कूल के बच्चो ने पूरी लगन के साथ स्काउटिंग के बारे में जाना और भविष्य में स्काउटिंग गतिविधियों से जुड़ने की रुचि दिखाई।
इस अवसर पर स्कूल प्रधानाचार्य डॉ हरीश शर्मा, कमलेश,किरण,सुनीता,प्रोमिला, रजना,कंचन,निर्मला,हर्षाली,मोहित शर्मा,नवनीत,पूनम,उपासना के अलावा स्कूल स्टाफ और विद्यार्थी उपस्थित रहे।

सेंट थॉमस स्कूल शिमला में हुआ विश्व रोबोटिक्स दिवस टेक्नो फेस्ट का आयोजन

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आदर्श हिमाचल ब्यूरों

शिमला । सेंट थॉमस स्कूल में विद्यालय में विश्व रोबोटिक्स दिवस टेक्नो फेस्ट का आयोजन किया गया, जिसमे कक्षा एक से लेकर कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
इस विश्व रोबोट दिवस टेक्नो फेस्ट में मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) के यूआईटी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. बलवीर सिंह ठाकुर ने शिरकत की।

 

 

मुख्य अतिथि ने सभी को विश्व रोबोटिक्स दिवस टेक्नो फेस्ट की बधाई देते हुए कहा कि आज के छात्र भविष्य में शिक्षा में रोबोटिक्स और AI को अपने निजी और व्यावसायिक जीवन में शामिल कर रहे हैं और सेंट थॉमस स्कूल स्टेमरोबो के जरिये भविष्य में कई बदलाव लाएगा।

 

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत ख़ुशी और गर्व महसूस हो रहा है कि विद्यालय में कक्षा एक से ही छात्रों को रोबोटिक्स और AI जैसे विषयों की व्यावहारिक शिक्षा दी जा रही है।

 

विश्व रोबोटिक्स दिवस के उपलक्ष पर कक्षा 1,से लेकर कक्षा आठवीं तक के विद्यार्थियों द्वारा रोबोटिक्स और एआई तकनीक से बने मॉडल भी दर्शाए गए, जिनकी सूचि इस प्रकार है।
स्मार्ट लॉक, स्मार्ट फैन, ऑटो पॉट, 3 डी पेन, 3 डी प्रिंटर, डिस्कवरिंग मोशन, पिक एंड प्लेस रोबोट , बेसिक कार व ट्रक, म्यूजिकल रोबोट, वॉल्यूम कण्ट्रोल सर्किट, टेबल लैंप सर्किट इत्यादि मॉडल दर्शाए गए थे।

 

स्टेम STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित) में छात्रों के सीखने के परिणामों को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन की गई एक अत्याधुनिक रोबोट प्रणाली है, जिसे छात्र भविष्य में भी इसे अवसर के तौर पर अपना सकते हैं।

 

विद्यालय की उप-प्रधानाचार्या  शैरन नंदा ने कहा कि इससे पहले हमने स्कूल में स्टेमरोबो लॉन्च किया था और तकनीक के मामले में सबसे आगे रहने वाला स्कूल बनना हम सबके लिए गर्व की बात है।
उप-प्रधानाचार्या ने बताय कि सेंट थॉमस स्कूल अपने पाठ्यक्रम में प्रौद्योगिकी को एकीकृत करने और छात्रों को डिजिटल युग की चुनौतियों और अवसरों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने में अग्रणी बना हुआ है।

 

 

उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के कार्यक्रम स्कूल को अगले स्तर पर ले जाएगा। उन्होंने शिक्षकों, छात्रों , रोबोटिक टीम के प्रयासों की भी सराहना की।

Shoolini University

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