आदर्श हिमाचल ब्यूरोहमीरपुर। प्रदेश में भ्रष्टाचार, अराजकता, घूसखोरी, दलाली का बोलबाला पूरे जोरों पर है। यूं तो बीजेपी के सत्ता काल के शुरू होते ही दलाल माफिया सरकार पर हावी हो गया था, लेकिन अब बीजेपी के सत्ता काल के आधे समय में प्रदेश में जिस ओर भी नजर दौड़ाएं, जिस भी विभाग की कारगुजारी पर गौर करें भ्रष्टाचार पूरी तरह व्याप्त है। यह बात राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने यहां जारी प्रेस बयान में कही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रदेश में बढ़ रही अराजकता, घूसखारी व भ्रष्टाचार को लेकर आवाम की आवाज को उठाती रही है और भविष्य में भी प्रदेश में चल रही लूट-खसूट को लेकर विधानसभा में सरकार को घेरेगी। राणा ने कहा कि अब लगातार बढ़े विपक्ष के दबाव के कारण बेशक देर से ही सही लेकिन भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की नींद टूटी है। अब देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग में उजागर हुए भ्रष्टाचार के मामलों की तरह ही जमीनों के मामलों को लेकर सरकार लीपापोती करती है या सच में ही जांच करवाकर दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाती है। मामला हमीरपुर में कानूनगो की घूसखोरी का हो या फिर सरकार के मंत्री पर सैकड़ों बीघा जमीन खरीदने के आरोपों का हो। Ads
प्रदेश सरकार इसकी निष्पक्ष जांच करवाए। क्योंकि जब प्रदेश सरकार के मंत्री ही अकूत संपत्तियों को जुटाने व हजारों कनाल जमीन के बेनामी सौदों के आरोपों से घिरे हों, तो विभाग में क्या चल रहा है, कैसे चल रहा है, यह समझना मुश्किल नहीं है, लेकिन असली सवाल तो सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर दृढ़ इच्छा शक्ति व निष्पक्ष जांच को लेकर उठ रहे हैं। प्रदेश की जनता का मानना है कि जब सरकार ही खुद भ्रष्टाचार के आरोपों में आरोपित हो रही है, तो विभागों में सक्रिय भ्रष्टाचारियों के हौंसले तो बुलंद होंगे ही। राणा ने कहा कि प्रदेश में बढ़े भ्रष्टाचार ने आम आदमी का जीना दुश्वार कर दिया है। हर विभाग में दलालों का बोलबाला है, जिसके चलते आम आदमी की जेब पर सरेआम रोज छोटे-छोटे कामों को करवाने की एवज में डाका डाला जा रहा है। जिला ऊना में हिमुडा द्वारा कौडिय़ों की जमीन करोड़ों के भाव खरीद कर सरकार को करोड़ों का चुना लगने के बावजूद अभी तक इस घोटाले की जांच का कोई नतीजा नहीं निकला है। ठीक यही हाल मानव भारती यूनिवर्सिटी में हुए फर्जी डिग्रियों के करोड़ों के घोटाले का है। भ्रष्टाचार को लेकर सरकार की लचर व लापरवाह कारगुजारी का शिकार अब आम आदमी होने लगा है। क्योंकि आखिर प्रदेश में चल रहे बेखौफ भ्रष्टाचार का असर आम आदमी पर ही होता है। राणा ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को लेकर श्वेत पत्र जारी करे कि बीजेपी के राज में अब तक कितने भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हुए हैं। कितनों की जांच पूरी हुई है और कितने दोषियों को अंजाम तक पहुंचाया गया है? ताकि आम जनता यह समझ सके कि भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करके सत्ता में आई बीजेपी की बात का कोई मोल है। क्योंकि यह वायदा भी अब पूरी तरह से जुमला साबित हो रहा है। जिस कारण से समाज का युवा वर्ग व क्षमतावान प्रतिभाएं लगातार कुंठित हो रही हैं। क्योंकि अब इस शिक्षित युवा वर्ग को भरोसा हो चुका है कि बिना घूसखोरी के उनका काम होना संभव नहीं है। जो कि प्रदेश की साख व समाज के भरोसे को निरंतर कुंठित व प्रभावित करता जा रहा है। भ्रष्टाचार को लेकर सरकार के ढुलमुल रवैये पर सबसे ज्यादा आक्रोश बेरोजगार युवा वर्ग को है। क्योंकि उनको अब यह लगने लगा है कि भ्रष्टाचार उनके भविष्य को लगातार निगल रहा है।
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