हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने लाया कहर: बाढ़ और भूस्खलन जैसे हालात, जनजीवन हुआ अस्त-व्यस्त

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शिमला। हिमाचल प्रदेश के लोगों के लंबे समय के इंतजार के बाद मॉनसून सीजन आया लेकिन राहत देने की जगह आफत बन गया. सोमवार को कुछ ही बारिशों से बाढ़ और भूस्खलन जैसे हालात हो गए हैं। तबाही के मंजर यह है की सड़क पर खड़ी गाड़ियां बहे रहीं है जिस वजह से जन-जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चूका है। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के 6 जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।

धर्मशाला में हुए बाढ़ के हालात पैदा
धर्मशाला में मैकलोडगंज के पास भागसुनाग के नाले मैं अचानक बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात हो गए देखते ही देखते पार्किंग में खड़ी गाड़ियां बहने लगीं, जिसका वीडियो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रहा है। सड़क बहे जाने की वजह से पालमपुर और धर्मशाला में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है। साथ ही पागलनाला में बाढ़ आने से औट-लारजी-सैंज मार्ग बंद हो गया। मौसम की इस कहर को देखते हुए कांगड़ा जिला अधिकारी ने धर्मशाला में 5 दिनों का हाई अलर्ट जारी कर दिया है। लोगों को नदी नालों से दूर रहने की हिदायत दी है।

 

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कुल्लू में भारी वर्षा की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त

भारी बारिश ने ना केवल पालमपुर और धर्मशाला में तबाही मचाई है बल्कि कुल्लू भी इससे अछूता नहीं रहा है। कुल्लू शहर में जगह जगह तालाब बन गए हैं, जिस वजह से सब्जियों के ट्रक, नगर निगम की बसे व अन्य वाहन फंसे हुए हैं। साथ ही राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है

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मौसम विभाग ने दी 6 दिन भारी वर्षा की चेतावनी

मौसम विज्ञान केंद्र ने हिमाचल प्रदेश में 12 से लेकर 18 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना जताई है। विभाग ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि भारी बारिश से भूस्खलन पेड़ गिरने और नदी नालों का जलस्तर बढ़ने से खतरा पैदा हो सकता है। स्थानीय लोगों और पर्यटकों को हिदायत दी गई है कि वह नदी नालों के पास ना जाए।