लाहौल स्पीति : कारा में फंसे 25 भेड़ पालकों व 3 पर्यटकों को किया रेस्क्यू, पर्यटकों के दल में एक युवती भी शामिल

ग्यारह हजार तीन सौ फीट की ऊंचाई पर किया रेस्क्यू ऑपरेशन, राशन और अन्य सामान समेत चार टेंट बहे 

आदर्श हिमाचल लोगो
आदर्श हिमाचल लोगो
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
शिमला।  हिमाचल प्रदेश के पिन घाटी के कारा में फंसे भेड़ पालको की 25 सदस्यीय टीम के साथ 3 पर्यटकों को एनडीआरएफ, आइटीबीपी पुलिस  होमगार्ड  व स्थानीय लोगो की मदद से आज रेस्क्यू किया गया। रविवार को पिन घाटी के कारा नामक स्थान में दो बार बादल फटे जिस कारण भेड़ पालकों का दल बीच में फंस गया था। दोनो ओर नालों में पानी लगातार बढ़ता जा रहा था। ऐसे में उन्हें बाहर निकलना मुश्किल हो गया था। लेकिन एनडीआरएफ के टीम कप्तान इंस्पेक्टर प्रेम नेगी की  अगुवाई में रेस्क्यू अभियान विकट एवं जोखिम पूर्ण होने के बावजूद सफलता से अंजाम दिया गया ।
भेड़ पालकों के नौ में से चार टेट बह गए थे। इसे में उन्हें राशन की भी समस्या थी। अब भेड़ पालकों को तो बाहर निकाला गया है लेकिन साढ़े चार सौ भेड़े वही छोड़ दी है। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट  धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया बचाव दल 11 जुलाई को भावा घाटी से कारा की ओर  पैदल  चला।  आज भेड़ पालकों को जिन में पशुपालन विभाग के भेड़ प्रजन्न केंद्र ज्यूरी की टीम भी शामिल है रेस्क्यू किया गया। बाकी 3 पर्यटक है जिन्हे रेस्क्यू किया गया।
 एनडीआरएफ के द्वितीय कमान अधिकारी भागवत सिंह राजपूत ने बताया 14 एनडीआरएफ की टीम ने एक बहुत ही दुर्गम क्षेत्र में सासिक रेस्क्यू ऑपरेशन को सफलतापूर्वक किया । उन्होंने बताया रेस्क्यू टीम जिस में एनडीआरएफ के अलावा आईटीबीपी, हिमाचल पुलिस, होमगार्ड व सथनीय लोग शामिल थे ने आज पिन घाटी  के कारा नामक स्थान से 28 लोगों को रेस्क्यू किया है।
उन्होंने बताया कारा में भेड़ पालक दोनो ओर से नालों में पानी बढ़ जाने के कारण फंसे हुए थे। आज 25 भेड़ पालक जिन में पशुपालन विभाग के लोग भी शामिल है और तीन पर्यटक समेत कुल  28 लोगों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल दिया है। उन्होंने बताया बीते रोज अभियान को आरंभ किया इस अभियान को एनडीआरएफ के  इंस्पेक्टर  प्रेम नेगी  की अगुवाई में किया गया।

नाथपा किन्नौर निवासी सतीश कुमार ने बताया कि वह पिछले तीन-चार दिनों से कारा नामक स्थान में बाढ़ आने के कारण फंसे हुए थे। एनडीआरएफ की टीम की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया। वे टीम का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं।

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