शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में पीएचडी की दिव्यांग शोधार्थी सवीना जहां नेपाल की राजधानी काठमांडू में श्रीराम पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठियों में 2 शोध पत्र पढ़ेंगी। उनके शोधपत्र इंडोनेशिया की रामायण ककविन और रामचरितमानस पर आधारित हैं। यूजीसी की जूनियर रिसर्च फैलोशिप (जेआरएफ) प्राप्त शोधार्थी इंडोनेशिया की ककविन रामायण और रामचरितमानस पर पीएचडी कर रही हैं।
प्रदेश विश्वविद्यालय के विकलांगता मामलों के नोडल अधिकारी प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि काठमांडू के त्रिभुवन विश्वविद्यालय में 10 और 11 जून को हो रही अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय है “वैश्विक परिप्रेक्ष्य में रामायण और राम का स्वरूप”। इस संगोष्ठी में सवीना जहां के शोध पत्र का विषय है, “भारतीय रामचरितमानस और इंडोनेशियाई ककविन रामायण में पर्यावरण चेतना”। संगोष्ठी में रामकथा के जाने-माने अन्तर्राष्ट्रीय विद्वान हिस्सा ले रहे हैं।
सवीना जहां 11 जून को काठमांडू में ही एक अन्य अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में “रामचरितमानस तथा इंडोनेशियाई ककविन रामायण में परिधान एवं आभूषण” विषय पर शोध पत्र पढ़ेंगी। नेपाल में हो रही इन अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में वह हिमाचल प्रदेश से एकमात्र प्रतिभागी हैं।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में डॉ. वीरेंद्र सिंह के निर्देशन में सवीना जहां पीएचडी कर रही हैं। प्रदेश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. पान सिंह और डॉ. वीरेंद्र सिंह ने उन्हें शुभकामनाएं और बधाई दी हैं।