आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। केंद्र सरकार के आठ वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर शिमला के रिज पर आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयराम ठाकुर सरकार की योजनाओं और उनके क्रियान्वयन की जमकर तारीफ की।
रिज से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। कोई भी योजना तभी सफल होती है जब उसका लाभ बिना भेदभाव और पक्षपात के आम जन तक पहुंचे।
*जब पीएम ने सीएम को कहा ‘मित्र’*
अनाडेल में हेलिकॉप्टर से उतरने के बाद प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से रिज पहुंचे। बीच में मॉल रोड पर गाड़ी से उतरकर उन्होंने सड़क के किनारे खड़े लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। रिज में मंच पर पहुंचने के बाद उन्होंने ‘गरीब कल्याण सम्मेलन’ के तहत देशभर के लाभार्थियों से संवाद किया और फिर हिमाचल की जनता से मुखातिब हुए। जब पीएम ने अपने संबोधन में सीएम जयराम को अपना मित्र कहकर संबोधित किया तो रिज मैदान तालियों और सीटियों से गूंज उठा।
पीएम ने कहा, “मुझे यह जानकार अच्छा लगा कि जयराम जी के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश इस दिशा में बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। हर घर नल से जल योजना में भी हिमाचल प्रदेश 90 फीसदी घरों को कवर कर चुका है। किन्नौर, लाहौल-स्पीति, चंबा और हमीरपुर जैसे जिलों में शतप्रतिशत कवरेज हासिल की जा चुकी है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने कोरोना महामारी पर विजय पाने के लिए दूर-सुदूर पहुंचकर 200 करोड़ वैक्सीन लगाई है। कोरोना काल में किए गए काम के लिए मैं जयराम जी की सरकार को बधाई देता हूं। टूरिस्ट डेस्टिनेशन होने के चलते हिमाचल में टूरिज्म में कोई दिक्कत ना आए, इसके लिए जयराम जी ने वैक्सीनेशन अभियान को बहुत तेजी से चलाया। जयराम जी की सरकार हिंदुस्तान में वैक्सीनेशन कार्यक्रम सबसे पहले पूरा करने वालों में सबसे आगे रही।
*’कांग्रेस ने दिया वन रैंक वन पेंशन के नाम पर धोखा’*
रिज से प्रधानमंत्री ने पूर्व कांग्रेस सरकार पर साधा निशाना
*शिमला।।* वीर सैनिकों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में शायद ही कोई ऐसा परिवार होगा जहां से कोई सेना में न गया हो। हिमाचल वीरों और वीर माताओं की भूमि है। यहां के वीर मातृभूमि की रक्षा के लिए 24 घंटे अपने आपको खपाते रहते हैं। यहां के लोग कभी भूल नहीं सकते कि पहले की सरकारों ने उनके साथ किस तरह का बर्ताव किया। वन-रैंक वन पेंशन के नाम पर उन्हें धोखा दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी हम लद्दाख के एक पूर्व सैनिक की बात कर रहे थे। उन्होंने जीवन सेना में बिताया, लेकिन उन्हें पक्का घर हमारी सरकार आने के बाद मिल रहा है। सैन्य परिवार हमारी संवेदनशीलता को अच्छे से समझता है। यह हमारी ही सरकार है जिसने 4 दशकों के इतंजार के बाद वन रैंक वन पेंशन को लागू किया और उन्हें एरियर का पैसा दिया। इसका बहुत बड़ा लाभ हिमाचल के सैनिक परिवारों को हुआ है।
*पुण्यभूमि और देवभूमि हिमाचल मेरी कर्मभूमि है: नरेंद्र मोदी*
*प्रधानमंत्री ने मंच से बताया कि कैसे बनी कार्यक्रम की रूपरेखा*
*शिमला।।* पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि सरकार के आठ साल पूरे होने पर यह चर्चा चल रही थी कि कौन सा कार्यक्रम कैसे किया जाए। इसी दौरान नड्डा जी और जयराम जी की तरफ से सुझाव आया और दोनों सुझाव मुझे अच्छे लगे। एक सुझाव पर अमल करते हुए मुझे कल ही उन बच्चों का जिम्मा संभालने का मौका मिला, जिन्होंने कोरोना काल में अपने माता-पिता दोनों को खो दिया। बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री ने पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना को लॉन्च किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज मेरे जीवन में एक विशेष दिवस भी है और उस विशेष दिवस पर इस देवभूमि को प्रणाम करने का मौका मिले इससे बड़ा जीवन का सौभाग्य क्या हो सकता है। सुझाव आया था कि एक कार्यक्रम हिमाचल में किया जाए तो मैंने आंख बंद कर हां कर दिया क्योंकि मेरे जीवन में हिमाचल का स्थान बहुत बड़ा है। खुशी के पल हिमाचल में आकर बिताने का मौके मिले तो बात ही अलग है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए देश का यह महत्वपूर्ण कार्यक्रम उस शिमला की धरती पर हो रहा है, जो कभी मेरी कर्मभूमि रही, जो मेरे लिए देवभूमि और पूण्य भूमि है। देवभूमि से मुझे देशवासियों से बात करने का मौका मिले, ये अपने आप मेरे लिए खुशी अनेक गुना बढ़ा देने वाला काम है।”
*‘हिमाचली उत्पाद पूरी दुनिया में पहुंचाने के लिए कर रहे काम’*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिमाचल का हस्तशिल्प, वास्तुकला वैसे ही मशहूर हैं। उन्होंने कहा, “चंबा का मेटल वर्क, सोलन की पाइन आर्ट और कांगड़ा की मिनिएचर पेटिंग देख टूरिस्ट दीवाने हो जाते हैं। ऐसे उत्पाद देश के कोने-कोने में पहुंचे, साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों की भी रौनक बढ़ाएं, इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल के स्थानीय उत्पादों की चमक तो काशी में बाबा विश्वनाथ तक पहुंच गई है। कुल्लू में माताओं और बहनों द्वारा बनाई गई बनी पुलें सर्दी के मौसम में काशी विश्वविनाथ मंदिर के पुजारियों और सुरक्षा कर्मियों की मददगार बन रही है। बनारस का सांसद होने के नाते मैं इस उपहार के लिए हिमाचल प्रदेश के लोगों का विशेष आभार प्रकट करता हूं।
*‘इन्फ्रास्ट्रक्चर और टेक्नॉलजी पर फोकस’*
प्रधानमंत्री ने एम्स का जिक्र करते हुए कहा कि देश में एम्स जैसे स्वास्थ्य संस्थानों का दायरा दूर-सुदूर इलाकों तक पहुंचाया जा रहा है और बिलासपुर एम्स इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। अब हिमाचल के लोगों को इलाज के लिए चंडीगढ़ और दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और इन्फ्रस्ट्रक्चर पर्यटन को भी बढ़ावा देता है।
पीएम ने कहा कि हिमाचल के दूरदराज के इलाकों में ड्रोन टेक्नोलॉजी का बहुत बड़ा लाभ होगा। उन्होंने कहा, “हम एक-दूसरे को सपॉर्ट करने वाली मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी पर फोकस कर रहे हैं। इस बजट में हमने जो पर्वतमाला योजना की घोषणा की है, वह हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी। इसके साथ ही वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज योजना भी बजट में रखी गई है। इससे सीमा में बसे हुए गांवों को एक्टिविटी और टूरिस्ट सेंटर बनाने में मदद मिलेगी। वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज योजना का लाभ हिमाचल के सीमावर्ती गांवों को मिलने वाला है।”