आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कांग्रेस एवं सीटू से आग्रह किया है कि बसों का किराया बढ़ाने के कारण जनता पर पड़ने वाले बोझ को स्वयं उठाये और निजी बसों में डीजल भरवा ले। उन्होंने कहाँ कि कांग्रेस एवं सीटू के नेता बिना मतलब से किराया बढ़ाने कस विरोध कर रहे है जबकि निजी बस ऑपरेटर भी हिमाचल के हि नागरिक है और इस महंगाई के दौर में बसे चलना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि जो राजनैतिक दल बिना वजह निजी बस ऑपरेटरो को सरकार द्वारा दी जाने वाली राहत का विरोध कर रहे है आगामी चुनाव में निजी बस ऑपरेटर उस दल का विरोध करेंगे।
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उन्होंने कहाँ कि ग्रामीण क्षेत्रो में चलने वाली निजी बसे हि शहरी क्षेत्रो में रहने वाले लोगो का दूध, दही एवं सब्जियाँ पहुंचती है लेकिन फिर भी निजी बस ऑपरेटरो का विरोध करते है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के समय भी किराए में 35% वृद्धि हुई थी उस समय क्या कांग्रेसियों को एवं वामपंथी को जनता की याद नहीं आई। लेकिन अब जब कोरोना महामारी के समय जब निजी बस ऑपरेटर थोड़ी सी राहत के लिए किराए बढ़ाने के रूप में मांग रहे हैं तो कांग्रेसी एवं कम्युनिस्टों के पेट में दर्द हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश निजी बस ऑपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के चलते हुए लॉकडाउन के कारण सवारिया नहीं मिल रही है बसों में सवारिया नहीं बैठ रही है तथा इसका उपाय यह है कि या तो सरकार कोई राहत राशि उपलब्ध कराएं या फिर थोड़ा सा किराए में वृद्धि करे। इस समय सरकार के पास इतना धन नहीं है कि वह हर सेक्टर में राहत उपलब्ध कराए लेकिन अगर जनता इसमें थोड़ा सहयोग करें तो सरकार को भी फायदा होगा एवं निजी बस ऑपरेटर भी राहत महसूस करेंगे