प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में इतने लोगों को डिजिटल साक्षर लोक मित्र केंद्रों में दी जा रही ट्रेनिंग, 20 दिन के बाद ली जाती है ऑनलाइन परीक्षा

प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत 14 से 60 वर्ष की आयु के लोगों को सिखाई जा रही डिजिटल ट्रांजेक्शन

डिजिटल साक्षर लोक मित्र केंद्रों
डिजिटल साक्षर लोक मित्र केंद्रों

आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

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शिमला। प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र के 3 लाख 29 हजार 117 लोग डिजिटल साक्षर हो गए है। यानि कि इन्हें स्मार्ट मोबाइल फोन चलाने के साथ डिजिटल ट्रांजेक्शन करना और ई मेल बनाना और इसका उपयोग करने आ गया है। प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के 14 से 60 वर्ष के लोगों को डिजिटल साक्षर किया जा रहा है। हालांकि आई.टी. विभाग के मुताबिक डिजिटल साक्षर होने के लिए 5,74,341 लोगों ने रजिस्टे्रशन करवाया है, लेकिन इसमें से अभी तक 3,29, 117 लोग ही साक्षर हो पाए हैं। साक्षर हुए लोगों में 2,49,234 महिला और 2,04,654 पुरूष शामिल है।

 

 

जानकारी के मुताबिक लोक मित्र केंद्रो में लोगों को इसकी ट्रेङ्क्षनग दी जा रही है। 20 दिन बाद इनका ऑनलाइन पेपर लिया जाता है। इसमें पास होने पर ही इन्हें सॢटफिकेट दिया जाता है। भारत सरकार की ओर से यह सॢटफिकेट जारी किया जाता है। प्रदेश में उक्त साक्षर हुए लोगों को यह सॢटफिकेट मिल गया है। गौर हो कि वर्ष 2017 में भारत सरकार ने यह योजना शुरू की थी, जो केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लिए थी। यह योजना अभी अप्रैल 2024 तक जारी रहेगी।

 

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केंद्र से की जाएगी योजना की अवधी को बढ़ाने की सिफारिश सूत्रों की मानें तो आई.टी. विभाग कें द्र से इस योजना की अवधी को बढ़ाने की सिफारिश करेगा, ताकि राज्य के ज्यादा से ज्यादा लोगों को डिजिटल साक्षर किया जाए। इस योजना के तहत 50 से 60 वर्ष की आयु के एक लाख लोगों को साक्षर किया गया है। ऐसे में अब यह लोगा डिजिटल कार्यों के लिए दूसरे पर निर्भर नहीं है। हालांकि अभी ग्रामीण क्षेत्रों के 3615 लोक मित्र केंद्रो में इसकी ट्रेनिंग जारी है। ऐसे में जो लोग डिजिटल साक्षर होना चाहते है, वह संबंधित क्षेत्र के लोक मित्र केंद्र में अपना रजिस्टे्रशन करवा सकते है।

 

योजना के प्रचार -प्रसार के निर्देश प्रदेश सरकार की ओर से इस योजना के प्रचार -प्रसार के निर्देश जारी किए गए हैं। इसी कड़ी में शिक्षा विभाग ने भी सभी स्कूल-कालेज के प्रधानाचार्य सहित जिला उपनिदेशकों को इस योजना के प्रचार -प्रसार के लिए उचित कदम उठाने को कहा है।