विशेष: कोरोना काल में किसानों का मददगार बना राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक प्रसंघ, पिछले साल की तुलना में 32 करोड़ बढ़ाया टर्न ओवर

राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंघ के प्रंबध निदेशक भूपिंद्र कुमार अत्री
राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंघ के प्रंबध निदेशक भूपिंद्र कुमार अत्री

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो 

शिमला। कोरोना काल में जहां अधिकतर लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है तो वहीं हिमाचल के किसान स्वावलंबन की राह पर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। ऐसा संभव हो पाया है राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंघ के प्रयासों से। कोरोना काल में जब बाजार बंद हो गए थे और निजी डेयरी व अन्य निजी फर्मों ने किसानों से दूध सेना बंद कर दिया था तो ऐसे किसानों का मददगार बना राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंघ। कोरोना काल में राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंघ ने प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों व गांवों से रिकार्ड 4 एक लाख 24 हजार लीटर दूध प्रतिदिन के हिसाब एकत्र किया है। यह जानकारी राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंघ के प्रंबध निदेशक भूपिंद्र कुमार अत्री ने आदर्श हिमाचल को दी।

उन्होंने बताया कि कोरोना काल के पहले से ही वे किसानों से दूध लेते हं लेकिन कोरोना काल में उन्होंने अधिक से अधिक किसानों को आर्थिक तौर पर फायदा पंहुचाने के मकसद से दूध लेना शुरू किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बाजार बंद हो गए थे, रेस्तरां नहीं चल रहे थे और निजी फर्मों ने भी किसानों से दूध लेना बंद कर दिया था। ऐसे किसान जिन्हें अपने दूध के निष्पादन में दिक्कत हो रही थी तो सरकार के निर्देश पर से सभी किसानों से प्रसंघ ने दूध लेना शुरू किया।

प्रबंध निदेशक भूपिंद्र कुमार अत्री ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस सल इस अवधि तक मिल्क फेडरेशन ने 75 प्रतिशत अधिक दूध एकत्र किया है। हर महीने राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंघ किसानों को आठ-नौ करोड़ हर महीने उनके दूध का मूल्य अदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि दूध उत्पादन के काम में लगे किसानों को कोरोना काल में भी अन्य के मुकाबले अधिक आर्थिक संकट नहीं उठाना पड़ा और उन्होंने अधिक पैसा कमाया।

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अत्री ने बताया कि राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंग ने बढ़े हुए दूध से न केवल नए-नए उत्पाद मार्किट में लांच किए बल्कि दूध व अन्य उत्पादों की क्वालिटी में भी सुधार किया है। साथ ही बाजार में स्वीकार्यता व पंहुच बनाने के लिए अपने उत्पादों की ब्रांडिग भी शुरू की है। उन्होंने बताया कि इस बात का फायदा मिल्क फेड को हुआ है और पिछले साल की तुलना में इस साल 32 करोड़ यानी 33 परसेंट की बढ़ोतरी हुई है। लोगों को घर-द्वार तक दुध व अन्य दुग्ध उत्पाद पंहुचाने के मकसद से मिल्क फेड ने सात वाहन भी चलाई है।

अत्री ने बताया कि कोरोना काल को खास तौर पर ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अभी कुछ ही दिन पहले मिल्क फेड का हिम हल्दी दूध भी लांच किया है। ये रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है और इम्युनिटी को मजबूत करता है। इसे अभी केसर फ्लेवर में लांच किया गया है, जो कि अत्यंत स्वादिष्ट है। पंजाबी यूर्निर्वसिटी पटियाला ने इस पर शोध भी किया है और उन्होंने इसका देश व विधेश स्तर पर पेटेंट भी करवाया है। ये उत्पाद नैनो तकनीक से बनाया गया है जो मानव शरीर में दस गुना अधिक बायो एवेलबिल्टी बढ़ाता है।

प्रबंध निदेशक ने कहा कि हिमाचल के लोगों को उनका ये नया उत्पाद बेहद पसंद आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अन्य दूध व दुग्ध उत्पादों में मिलावट हो सकती है लेकिन राज्य सहकारी दुग्ध प्रसंग के उत्पादों में शुद्धता का खास तौर पर ध्यान रखा गया है। उन्होंने हिमाचल के लोगों से आह्वान किया है कि वे शुद्धता से बने उत्पादों का ही सेवन करें।