शिमला : आंगनबाड़ी वर्करज एंव हेल्परज यूनियन की महिलाएं सीटू के बैनर तले नाहन में अपनी मांगो के लिए गरजी. सेंकडों महिलाओ ने नाहन बस स्टैंड से डीसी ऑफिस तक आपकी मांगो सा सँबंधित मांगों को लेकर नारे बाजी की. महिलाओ ने कहा कि आंगनबाड़ी को ही प्राईमरी कक्षाओं के लिए नियुक्त किया जाए. साथ ही हरियाणा कि तर्ज पर आंगनबाड़ी वर्करज एंव हेल्परज को वेतन दिया जाए. उन्होने कहा कि हरियाणा में आंगनबाड़ी वर्करज को 11500 रूपए और हेल्परज को 5500 रूपए हर माह वेतन दिया जा रहा है. उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर आंगनबाड़ी वर्करज एंव हेल्परज की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो महिलाएं उग्र आंदोलन करने को बाध्य हो जाएगी. उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनकी मांगो को जल्द सें जल्द पूरा किया जाए.
सीटू के जिला महासचिव राजिंदर ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश मे जितना भी स्टील वर्कर है वह अपनी मांगो को लेकर सड़कों पर है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का जो चेयर करने वाला हमारा श्रम सम्मलेन है वो यह कहता है कि स्किल वर्कर को नियमित किया जाएगा और उनको ग्रेज्यूटी पेंशन में लाया जाएगा. राजेंदर ने कहा कि आज आठ- नौ साल बीत गए है मगर सरकार ने अपने ही फैसले को लागू नहीं किया. उन्होंने कहा कि हमारी दूसरी मांग है कि सरकार ने जो प्री नर्सरी खोलने का जो फैसला सरकार ने लिया है, एक अच्छी प्रशिक्षित आंगनबाड़ी वर्कर जो पिछले 10-15 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे है साथ ही उन्हें पांच छह साल के बच्चों को पढ़ाने का अच्छा अनुभव है लेकिन वह सरकार ने सारा दरकिनार करके एक शिक्षा का नया स्वरुप पैदा कर रही है जिसका हम विरोध करते है. उन्होंने मांग की है कि जब तक उन्हें नियमित नहीं किया जाता है तब तक इन्हें भी हरियाणा की तर्ज पर वतन दिया जाए. उन्होंने जयराम सरकार को चेताया हुए कहा की हक की लड़ाई लड़ रही महिला शक्ति में फूट डालने का कार्य बंद करें. उन्होंने कहा कि यह महिला शक्ति है जो अपनी इच्छाशक्ति के दम पर हर जंग जीतने में सक्षम है.
शीला महासचिव प्रोजेक्ट कमेटी नाहन ने बताया कि आज जो धराना प्रदर्शन किया जा रहा है उसका कारण यह है कि सरकार हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि हम पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते आ रहे है. मगर सरकार उनकी मांगों को नहीं मान रही है. उन्होंने कहा सरकार हमसे अन्य काम भी करवा रही है. जिसका हम पूरी ईमानदारी के साथ करते है. फिर भी हमें दरकिनार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार कि कल्याणकारी विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रम लोगो को घर घर जाकर देते है. फिर भी सरकार हमारी तरफ ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने सरकार को चेताया कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो यह धरना आगे भी जारी रहेगा.