विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान हिमाचल प्रांत कार्यकारिणी का गठन

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

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शिमला
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला परिसर में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान की प्रांत बैठक, प्रशिक्षण एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यू जी सी ) एवं राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के सदस्य प्रोफेसर नागेश ठाकुर ने विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान की राष्ट्रीय उपाध्यक्षा प्रोफेसर मंजू सरदेशपांडे एवं उपाध्यक्ष राष्ट्रीय डॉ शशि रंजन ‘अकेला’ की उपस्थिति में की।

बैठक में सर्वसम्मति से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुक्त अध्ययन केंद्र में शिक्षा विभाग में प्रोफेसर पद पर कार्यरत एवं राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद उत्तर क्षेत्रीय समिति नई दिल्ली के सदस्य प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार शर्मा को हिमाचल प्रांत अध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा प्रोफेसर प्रवीण शर्मा, डॉक्टर जसवीर सिंह, डॉ प्रदीप सिंह दहल, डॉ राकेश शर्मा, डॉक्टर सनील ठाकुर को प्रान्त उपाध्यक्ष पद के लिए चुना गया।

महासचिव पद का दायित्व डॉ सुनील कुमार शर्मा , कोषाध्यक्ष का डॉ कपिल व सह सचिव का दायित्व डॉ जगदीप वर्मा ,डॉ सुरेंद्र प्रताप, डॉ नीरू वाला, डॉक्टर कुलदीप चंदेल, डॉ रितिका को दिया गया । डॉ राजेश प्रेस सचिव, डॉ हरीश एवं डॉ मुनीश आईटी सोशल मीडिया इंचार्ज बनाए गए। बैठक में उपस्थित सभी लोगों को प्रदेश कार्यकारिणी का सदस्य घोषित किया गया।

इस कार्यक्रम में कुल चार सत्र आयोजित किए गए। दीप प्रज्वलन के बाद प्रथम सत्र में प्रांत संयोजक प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार शर्मा जी द्वारा सभी गणमान्य व्यक्तियों को हिमाचली परंपरा के अनुसार टोपी शाल व पुस्तक भेंट कर स्वागत किया गया। प्रथम सत्र में अपने उद्बोधन में प्रो० नागेश ठाकुर प्ने ‘भारतीय ज्ञान परंपरा के आलोक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020’ विषय पर अपने विचार रखे जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति की संरचनात्मक पृष्ठभूमि को बताते हुए उन्होंने आने वाले दिनों में इसके शिक्षा पर सकारात्मक प्रभाव की चर्चा की। द्वितीय सत्र में प्रोफेसर मंजू श्री सरदेशपांडे ने विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान का परिचय, प्रस्तावना , संकल्पना एवं उद्देश्य विषय पर अपने विचार रखे व आने वाले दिनों में विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के विभिन्न कार्यक्रमों का ब्यौरा दिया। तृतीय सत्र में डॉ शशि रंजन अकेला ने भारत केंद्रीय शिक्षा विषय पर अपना उद्बोधन दिया और भारतीय ज्ञान प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए उपस्थित सभी सदस्यों से आह्वान किया।

चतुर्थ व समापन सत्र में प्रांत कार्यकारिणी की घोषणा की गई और धन्यवाद ज्ञापन के बाद राष्ट्रगान के साथ बैठक का समापन हुआ। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों से आए हुए आचार्य ,साहचर्य, सहायक आचार्य, व प्राचार्य आदि मौजूद थे।