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मौसम: प्रदेश में शिथिल पड़ा मानसून फिर सक्रिय, शिमला ऑफ धर्मशाला में जमकर बरसे मेघ

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। प्रदेश में शिथिल पड़ा माॅनसून आज से एक्टिव हो गया है। प्रदेश की राजधानी शिमला और धर्मशाला में शुक्रवार को बादल जमकर बरसे जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो तीन दिनों तक प्रदेश में बारिश होने के आसार हैं। पांच से सात जुलाई तक पूरे प्रदेश में भारी बारिश और अंधड़ की चेतावनी जारी हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि पांच जुलाई से प्रदेश में मानसून रफ्तार पकड़ेगा। उन्होंने बताया कि कांगड़ा जिले के कई क्षेत्रों में आज तूफान और मूसलाधार बारिश हुई। बैजनाथ में तेज बारिश का पानी दुकानों में घुस गया। लंज में बूंदाबांदी के साथ तेज हवाएं चलीं।
शुक्रवार को शिमला में सुबह के मौसम साफ रहा। राजधानी में 10 मिमी, सुंदरनगर में 13 मिमी, भुंतर में 0.4, कल्पा में 0.8, धर्मशाला 49.0, कांगडा में 40.0, डलहौजी में 1.0, कुफरी 2.0 और जुब्बड हट्टी में 3.0 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई।
शुक्रवार को ऊना में सबसे अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री रहा जबकि शिमला 24.1, बिलासपुर 34.0, सुंदरनगर 34.3, भुंतर 34.2, हमीरपुर 33.8, चंबा 33.5, नाहन-सोलन 32.0, धर्मशाला 30.2, कांगड़ा 34.6, कल्पा 28.0, केलांग 24.8 और डलहौजी में 22.2 डिग्री और जुब्बड हट्टी में 28.5 डिग्री सेल्सियस रहा।

बड़ी खबर : खुल गया पूरा हिमाचल, पर्यटकों को भी मिलेगा सशर्त प्रवेश, पढ़ें दिशा निर्देश

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अब अंतर्राज्यीय आवाजाही के लिए ई-पास सॉफ्टवेयर पर करवाना होगा पंजीकरण, पहले करना पड़ रहा था पास अप्लाई

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला। कोरोना संकट के बीच अनलॉक-2 में हिमाचल प्रदेश के बॉर्डर खोलने की सशर्त अनुमति प्रदान कर दी गई है। इसके तहत अब अंतर्राज्यीय आवाजाही के लिए ई-पास सॉफ्टवेयर पर पंजीकरण करवाना होगा। सॉफ्टवेयर पर पंजीकरण के बाद लोगों की आवाजाही हो सकेगी, जिसकी ऑनलाइन ही मॉनीटरिंग होगी। यानि उसमें आवाजाही करने वाले की ट्रैवल हिस्ट्री सहित अन्य बातों का उल्लेख होगा। राज्य सरकार की तरफ से अनलॉक-2 को लेकर जारी की गई गाइडलाइन में इसका उल्लेख किया गया है।

हिमाचल आने से 72 घंटे पहले पर्यटकों को करवाना होगा कोविड-19 टैस्ट

सरकारी निर्देशों के अनुसार हिमाचल प्रदेश में आगामी दिनों में पर्यटकों को आने की अनुमति होगी। इसके लिए हिमाचल में आने वाले पर्यटकों को यहां के होटलों में ठहरने के लिए कम से कम 5 दिन की बुकिंग करवानी होगी। हिमाचल आने से 72 घंटे पहले पर्यटकों को पंजीकृत लैब से कोविड-19 टैस्ट करवाना होगा और रिपोर्ट नैगेटिव आने पर ही उनको प्रवेश की अनुमति मिलेगी। बीते दिन पूर्व प्रदेश सरकार के साथ हुई होटल एसोसिएशन की बैठक में यह मांग की गई थी।

धार्मिक स्थल खुलेंगे लेकिन एसओपी का इंतजार

सरकार की तरफ से जारी नई गाइडलाइन में प्रदेश में धार्मिक स्थल खोलने की अनुमति प्रदान कर दी गई है लेकिन इसके लिए भाषा एवं संस्कृति विभाग की एसओपी का इंतजार करना होगा। सरकार की तरफ से पर्यटन इकाइयों को शीघ्र क्रियाशील करने की बात कही गई है, जिसके लिए पर्यटन विभाग की तरफ से एसओपी जारी की जाएगी। यानि प्रदेश में पर्यटन स्थल आने वाले दिनों में खुल सकते हैं, जिसके लिए पूरी गाइडलाइन एसओपी में जारी होगी।

60 फीसदी कैपेसिटी के साथ खुलेंगे रेस्तरां-ढाबे

इसी तरह रेस्तरां-ढाबों को 60 फीसदी सिटिंग कैपेसिटी के साथ खोला जाएगा। शिमला में पर्यटन निगम की लिफ्ट को भी खोल दिया गया है, जिसके लिए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। निर्देशों में यह भी स्पष्ट किया गया है कि सुबह 5 से रात्रि 9 बजे के बाद आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि रात्रि की अवधि के दौरान आवश्यक सेवाओं से संबंधित वाहनों एवं लोगों की आवाजाही हो सकेगी।

मेडिकल कॉलेज खोलने के साथ शुरू हो जाएगी ट्रेनिंग

सरकार ने मेडिकल कॉलेजों को खोलने का निर्णय भी लिया है, साथ ही 15 जुलाई से स्वास्थ्य से संबंधित प्रशिक्षण कार्य शुरू हो जाएगा। हालांकि इस संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एसओपी जारी की जाएगी। औद्योगिक क्षेत्र में कामगारों और व्यापारियों की तय मापदंडों के आधार पर आवाजाही होगी।

एसओपी जारी होने पर ही खुलेंगे सिनेमा हॉल, खेल परिसर व बार

एसओपी जारी होने पर सिनेमा हॉल, खेल परिसर, बार, स्विमिंग पूल, इंटरटेन पार्क, थियेटर व ऑडिटोरियम को खोला जा सकेगा। इसी तरह सामाजिक एवं राजनीतिक गतिविधियों को भी अनुमति दी जा सकती है, लेकिन इसके लिए एसओपी का इंतजार करना होगा। हालांकि ऐसी गतिविधियों की कंटेनमैंट जोन में अनुमति नहीं दी जाएगी।

नई गाइडलाइन में ये भी निर्देश

1. किसान-बागवान व प्रोजैक्ट लेबर को भी करवाना होगा पंजीकरण।
2. सेना व अद्र्धसैनिक बलों को आवाजाही के लिए पास जरूरी नहीं।
3. अंतर्राज्यीय बसों की आवाजाही पर प्रतिबंध।
4. तय निर्देशों के अनुसार बाहर से आने वाले लोग होंगे क्वारंटाइन।
5. शिक्षण संस्थानों को नहीं बनाया जाएगा क्वारंटाइन केंद्र।
6. 31 जुलाई तक शिक्षण संस्थान बंद, ऑनलाइंन चलेंगी कक्षाएं।
 

कोरोना अपडेट: प्रदेश के पांच जिलों से आए नौ मामले, कुल संक्रमित मामले पहुंचे 1023

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला/चम्बा/हमीरपुर/कांगड़ा/मंडी/सोलन। प्रदेश में आज पांच जिलों से कुल नौ नए मामले सामने आए हैं। इनमें हमीरपुर से तीन, कांगड़ा और चम्बा से दो-दो और मंडी और सोलन जिला से एक-एक नया मामला आया है। इसके अलावा आज पांच ही जिलों से 31 लोग ठीक भी हुए हैं। इनमे सबसे ज्यादा जिला कांगड़ा से 15, हमीरपुर से 9, शिमला से 4, सिरमौर से दो और चम्बा से 1 मरीज आज ठीक हुआ है।
चम्बा में नोएडा से लौटा सलूणी का 47 वर्षीय व्यक्ति जोकि होम क्वारंटीन था, कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। धरभूणी मसरूंद का 50 वर्षीय व्यक्ति जोकि पेड क्वारंटीन में रह रहा था कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। वहीं शुक्रवार में चंबा में एक मरीज स्वस्थ हुआ हैं, इन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। चंबा जिले में अब सात एक्टिव केस हैं। जिला में अभी तक कुल 46 मरीज ठीक हो चुका है।
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मंडी में गुम्मा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का एक मामला सामने आया है। दिल्ली से लौटी 26 साल की युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई है।। सोलन जिले के बद्दी में भी एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह व्यक्ति यहां एक उद्योग में काम करता है और रेंडम आधार पर इसका सैंपल लिया गया था।
जिला कांगड़ा में दो नए मामले सामने आए हैं। 23 जून को दिल्ली से लौटी मैक्लोडगंज की 26 वर्षीय युवती संक्रमित पाई गई है। वर्तमान में युवती को तिब्बतियन रिसेप्शन सेंटर में इंस्टीट्यूशनल  क़वारन्टीन किया गया था। अब युवती को डेडिकेटिड कोविड केअर सेंटर डाढ़ शिफ्ट किया जा रहा है। जबकि दूसरे मामले में मैक्लोडगंज का 60 वर्षीय व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया है। इसे धर्मशाला अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा है।
जिला हमीरपुर में दो बच्चों और एक महिला समेत कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए हैं। जिला से भेजे गए सैंपलों की शुक्रवार शाम को आई रिपोर्ट में ये तीनों कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं। इस प्रकार जिला में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों संख्या 256 पहुंच गई है, जिनमें से 175 ठीक हो चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि गांव कोटि ताल भोरंज की 52 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पाजीटिव आई है। वह 21 जून को अपने पति और बच्चे के साथ पुणे से आई थी तथा गृह संगरोध में थी। 30 जून को उसका सैंपल लिया गया था। इस महिला के अलावा गांव लगमवी का दो वर्षीय बच्चा भी पाजीटिव पाया गया है। वह अपने माता-पिता के साथ दिल्ली से आया था। गांव पंसाई उपमंडल नादौन के दस वर्षीय बच्चे की रिपोर्ट भी पाजीटिव आई है। वह परिजनों संग गाजियाबाद से आया था और सासन में संगरोध में था।
जबकि जिला में आज नौ और लोगों ने कोरोना के विरुद्ध जंग जीत ली है। शुक्रवार शाम को प्राप्त फॉलोअप रिपोर्ट में ये लोग नेगेटिव पाए गए हैं। इनमें से दो लोग समर्पित कोविड-19 स्वास्थ्य केंद्र भोटा में और सात एनआईटी परिसर स्थित समर्पित कोविड केयर सेंटर में दाखिल थे।
उपायुक्त हरिकेश मीणा ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमित लोगों के ठीक होने की दर लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार शाम तक जिला में कोरोना से ठीक होने की संख्या 175 तक पहुंच गई है। इसके लिए चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मचारी, संक्रमण को नियंत्रित करने में लगे अन्य अधिकारी-कर्मचारी तथा कोरोना को हराने वाले सभी लोग बधाई के पात्र हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकार डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि स्वस्थ हुए नौ लोगों में भोरंज के गांव मानवी की 30 वर्षीय महिला और उसका 35 वर्षीय पति शामिल है। ये एनआईटी परिसर स्थित समर्पित कोविड केयर सेंटर में दाखिल थे। इनके अलावा गांव छनेड़ की 34 वर्षीय महिला, गांव गोड़ी डाकघर कुलहेड़ा की 52 वर्षीय महिला, गांव मंगुल की 60 वर्षीय महिला, गांव गनोह ब्राहमना की 47 वर्षीय महिला, गांव बलूटी डाकघर चमनेड के 33 वर्षीय व्यक्ति, गांव कमलाह की 15 वर्षीय लडक़ी, गांव सम्मू डाकघर तरक्वाड़ी भोरंज के 72 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक की फॉलोअप रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है।
सोलन जिले के बद्दी में भी एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया है। यह व्यक्ति यहां एक उद्योग में काम करता है और रेंडम आधार पर इसका सैंपल लिया गया था।
राज्य में अब कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1023 पहुंच गया है जबकि अब 663 लोगों के ठीक होने के बाद 337 सक्रिय मामले हैं।  अब तक कोरोना से आठ की मौत हो चुकी है। 13 मरीज राज्य से बाहर चले गए हैं।
 

मुख्यमंत्री ने किया प्रोटीन प्रसंस्करण केंद्र का शुभांरम्भ, टिशु कल्चर इकाई और बांस की हाई-टैक नर्सरी की भी रखी आधारशिला

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। पालमपुर का हिमालयन जैव-संसाधन प्रोद्यौगिकी संस्थान प्रदेश के टांडा, चम्बा, हमीरपुर चिकित्सा महाविद्यालयों को कोविड-19 के परीक्षण के लिए सभी आवश्यक उपकरण और लाॅजिस्टिक सहयोग प्रदान करने के अलावा प्रदेश में किए जा रहे कोविड-19 के परीक्षण करवाने में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पालमपुर के वैज्ञानिक तथा ओद्यौगिक अनुसंधान परिषद हिमायलन जैव प्रोद्यौगिकी संस्थान के 38वें स्थापना सप्ताह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थान ने उपभोक्ताओं के लिए अल्कोहल रहित हैंड सैनेटाइजर और हर्बल साबुन बनाने में भी सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि संस्थान विभिन्न पौधों से निर्मित सुगन्धित तेलों के उत्पादन तैयार करके हिमाचल प्रदेश को देश का आरोमा राज्य बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि संस्थान द्वारा हींग और केसर की खेती के लिए किए गए प्रयास प्रशंसनीय हैं। प्रदेश सरकार द्वारा हींग की खेती को बढ़ावा देने के लिए 4.50 करोड़ रुपये तथा केसर की खेती को बढ़ावा देने के लिए 5 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाएं आरंभ की गई हैं। प्रदेश सरकार इन परियोजनाओं को सफल बनाने के लिए संस्थान को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किए जा रहें हैं। केसर और हींग का उत्पादन प्रदेश के किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ बनाने में सफल प्रयास सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि औषधीय पौधों और जड़ी-बूटी का व्यावसायिक उत्पादन प्रदेश के किसानों की आर्थिकी सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इन उत्पादों को बाजार में बेहतर मूल्य मिलेगा और यह देश को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार संस्थान द्वारा किए जा रहे शोध कार्य को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर संस्थान की पत्रिका बैम्बू रिर्सोसिज एैट  सीएसआईआर-आईएचबीटी और टी-जर्मप्लाजम एैट सीएसआईआर-आईएचबीटी का विमोचन किया।

इंस्पायर अवार्ड योजना के अंतर्गत नामिनेशन भेजने की प्रक्रिया शुरु

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

कुल्लू।  शिक्षा उप निदेशक  बलवंत सिंह ठाकुर ने बताया कि इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत स्कूली बच्चों के नामिनेशन भेजने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। यह भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित एक विशिष्ट कार्यक्रम है तथा भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत आॅनलाइन प्रक्रिया द्वारा स्कूलों से नवीनतम विचारों के नामांकन मांगे जाते हैं जिन्हें जिला प्राधिकरण द्वारा राज्य स्तरीय अधिकारी एससीईआरटी सोलन को भेजा जाता है उसके बाद दिल्ली तथा अहमदाबाद में इनका चयन किया जाता हैै।
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नवीनतम विचारों के लिए चयनित बच्चों में खातों में 10 हजार रुपये की राशि डाली जाती है। इन चयनित बच्चों को अपने माॅडल लेकर जिला स्तरीय प्रदर्शनी में भाग लेना पड़ता है जहां से 10 माॅडल्स को राज्य स्तरीय प्रदर्शनी के लिए चयनित किया जाता है।  उसके उपरांत यदि राष्ट्रीय स्तर पर प्रोजेक्ट का चयन होता है तो इन माडल्स को स्टार्ट अप इंडिया के साथ जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि देशभर में कई छात्र इस योजना का लाभ उठा चुके हैं।  जिला कुल्लू में इस योजना के तहत लगभग 365 स्कूल पंजीकृत हैं। वर्ष 2020 के लिए नामिनेशन की प्रक्रिया गत पहली जून से शुरू हो चुकी है।
वलबंत ठाकुर ने सभी सरकारी एवं निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य एवं मुख्य अध्यापकों को निर्देश दिए कि कक्षा छठी से दसवीं तक के छात्र-छात्राओं से नवीनतम विचारों को प्राप्त करके अपने स्कूल के माध्यम से नाॅमिनेशन भेजें ताकि बच्चे इस योजना का समुचित लाभ उठा सकें।

कसुम्पटी ब्लॉक कांग्रेस की नई कार्यकारणी गठित…. 12 उपाध्यक्ष, 14 महासचिव और 16 सचिव किए गए नियुक्त

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला।  कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने ब्लॉक कांग्रेस कसुम्पटी की कार्यकारिणी का गठन कर दिया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता राम कृष्ण शांडिल ब्लॉक कमेटी के अध्यक्ष पहले ही नियुक्त कर दिए गए थे। गठित कार्यकारणी के तहत 12 उपाध्यक्ष, 14 महासचिव और 16 सचिव बनाए जिसमें मुख्य  सलाहकार आर.बी. राणा को बनाया गया है! के.एस. रोहाल, बाहुदर सिंह, दयाराम, अमर सिंह वर्मा, मदन शर्मा, निरंजन ठाकुर, दौलत राम, महेंद्र चौहान, कृष्ण गोपाल, जयकृष्ण, अशोक शर्मा और कृष्ण दत्त को ब्लॉक कांग्रेस कसुम्पटी का वरिष्ठ उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसी तरह राजेंद्र वर्मा, कुलदीप वर्मा, भीष्म ठाकुर, चमन ठाकुर, अजय ठाकुर, किशोर ठाकुर, गीता वर्मा, तारा सिंह’ लेखराम  शर्मा, विद्यानंद, नेत्र सिंह, भूवनेश्वर शर्मा, रमेश वर्मा और मदन शर्मा को महासचिव नियुक्त किया गया है। विश्वानंद को कोषाध्यक्ष वह  विरेंन्द्र वर्मा को प्रवक्ता बनाया गया है। राजेंद्र, उत्तम, राज कुमार, विजय शांडिल,कमल वर्मा, विरेंद्र ठाकुर, दर्शनदास, सुरेंद्र, सेवक राम कश्यप, शोभा राम राजटा, रमेश शर्मा, संदीप ठाकुर, रोहित, विद्या कंवर और महेंद्र को सचिव नियुक्त किया गया है।

कार्यकारणी सदस्य में शामिल…. 
53 कार्यकारणी के सदस्य बनाए गए है। इनमें प्रमोद, जितेंद्र, प्रेम, राजेंद्र ठाकुर, शंकर वर्मा, धर्मप्रकाश, हरिश वर्मा, दिनेश कुमार, धर्म सिंह , संदीप, कर्मचंद, राजेंद्र सेगटू, रामानंद, विरेंद्र वर्मा, दुर्गा दत्त शांडिल, नारायण सिंह , प्रताप वर्मा, ललीत बोक्टा, शिवसरण, माताराम, मस्तराम, सेवक राम, सुनील ठाकुर, संजय कुमार, सुरेंद्र ठाकुर, बाबू राम, अनिल, धर्मेंद्र, टेकचंद, प्रताप चौहान, दवेंद्र कुमार, अमित, विरेंद्र, सुरेश, निशांत, संजीव शर्मा, रंजन, गोपाल, नीतू शर्मा, मनोज, संजीव कुमार, उमा शांडिल, शशि ठाकुर, नेहा शर्मा, नीलम देष्टा, दिनेश शांडिल, धीरज ओक्टा, विनोद, प्रेम सिंह, प्रताप सिंह कंवर, हिरा सिंह और राजेश शर्मा शामिल है।
कसुम्पटी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी में स्थानीय विधायक, राणा अनिरुद्ध सिंह   प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सह समन्वयक धर्मपाल ठाकुर  पूर्व विधायक, .पीसी पदाधिकारी व सदस्य, जिला महिला अध्यक्ष   शशि बहल देवानंद ठाकुर ब्लॉक कांग्रेस के पूर्व प्रधान, बी.डी.सी/ नगर पंचायत व सदस्य जिला परिषद विशेष आमंत्रित सदस्य होगें।

राज्य सरकार के प्रयासों से विदेशों में फंसे हिमाचलवासियों की हुई वापसी सुनिश्चित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। कोविड-19 महामारी के दौरान विदेश में विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा उठाए गए सबसे प्रभावी उपायों में से एक वन्दे भारत मिशन के तहत उड़ानों का संचालन है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने विश्व के 69 देशों में फंसे, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात, संयुक्त राज्य अमरिका, इंग्लैंड, आॅस्ट्रेलिया, रूस, किर्गिस्थान, युक्रेन आदि देश शामिल हैं, से 713 हिमाचलियों को अभी तक वापिस लाया है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इस कार्य को पूरा करने में विशेष रूचि ली तथा मुख्य सचिव अनिल खाची ने इस कार्य की प्रभावी निगरानी की। राज्य नोडल अधिकारी ओंकार शर्मा, पूर्व आवासीय आयुक्त संजय कुण्डू, नई स्थित वर्तमान आवासीय आयुक्त रजनीश इस कार्य में शामिल हैं। आवासीय आयुक्त कार्यालय नई दिल्ली ने राज्य सरकार द्वारा सौंपे गए इस कार्य में कामयाबी सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास किए। उप आवासीय आयुक्त विवेक महाजन इस कार्य के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए थे, जिन्होंने विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय स्थापित करके विभिन्न दूतावासों के साथ बातचीत की तथा विभिन्न देशों में यात्रियों के साथ व्हाट्सऐप ग्रुपों के माध्यम से संवाद किया। उन्होंने उड़ान समय, सहायता डैस्क, जरूरी दस्तावेज आदि के बारे में भी उनका मार्गदर्शन किया तथा उन्हें वह सभी जानकारी उपलब्ध करवाई, जो उनके भारत आने के लिए आवश्यक थी। हिमाचलवासियों को वापिस लाने वाली उड़ाने दिल्ली, चण्डीगढ़ और अमृतसर हवाई अड्डों पर उतरीं। राज्य सरकार के अधिकारियों की एक टीम दिल्ली, चण्डीगढ़ और अमृतसर हवाई अड्डों में उन्हें लेने के लिए तैनात थी। इस अभियान के नेतृत्व उप आवासीय आयुक्त ने किया जिन्होंने दिल्ली में जिला मेजिस्ट्रेट और दिल्ली, चण्डीगढ़ और अमृतसर के नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय किया।
मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार दिल्ली और पंजाब के हवाई अड्डों पर वहां की सम्बन्धित सरकारों द्वारा यात्रियों की चिकित्सीय जाॅच की गई। इसके बाद उन्हें हिमाचल के सहायता डैस्क को सौंपा गया तथा उन्हें एक प्रमाण पत्र दिया गया, जिसमें स्पष्ट रूप से उल्लेखित था कि उनकी चिकित्सीय जाॅच की गई है तथा वह आगे की यात्रा के लिए स्वस्थ पाए गए हैं। सहायता डैस्क का काम दिल्ली या पंजाब आदि सरकारों से लोगों को लेना और जरूरत पड़ने पर उन्हें टैक्सी किराए पर लेकर आगे की यात्रा की सुविधा प्रदान करना था।
   आवासीय आयुक्त कार्यालय द्वारा सम्बन्धित जिलांे में क्वारटीन की व्यवस्था करके सम्बन्धित जिला प्रशासन के साथ समन्यवय स्थापित किया गया। जिला प्रशासन को आवासीय आयुक्त कार्यालय द्वारा वाहनांे की आवाजाही और विवरण आदि के बारे विधिवत जानकारी दी गई। प्रारम्भ में विदेश मंत्रालय/दूतावास हिमाचल के लोगों को राज्य सरकार को सौंपने का अनिच्छुक था, क्योंकि वह हिमाचल सरकार से वह लिखित में आश्वासन चाहते थे कि हिमाचल के लोगों को क्वारटीन के लिए हिमाचल वापिस ले जाया जाएगा। इसके तुरन्त बाद मानक संचालन प्रक्रिया व जारी किए गए ताकि हिमाचल के लोगों को कोई परेशानी पेश न आए। मानक संचालन प्रक्रिया जारी होने के उपरान्त अधिक से अधिक हिमाचली लोगों की वापसी सुनिश्चित करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य था क्योंकि पूरे देश से एयर इण्डिया की उड़ानों में सीटों की भारी मांग थी हालांकि विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव और नोडल अधिकारी के ठोस प्रयासों और मद्द के पश्चात लगभग सभी हिमाचल निवासियों को वापिस लाने में कामयाबी हासिल हो सकी।
   दुबई में फंसे 40 लोगों की सूची आवासीय आयुक्त कार्यालय को प्राप्त हुई थी। नोडल अधिकारी व उप आवासीय आयुक्त दिल्ली में दुबई के लोगों से बातचीत करते हुए एक व्ह्ाटसऐप ग्रुप बनाए गए तथा दुबई में फंसे लगभग 250 लोगों की सूची तैयार की गई। इस मामले को विदेश मंत्रालय/दूतावास कार्यालय से लगातार उठाया गया परिणामस्वरूप संयुक्त अरब अमीरात/मध्य पूर्व में फंसे 213 लोग दिल्ली, अमृतसर, चण्डीगढ़ के विभिन्न हवाई अड्डों पर पहले ही पहुंच चुके थे। इसी प्रकार नेपाल में फंसे आठ लोगों को लाने के लिए उत्तराखण्ड राज्य के चम्पावत जिला के जिला मेजिस्ट्रेट से बात की गई जिन्हें नेपाल सीमा से एक बस में बैठाकर पाॅंवटा साहिब भेजा गया, जहां पर आवासीय आयुक्त कार्यालय द्वारा उपायुक्त सिरमौर से पहले ही बातचीत करके उन सभी को क्वारंटीन किया गया। इसी प्रकार अटारी सीमा पर पाकिस्तान में फंसे हिमाचलियों को वापिस लाने का मामला पुलिस से उठाया। आधिकारिक पत्र के साथ अधिकारियों की एक टीम अटारी सीमा पर भेजी गई है तथा सभी औपचारिकताएं पूरी करने के उपरान्त उन्हें संस्थागत क्वारंटीन के लिए हिमाचल भेजने के टैक्सी सुविधा शुरू की। मालद्वीप में फंसे लोग केरल और तमिलनाडु पहंुचे थे। यह मामला केरल और तमिलनाडु की सरकार के समक्ष उठाया गया तथा उन्हें केरल और तमिलनाडु में संस्थागत क्वारंटीन रखा गया था।
   युक्रेन और किर्गीस्थान में फंसे लोगों चिकित्सा छात्रों को वापिस लाने के लिए विदेश मंत्रालय और दूतावास के साथ मामला उठाया गया तथा काफी प्रयासों के बाद 54 विद्यार्थियों का पहला जत्था युक्रेन से विद्यार्थियों को लेकर एयर इण्डिया के चार्टिड विमान से चण्डीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचा। नोडल अधिकारियों की एक टीम विद्यार्थियों को लेने के लिए पहले से तैनात थी तथा हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक से समन्वय स्थापित करके व तीन बसों का प्रबन्ध करके उन्हें क्वारंटीन के लिए सम्बन्धित अंचलों के क्वारंटीन होटलों में भेजा गया। ऐसे ही प्रयासों के बाद ही किर्गीस्थान से आए विद्यार्थी जो चण्डीगढ़ और नई दिल्ली के हवाई अड्डों पर पहुंचाया गया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के प्रतिबद्धता के कारण ही इस अत्यन्त कठिन कार्य को पूरा किया जा रहा है तथा अधिकतम हिमाचलियों को बचाने की प्रक्रिया अभी भी जारी है।

जिला हमीरपुर में दो बच्चों सहित एक महिला कोरोना पाॅजिटिव, कुल संख्या हुई 256

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

हमीरपुर। जिला हमीरपुर में दो बच्चों और एक महिला समेत कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आए हैं। जिला से भेजे गए सैंपलों की शुक्रवार शाम को आई रिपोर्ट में ये तीनों कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं।  इस प्रकार जिला में कोरोना संक्रमण के कुल मामलों संख्या 256 पहुंच गई है, जिनमें से 175 ठीक हो चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि गांव कोटि ताल भोरंज की 52 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पाजीटिव आई है।
  वह 21 जून को अपने पति और बच्चे के साथ पुणे से आई थी तथा गृह संगरोध में थी। 30 जून को उसका सैंपल लिया गया था। इस महिला के अलावा गांव लगमवी का दो वर्षीय बच्चा भी पाजीटिव पाया गया है। वह अपने माता-पिता के साथ दिल्ली से आया था। गांव पंसाई उपमंडल नादौन के दस वर्षीय बच्चे की रिपोर्ट भी पाजीटिव आई है। वह परिजनों संग गाजियाबाद से आया था और सासन में संगरोध में था।

डेयरी फार्मिंग ने बदली सुषमा की तकदीर, समाज में बनाई एक अलग पहचान

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। डेयरी फार्मिंग में स्वरोजगार की असीम संभावनाएं हैं, झिकली दाड़ी गांव की सुषमा ने कुछ इसी तरह से अपनी आजीविका चलाने के लिए डेयरी फार्मिंग की राह चुनी और प्रतिमाह पंद्रह हजार से बीस हजार रुपये की आमदनी ने उसकी तकदीर बदल दी है। सुषमा अन्य महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बनी हुई हैं और समाज में एक नई पहचान बनाई है।
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सुषमा शादी करने के उपंरात जब झिकली दाड़ी गांव में अपने ससुराल आई थीं, उस समय घर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी। अपने घर की आर्थिक स्थिति को ठीक करने के उदे्दश्य से उसने अपने पति के साथ खेतीबाड़ी में हाथ बंटाना शुरू कर दिया, परन्तु दोनों मिलकर भी इतना नहीं कमा पाते थे कि अपने परिवार की सही ढंग से परवरिश कर सकंे। सुषमा को पंजाब नैशनल बैंक के धर्मशाला स्थित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा चलाए गए उद्यमिता जागरूकता शिविर में संस्थान द्वारा करवाये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में जानकारी मिली। उन्हें आशा की किरण नजर आई और उन्होंने तुरन्त 13 दिन के डेयरी फार्मिंग के प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर दिया। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा उद्यमिता विकास का प्रशिक्षण पाकर इनके आत्मविश्वास में काफी वृद्धि हुई। फिर क्या था हौंसलों को उड़ान मिल गई।
वे बताती हैं कि उन्होंने स्वयं का रोजगार शुरू करने के लिए कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक दाड़ी से 2.50 लाख रुपये का लोन लेकर डेयरी फार्मिंग का कार्य शुरू किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उनके जीवन में परिवर्तन का आधार बना। मेहनत और प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान के बूते देखते ही देखते दिन बदलने लगे।
सुषमा ने 5 गाय तथा 3 बछियां पाल रखी हैं। जिससे लगभग प्रतिदिन 30 से 40 किलोग्राम दूध प्राप्त हो रहा है। वे दूध को आसपास के गांवों में बेचते हैं और हर महीने लगभग 15 से 20 हजार रूपये कमा रहे हैं। अपनी इस कमाई से उन्होंने बैंक का लोन भी चुका दिया है।
सुषमा के पति जगजीत का कहना है कि सुषमा के आत्मविश्वास ने उनके परिवार की जिन्दगी बदल दी है।
पंजाब नैशनल बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक महेन्द्र शर्मा बताते हैं कि संस्थान जरूरतमंद एवं इच्छुक लोगों को स्वरोजगार आरम्भ करने के लिए विभिन्न रोजगारपरक व्यवसायों में निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करता है। ताकि वे आर्थिक रूप से सुदृढ़ एवं आत्मनिर्भर हो सकें। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण की समाप्ति पर प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र दिए जाते हैं, जिसके द्वारा वे स्वरोजगार हेतु जिला कांगड़ा के किसी भी बैंक से ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रशिक्षण प्राप्त करने के इच्छुक युवक व युवतियां नजदीक राजकीय महाविद्यालय सभागार सिविल लाईन धर्मशाला, पीएनबी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान कांगड़ा में सम्पर्क कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए संस्थान के निदेशक महेन्द्र शर्मा से उनके दूरभाष नम्बर 9418020861 या संस्थान के दूरभाष नम्बर 01892227122 पर संपर्क कर सकते हैं
जिलाधीश कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति का कहना है कि सभी जिलावासियों विशेषकर युवाओं एवं महिलाओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने एवं आत्मनिर्भर बनाने पर बल दिया जा रहा है। प्रशासन के इन प्रयासों में पंजाब नैशनल बैंक के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण जैसे संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जो बेहद सराहनीय है।

सुक्खु हो गए हैं मानसिक तनाव के शिकार – टेक चंद डोगरा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री रंगीला राम राव व पूर्व मुख्य ससंदीय सचिब  टेक चंद डोगरा ने पार्टी के पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के उस बयान पर जिसमें उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष को किसी भी कार्यकर्ता को कोई भी नोटिस देने या पार्टी से बाहर करने का कोई अधिकार ही नही है पर तीब्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि सुक्खू मानसिक तनाव का शिकार हो गए है।
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उन्होंने कहा है कि अगर ऐसा नही है तो उन्हें अपना कार्यकाल को याद करते हुए कांग्रेस पार्टी के संविधान को फिर से पड़ लेना चाहिए।उन्होंने कहा है कि अपने अध्यक्ष पद के कार्यकाल में जिस प्रकार से उन्होंने उन्हें कांग्रेस पार्टी से बगैर किसी नोटिस, जवाब तलब के बाहर किया था,उस समय उन्होंने कोंन सा आधार अपनाया था। उन्होंने सुक्खू से पूछा है कि वह बताए कि उन्होंने अपने अध्यक्ष के कार्यकाल में  पार्टी नेताओं के अतिरिक्त 175 से अधिक कार्यकर्ताओं को पार्टी से किस आधार पर बाहर किया था।यहां तक कि  एनएसयूआई के दो अध्यक्षों को भी किस आधार पर पद से हटाया गया था।
    कांग्रेस नेताओं ने सुक्खू को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि वह अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षा के चलते प्रदेश में पार्टी को कमजोर करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने कहा है कि आज देश मे सोनिया गांधी, राहुल गांधी जिस ढंग से पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रहें है ठीक उसके विपरीत प्रदेश में कुछ पार्टी नेता अपनी राजनैतिक महत्वाकांक्षा के लिए समांतर बैठके कर प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ अनाप शनाप बयानबाजी कर पार्टी कार्यकर्ताओं के मनोबल को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, जोकि बहुत ही अफसोसजनक है।
राव व डोगरा ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के नेतृत्व में प्रदेश में कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है।आज सब नेता एक मंच पर खड़े है।हाल ही में पार्टी के जनांदोलनों में जिस प्रकार लोगों को भीड़ जुटी है उससे साफ है कि प्रदेश में मजबूत नेतृत्व के साथ लोग खड़े है। ऐसे में प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ कोई भी बयानबाजी सहन नही की जा सकती। इन नेताओं ने प्रदेशाध्यक्ष से साफ कहा है कि पार्टी के भीतर किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त न किया जाए,और अगर ऐसा कोई करता है तो उसके खिलाफ नियमों के तहत कड़ी कार्यवाही की जाए वह चाहे किसी भी स्तर का वरिष्ठ नेता या कार्यकर्ता ही क्यों न हो।
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