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सकुर्लर रोड़ व माल को जोड़ने वाली पर्यटन निगम की लिफ्ट का संचालन शुरू

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सोशल डिस्टेंसिग सहित खास एहतियात के साथ लोगों के लिए खोली गई लिफ्ट- कुमुद सिंह

आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच खास एहतियात के साथ करीब तीन महीने बाद पर्यटन निगम ने सर्कलर रोड़ को माल रोड़ से जोड़ने वाली शहर की एकमात्र लिफ्ट का संचालन एक जुलाई से शुरू कर दिया है। सकुर्लर रोड़ व मालरोड़ दोनों ही जगह लिफ्ट परिसर में प्रवेश से पहले लोगों का तापमान जांचने की व्यवस्था की गई है। साथ ही सेनिटाइजर भी  भी उपलब्ध करवाया गया है। कोविड-19 के खतरे को देखते हुए पर्यटन निगम ने लिफ्ट के भीतर कर्मियों की तैनाती की है, जो लिफ्ट के बटन दबाएंगे। आम लोगों को लिफ्ट के बटन छूने की इजाजत नहीं होगी। तापमान जांच के के समय अगर किसी व्यक्ति का तापमान सामान्य से अधिक पाया जाता है तो उसे लिफ्ट इस्तेमाल नहीं करने दी जाएगी।

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सोशल डिस्टेंसिंग को लागू करवाने के लिए 26 लोगों की क्षमता वाली नई लिफ्ट में 5 लोगों को सवार  होने के लिए स्थान चिन्हित किए गए हैं। जबकि आठ लोगों की क्षमता वाली पुरानी लिफ्ट का एक उपयोग एक समय केवल दो ही लोग प्रयोग कर सकेंगे। टिकट काउंटरों के बाहर भी लोगों के खड़े होने के लिए स्थान चिन्हित किए गए हैं। लिफ्ट के भीतर पब्लिक अनाउसेंट सिस्टम जरिए भी लोगों को एहतियात के बारे सूचित किया जा रहा है। पर्यटन विकास निगन ने सुबह 9 बजे से शाम सात बजे तक लिफ्ट का संचालन का समय निधार्रित का किया है। लिफ्ट के प्रबंधक देवेंद्र कुमार ने बताया कि हर दो घंटे बाद सभी लिफ्ट को सैनिटाइज किया जा रहा है। छह कर्मियों की तैनाती लिफ्ट के भीतर की है जो सिस्टम की मदद से बटन दबाकर लिफ्ट का संचालन करेंगे। मालरोड सकुर्लर रोड़ पर फेस शील्ड व गल्वज के साथ कर्मी तैनात किए गए हैं जो तापमनान जांचेगे और लोगों के हाथों को सैनिटाइज करेंगे। सैनिटाइज करने के बाद ही लोगों को लिफ्ट परिसर में प्रवेश की अनुमति देंगे।

   वहीं पर्यटन विकास निगम की प्रबंध निदेशक कुमुद सिंह ने बताया कि शहर के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और सोशल डिस्टेंसिगं का खास ध्यान रखते हुए लिफ्ट का संचालन शुरू कर दिया गया है। लिफ्ट के भीतर लोगों के खड़े रहने और टिकट काउंटरों के बाहर कतार में लगने के लिए स्थान चिनिहत किए गए हैं।

जिला चंबा में एंबुलेंस में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

चंबा। हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में 108 एंबुलेंस में काम करने वाले 50 फीसदी कर्मचारियों को कंपनी ने टर्मिनेशन लेटर थमा दिए हैं। वर्षों से एंबुलेंस में सेवाएं दे रहे इन कर्मचारियों को परिवार के पालन-पोषण की चिंता सताने लगी है। हालांकि, अभी तक किसी भी कर्मचारी को निकाला नहीं गया है, लेकिन कंपनी ने टर्मिनेशन लेटर जारी होने के संबंध में इन्हें बता दिया है। टर्मिनेशन लेटर जारी होने की सूचना मिलने के बाद पिछले सात से आठ सालों से सेवाएं दे रहे एंबुलेंस कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।
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उन्होंने सरकार और स्वास्थ्य विभाग से आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। जिले में 108 एंबुलेंस में करीब सौ कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। ये कर्मचारी दिन.रात जिले की छह लाख आबादी को आपात काल में एंबुलेंस सेवा मुहैया करवा रहे हैं। जिले में मौजूदा समय में 18 एंबुलेंस हैं। इनमें शिफ्टों में कर्मचारी ड्यूटी देते हैं। बताया सह भी जा रहा है कि सरकार ने एंबुलेंस संचालन का टेंडर दूसरी कंपनी को दिया है।
इसके चलते कंपनी पुराने कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर दे रही है। 108 एंबुलेंस संचालक कंपनी के चंबा-कांगड़ा प्रभारी अभिषेक भंगालिया ने बताया कि जिन कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर दिए गए थे, उन्हें वापस ले लिया गया है। इसलिए कर्मचारियों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।

कोरोना अपटेड: शिमला व किन्नौर में एक साथ आईटीबीपी के 23 जवान संक्रमित, एक हजार पार हुआ कुल संक्रमितों का आंकड़ा

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प्रदेशभर में आज आए कोरोना के नए मामले
प्रदेशभर में आज आए कोरोना के नए मामले

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
शिमला/किन्नौर/कांगड़ा/हमीरपुर/बिलासपुर/मंडी/सिरमौर/लाहौल-स्पिति। प्रदेश में आज आठ जिलोँ से 32 नए मामले सामने आए हैं। जबकि पांच जिलों से आज 12 मरीज ठीक भी हुए हैं।ठीक होने वालों में हमीरपुर से पांच, सोलन से तीन, ऊना से दो र कांगड़ा व शिमला सए कए-एक मरीज शामिल है। दुख बात यह है कि इनमें किन्नौर और शिमला के रामपुर  23 आईटीबीपी के जवान कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं। 17 जवान किन्नौर के जंगी में और 6 जवान ज्यूरी रामपुर शिमला में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। रामपुर बुशहर के एसडीएम नरेंद्र चौहान ने पुष्टि करते हए बताया कि ज्यूरी में 43 बटालियन के छह आईटीबीपी जवान कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। यह सभी ज्यूरी में संस्थागत क्वारंटीन थे। अन्य 17 किन्नौर के जंगी में क्वारंटीन थे।
अब किन्नौर में जहां कुल मामले 30 हो गए हैं तो वहीं तीन लोगों के ठीक होने के बाद एक्टिव मामले 27 हो चुके हैं। शिमला जिला में छह नए मामलों के बाद कुल मामले 47 ह गए हैं जबकि 23 लोगों के ठीक होने के साथ अब जिले में 21 मामले एक्टिव रह गए हैं।
जनजातीय लाहौल-स्पीति में 22 वर्षीय झारखंड का युवक पॉजिटिव पाया गया है। 16 जून को दिल्ली से केलांग पहुंचा था, केलांग में यह प्राइवेट कंपनी विज इंजीनियर में काम करता है। इसका सैंपल 30 जून लिया गया था। बीते दिन सैंपल पेंडिंग रह गया था जिसकी रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई गई है। लाहौल-स्पीति में अब चार मामले हो गए हैं। कोरोना का एक और मामला आने के बाद घाटी में खौफ का माहौल है। लोग अब केलांग जाने से कतरा रहे हैं। सिरमौर में कुछ दिन पहले दिल्ली से लौटा कंडइवाला का सेना का जवान कोरोना पॉजिटिव पाया गया है जोकि होम क्वारंटीन था। सीएमओ केके पराशर ने पुष्टि की है। जोगिंद्रनगर उपमंडल में एक कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है।  ब्यूहं गांव का 31 वर्षीय युवक संक्रमित पाया गया है। उक्त युवक दो जून को दुबई से लौटा है।
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वहीं मंडी जिला के जोगिंद्रनगर उपमंडल में एक कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आया है। ब्यूहं गांव का 31 वर्षीय युवक संक्रमित पाया गया है। उक्त युवक दो जून को दुबई से लौटा है। अब मंडी में कुल मामले 33 हो गए हैं जबकि नौ मामले एक्टिव हैं। जिले में अब तक 22 लोग ठीक हो चुके हैं।
हमीरपुर जिला कोरोना संक्रमितों के तीन नए मामले सामने आए हैं। इन तीन नए मरीजों में दो लोग बाहरी राज्यों से लौटे हैं, जबकि एक व्यक्ति गांव में ही एक अन्य कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से कोविड-19 का शिकार हुआ है। पहला व्यक्ति टौणी देवी ब्लॉक के तहत कोट गांव का है। यह 78 वर्षीय बुजुर्ग 23 जून को लुधियाना से लौटा है और गृह संगरोध में था। दूसरा मामला भरनाग कोट का है।
58 वर्षीय व्यक्ति उपमंडल सुजानपुर में एक कोरोना संक्रमित अपने रिश्तेदार के संपर्क में आने से पॉजिटिव निकला है जबकि तीसरा मामला बड़सर ब्लॉक से संबंधित है। 48 वर्षीय महिला 25 जून को अपनी गाड़ी से पति और बच्चे समेत दिल्ली से लौटी है और मैहरे स्थित विश्रामगृह में संगरोध में थी। सीएमओ हमीरपुर डॉ. अर्चना सोनी ने बताया कि तीनों कोरोना संक्रमितों को कोविड-19 केयर सेंटर हमीरपुर शिफ्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही इनके प्राथमिक संपर्क में आए लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। जिले में कोरोना संक्रमितों के सक्रिय मामले 90 हो गए हैं।  जबकि 166 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं। जिले में कुल मामले 253 हो गए हैं।
जिला कांगड़ा में दो नए कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। कांगड़ा जिले के ठाकुरद्वारा में कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला संक्रमित हो गई है। किर्गीस्तान से लौटी देहरा की 22 वर्षीय युवती कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। दोनों को डाढ़ कोविड सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है। अब कांगड़ा जिला में कुल मामले 280 हो चुके हैं जबकि 168 लोगों के ठीक होने के बाद जिले में प्रदेशभर के सर्वाधिक 108 मामले सक्रिय रह गए हैं।
आज जिला बिलासपुर से भी एक नया मामला सामने आया है। अब जिला में कुल मामले 47 हो गए हैं जबकि 28 लोगों के ठीक होने के बाद यहां 19 मामले एक्टिव रह गए हैं।
प्रदेश में आज आए 32 मामले आने के बाद कोरोना संक्रमण के कुल मामलों का आंकड़ा एक हजार पार हो चुका है। अब प्रदेश मे 1011 मामले सामने आ गए हैं। जबकि प्रदेश में 629 मरीजों के ठीक होने के बाद यहां 359 मामले एक्टिव रह गए हैं। आज प्रदेश की सात कोविड-19 प्रयोगशालाओं में 2049 सैंपल जांच के लिए लगाए गए हैं। इनमें से अभी 1132 सैंपल्स की रिपोर्ट आना बाकी है। आज किन्नौर के 17, शिमला के छह, बिलासपुर का एक, हमीरपुर के तीन और लाहौल-स्पिति का एक नया मामला पिछले कल के पैंडिग सैंप्लस में से है।

एपीजी यूनिवर्सिटी में अब छात्रों को दी जाएगी एनसीसी ट्रेनिंग, दुश्मनों को सबक सिखाने का सुनहरा मौका

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। स्थानीय एपी गोयल शिमला विश्वविद्यालय दिन प्रतिदिन सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहा है। मानव संसाधन मंत्रालय का स्वयं प्रभा एन पी टी ई एल ऑनलाइन पढ़ाई प्रोजेक्ट मिलने के बाद एपी गोयल शिमला विश्विद्यालय अपने छात्रों की अव्वल दर्जे की पढ़ाई के साथ-साथ अब कैडेट्स भी तैयार करेगा यानी एपी गोयल विश्विद्यालय के छात्र दरअसल देशभक्ति और अनुशासन का पाठ पढ़ाने के लिए एपीजी के छात्रों को एन सी सी की भी ट्रेनिंग देगा। जी हां, एन सी सी यानी कि नेशनल कैडेट कोर जिसके अंतर्गत सेना, नौसेना और वायु सेना की अलग अलग विंग शामिल है।
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जानकारी के मुताबिक एन सी सी की ट्रेनिंग विश्वविद्यालय में इसी साल के शैक्षणिक सत्र से शुरू हो जाएगी और लगभग अस्सी छात्रों को एन सी सी ट्रेनिंग लेने का मौका मिलेगा और ट्रेनिंग के दौरान छात्रों को अनुशासन और राष्ट्रीय एकता की सीख दी जाएगी। एपी गोयल शिमला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोण् डॉण् रमेश कुमार चौधरी ने बताया कि साथ ही देश की तीनों प्रमुख सेनाओं से संबंधित होने के कारण छात्रों में सेना के प्रति सम्मानए राष्ट्र के प्रति गौरव और राष्ट्र.निर्माण में छात्रों के योगदान का महत्व सीखने का मौका मिलेगा और साथ ही अपने देश भारत की सीमाओं पर चीन-पाकिस्तान जैसे दुशमनों को सबक सिखाने का मौका भी मिलेगा। कुलपति ने कहा कि युवाओं को पढाई-लिखाई के साथ इस तरह की ट्रेनिंग देकर हम भारतीय सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चीन जैसे शत्रु देश की सेना को ढेर करने में और अधिक सक्षम होंगें, उन्होंने कहा कि भारत के पास युवा शक्ति है और जरूरत पड़ने पर चीन को करारा जवाब मिलेगा।
कुलपति ने कहा कि चीन 1962 वाले भारत को भूल जाएं यह 2020 का भारत है जिसकी शक्ति युवाओं में बसती है। कुलपति चौधरी ने जानकारी दी कि जो छात्र डिफेंस में आगे बढ़ना चाहते हैं उन्हें फौज की बेसिक ट्रेनिंग के साथ-साथ एन सी सी सर्टिफिकेट का फायदा मिलेगा। विश्वविद्यालय में एन सी सी ट्रेनिंग को सुचारू रूप से एपीजी कैंपस में शुरू करने के लिए एपी गोयल शिमला विश्वविद्यालय ने समिति बनाई है जिसके अध्यक्ष डीन एकेडेमिक्स प्रो. डॉ. कुलदीप कुमार को चुना गया जिन्हें एन सी सी ट्रेनिंग का अनुभव भी है साथ ही छात्रों की ट्रेनिंग की देखरेख के लिए सेना की ओर से अफसर, कर्नल सुनीत शंकता अफसर कमांडिंग विजिट करते रहेंगे।

राष्ट्र स्तरीय संस्थानों पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर केंद्र से बात करें मुख्यमंत्री – राणा

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। राज्य कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं विधायक राजेंद्र राणा ने अब इंडियन इंस्टिच्यूट ऑफ मैनेजमेंट नाहन की ओर प्रदेश व केंद्र सरकार का ध्यान खींचा है। राणा ने कहा कि एमएचआरडी कानूनों का हवाला देकर एनआईटी हमीरपुर के बाद अब आईआईएम नाहन पर भी मनमानी व तानाशाही के आरोप लगे हैं। राणा ने कहा कि संस्थान में कार्यरत पीड़ित और प्रताड़ित लोगों ने उन्हें बताया है कि संस्थान के मुखिया की मनमानी व तानाशाही के चलते इस संस्थान में श्रम नियमों व कानूनों की घोर अवेहलना हो रही है।
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यहां तक कि लॉकडाउन व कफ्र्यू के दौरान भी यहां कार्यरत लोगों को कई.कई घंटे काम करने के लिए दबाव बनाया जाता रहा है। जबकि इसकी एवज में इन कर्मचारियों को कोई वित्तिय लाभ नहीं दिया गया है। राणा ने कहा कि 2015 में खुले राष्ट्रीय स्तर के इस संस्थान में चल रही मनमानी व तानाशाही के कारण करीब 30 लोग नौकरी छोडऩे को विवश रहे हैं। जबकि मुख्य प्रशासनिक सेवाओं में कार्यरत 4 लोग भी इसी मनमानी के कारण नौकरी छोड़ चुके हैं।
पहले यह संस्थान आईआईएम लखनऊ द्वारा नियंत्रित था लेकिन 2017 में यहां डायरेक्टर की तैनाती के बाद अब इस संस्थान को डायरेक्टर देख रहे हैंए लेकिन यहां तैनात डायरेक्टर पर भी मनमानी व तानाशाही के आरोप चस्पां हैं। केंद्र के सालाना करोड़ों के खर्चों से चलने वाले इस संस्थान में भी राजसी प्रशासनिक रुतबा कायम है। यहां संस्थान के मुखिया कड़ी इलेक्ट्रॉनिक सुरक्षा व्यवस्था में बैठते हैं। ऐसे में आम कर्मचारी व आम नागरिक को इन लोगों को मिलना काफी मुश्किलों भरा रहता है। राणा ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि इन संस्थानों में बढ़ रही बेखौफ मनमानी व तानाशाही को खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रयास करें। क्योंकि जब तक इन संस्थानों की बीओजी कमेटी में 60 फीसदी सदस्य हिमाचल के नहीं होंगे तब तक इन संस्थानों की मनमानी जारी रहेगी।
राणा ने कहा कि बीओजी का चेयरमैन भी हिमाचली हो तो जहां इन संस्थानों की निरंकुश कारगुजारी पर लगाम लगेगी। वहीं इन संस्थानों की पारदर्शिता भी बढ़ेगी और इसके साथ ही बीओजी कमेटी में बैठे लोग हिमाचली हितों की रक्षा भी कर सकेंगे। राणा ने कहा कि कमोवेश तानाशाही, मनमानी व भ्रष्टाचार की यह स्थिति समूचे भारत के राष्ट्र स्तरीय संस्थानों में एक जैसी है। जहां एमएचआरडी का हवाला देकर राज्य के हितों से खिलवाड़ किया जाता है। जिस कारण से इन संस्थानों पर मनमानी व तानाशाही के बीच भ्रष्टाचार के आरोप भी निरंतर लगे रहते हैं। शायद यही कारण है कि इन संस्थानों के मुखियों पर संस्थान छोड़ने के बाद गंभीर वित्तिय अनियमतताओं के आरोप लगातार लगते हैं।
राणा ने एनआईटी हमीरपुर के पूर्व डायरेक्टर का हवाला देते हुए कहा है कि उन्हें मिली सूचना के मुताबिक एनआईटी हमीरपुर के पूर्व डायरेक्टर के अरेस्ट वारंट निकले हुए हैंए लेकिन अभी तक जांच एजेंसियों उन्हें नहीं ढूंढ पाई हैं। राणा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि प्रदेश में खुले राष्ट्र स्तरीय संस्थानों की बलेगामीयों व कारगुजारियों को लेकर मानव संसाधन मंत्रालय से मामला उठाया जाए ताकि हिमाचली प्रतिभाओं को कुंठित व प्रताडि़त होने से बचाया जा सके और इसके साथ ही एमएचआरडी के नियमों के नाम पर चली बेलगामी व भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।

अटल सुरंग सितम्बर माह के अंत तक राष्ट्र को समर्पित करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री लाहौल-स्पिति जिले के सीसु में लोगों को सम्बोधित करते हुए
आदर्श हिमाचल ब्यूरो 
कुल्लू। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि अटल सुरंग का निर्माण कार्य  अगस्त माह के अन्त तक पूरा कर लिया जाएगा तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सम्भवतः सितम्बर माह में इसे राष्ट्र को समर्पित करेंगे। मुख्यमंत्री आज लाहौल-स्पिति जिले के सीसु में लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
अटल टलन का मुआयना करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर
अटल टलन का मुआयना करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर
मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए लाहौल-स्पिति के लोगों की सराहना की। उन्होंने जिला के लोगों से आग्रह किया कि वे अच्छा कार्य जारी रखें क्योंकि संकट अभी टला नही है। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि देश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मजबूत और सक्षम नेतृत्व प्राप्त है। उन्होंने कहा कि विश्व के 15 सबसे विकसित देशों, जहां 142 करोड़ जनसंख्या है, में कोरोना के कारण लगभग पांच लाख लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि भारत की जनसंख्या 135 करोड़ होने के बावजूद भी अभी तक कोरोना महामारी के कारण लगभग 17 हजार लोगों की मृत्यु हुई हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में हुई तीव्र वृद्धि देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे दो लाख से अधिक लोगों को प्रदेश वापिस लाए जाने के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की चिन्तित होने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि प्रदेश सरकार स्थिति से पूरी तरह से अवगत है।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लोगों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार क्षेत्र के विकासात्मक कार्यों के लिए पर्याप्त धन की व्यवस्था सुनिश्चित करेगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कार्य दिवस सीमित है इसलिए क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के प्रयास किए जाने चाहिए।
कृषि मंत्री डाॅ. राम लाल मारकण्डा ने मुख्यमंत्री का अपने गृह निर्वाचन क्षेत्र में स्वागत किया तथा अटल सुरंग के समयबद्ध निर्माण में गहन रूचि रखने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि इस सुरंग का निर्माण पूरा होने से इस खूबसूरत जिला की पर्यटन गतिविधियों में नए आयाम जुड़ने के अतिरिक्त युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे।
सांसद रामस्वरूप शर्मा ने इस अवसर पर अपने विचार रखें। परिवहन और वन मंत्री गोविन्द ठाकुर, बंजार के विधायक सुरेन्द्र शौरी, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव डाॅ. आर.एन. बत्ता, उपायुक्त कमल कान्त सरोच, पुलिस अधीक्षक राजेश धर्माणी और अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

जस्टिस पीएस राणा ने ली प्रदेश मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष पद की शपथ

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। हिमाचल प्रदेश मानवाधिकार आयोग को 15 साल बाद अध्यक्ष मिल गया है। जस्टिस पीएस राणा ने प्रदेश मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष का शपथ लेकर पदभार ग्रहण कर लिया है। अजय भंडारी को मानवाधिकार आयोग का सदस्य बनाया गया है। प्रदेश कैबिनेट ने आयोग में 42 कर्मचारियों की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है। सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद अब 2005 के बाद मानवाधिकार आयोग काम करना शुरू कर देगा।
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पीएस राणा ने सेल्फ शपथ ली और पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि प्रदेश में 2005 से 2500 मामले लंबित पड़े हुए है। उनको चरणबद्ध तरीके से निपटाया जाएगा। कोई भी व्यक्ति मानवाधिकार आयोग में सादा पत्र में शिकायत देकर अपनी अपील कर सकता हैं। इसके लिए कोर्ट फ़ीस की जरूरत नहीं पड़ती है। आयोग के दायरे में सभी तरह के निज़ी व सरकारी संस्थान आते है। आयोग में यदि मामले में बात नही बनती है तो आयोग सीधा उच्च न्यायालय या सर्वोच्च न्यायालय में मामले को स्थानांतरित कर सकता है। मनुष्य के अधिकारों की रक्षा करना मानव अधिकार आयोग का कार्य रहेगा।

चंबा जिले में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.6 रही तीव्रता

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चंबा में लगे भूंकरप के झटके
चंबा में लगे भूंकरप के झटके

आदर्श हिमाचल ब्यूरो
चंबा। हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र धरती से पांच किमी नीचे हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर का बॉर्डर क्षेत्र रहा।
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फिलहाल किसी जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.6 मापी गई। डीसी चंबा विवेक भाटिया ने बताया कि जिले में भूकंप के झटकों से कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
 

एचआरटीसी डिपो में चल रहे घोटाले की जांच में ऑडिटर निलंबित

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

चंबा। हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा में एचआरटीसी चंबा डिपो में चालक.परिचालकों के रात्रि भत्ते ओवर टाइम जांच मामले में अब ऑडिटर को सस्पेंड कर दिया गया है। 26 जून को जांच के लिए पहुंची टीमों को कोआर्डिनेट नहीं करने पर एचआरटीसी प्रबंधन चंबा ने सख्त कदम उठाया है। आरएम सुभाष ने बताया कि ऑडिटर को सस्पेंड कर दिया गया है। यह कभी केजुअल लीव तो कभी मेडिकल लीव कार्यालय में भेज कर लंबे समय से छुट्टी पर चल रहा था।

मंडी पहुंचे विकास कार्यों की समीक्षा करने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और विधायक अनिल शर्मा के बीच अनबन

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आदर्श हिमाचल ब्यूरो

शिमला। जिला में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा करने मंडी आए सीएम जयराम ठाकुर और सदर विधायक अनिल शर्मा के बीच बैठक में तनातनी हो गई। बैठक में जिला के विधायकों और अधिाकारियों को विशेष से बुलाया गया था। अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की चर्चा करने के बाद सीएम जयराम ठाकुर ने विधायकों को अपनी बात रखने को कहा। जब बारी सदर विधायक अनिल शर्मा की आई तो उन्होंने मंडी शहर और इसके आसपास जारी विकास कार्यों पर सवाल उठा दिए। मुख्यतः सवाल वर्क इन प्रोग्रेस को लेकर उठाए गए।
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अनिल शर्मा ने कहा कि जिन योजनाओं के शिलान्यास सीएम जयराम ठाकुर ने रखे हैं उनके काम अभी तक शुरू नहीं हो पाए हैं और सभी योजनाओं के बारे में अधिकारी वर्क इन प्रोग्रेस का ही राग अलाप रहे हैं। वहीं उन्होंने सुकोड़ी पुल के पास बनने वाली पार्किंग का मुद्दा प्रमुख रूप से उठाया कि इसका निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। इस पर लोक निर्माण विभाग के उच्चाधिकारी ने जबाव दिया कि विकास कार्यों को लेकर पूरी गंभीरता से काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्किंग वाले स्थान की अप्रूवल आने में देरी हुई लेकिन पिछले कल ही उसकी अप्रूवल आई है जिसके बाद अब कार्य शुरू कर दिया गया है।
वहीं सीएम जयराम ठाकुर ने अनिल शर्मा पर तंज कसते हुए कहा कि स्थानीय प्रतिनिधि होने के नाते उनका भी यह फर्ज बनता है कि वह अपने क्षेत्र के विकास कार्यों की तरफ ध्यान दें और जहां कोई अड़चनें आ रही हैं उन्हें दूर करने में विभाग की मदद करेंए तभी विकास कार्यों को आगे बढ़ाया जा सकेगा। बैठक में मौजूद सूत्रों के अनुसार करीब चार से पांच मिनट तक तनातनी वाला यह माहौल बना रहा और बाद में सीएम ने अलगे विषय की चर्चा शुरू की जिसके बाद माहौल शांत हो सका।
ज्ञात रहे कि अनिल शर्मा इसी सरकार में पहले मंत्री थे लेकिन लोकसभा चुनावों के दौरान उनके बेटे आश्रय शर्मा ने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और अनिल शर्मा को मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा। मौजूदा समय में अनिल शर्मा भाजपा के विधायक जरूर हैं, लेकिन सिर्फ कहने मात्र के लिए। पार्टी ने उनसे अपना नाता पूरी तरह से तोड़ दिया है।

Shoolini University

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